5 बार की आईपीएल चैंपियन मुंबई इंडियंस ने इस सीजन में अभी तक बेहद खराब प्रदर्शन किया है। उन्होंने इस सीजन में अभी तक 5 मैच खेले है और सभी मैचों में उन्हें हार झेलनी पड़ी है।
उन्होंने अपना पहला मैच 27 मार्च को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ खेला था जहां उन्हें 4 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी। वहीं दूसरे मैच में राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 23 रन से हरा दिया था।
तीसरे मैच में उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स ने 5 विकेट से हरा दिया था। वहीं आरसीबी के खिलाफ चौथे मैच में उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के हाथों 7 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी।
वहीं 5वें मैच में पंजाब किंग्स ने उन्हें 12 रन से हार का स्वाद चखा दिया था। टीम अब अपना अगला मैच 16 अप्रैल को लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ खेलेगी।
तो टीम पर इस समय ये खतरा मंडरा रहा है कि वो प्लेऑफ में जगह नहीं बना सकते हैं। तो आज हम आपको उन 4 कारणों के बारे में बताएंगे जिससे मुंबई को अभी इस टूर्नामेंट से बाहर नहीं माना जाना चाहिए।
1. मुंबई इंडियंस के बल्लेबाज कर सकते हैं वापसी
मुंबई इंडियंस के बल्लेबाजों की बात करें तो सूर्यकुमार को छोड़कर कोई अन्य बल्लेबाज कंसिस्टेंसी से रन नहीं बना पा रहा है। ईशान किशन ने शुरूआती दो मैचों में अर्धशतक जड़े थे लेकिन उसके बाद से उनका बल्ला खामोश रहा है।
वहीं रोहित शर्मा शुरुआत तो अच्छी कर रहे है लेकिन उसे बड़ी पारी में बदलने में नाकाम हो रहे है। कायरन पोलार्ड के बल्ले से रन नहीं निकल रहे है। मुंबई की टीम वापसी करना जानती हैं।
इन सभी बल्लेबाजों ने टीम के लिए कई बार मैच जिताऊ पारियां खेली है और अभी भी ये बल्लेबाज शानदार प्रदर्शन करके इस सीजन में अन्य टीम को चुनौती दे सकते हैं।
2. कप्तान रोहित शर्मा करें मिडिल आर्डर में बल्लेबाज़ी
मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा अगर मिडिल आर्डर में बल्लेबाजी करें तो वो जीत हासिल कर सकते हैं और टूर्नामेंट में बने रह सकते हैं। कप्तान रोहित ने मुंबई के लिए अपनी शुरुआत नंबर 4 पर खेलते हुए की थी।
रोहित के चौथे नंबर पर खेलने से तिलक वर्मा और सूर्यकुमार यादव को काफी मदद मिल जाएगी जिससे वो इस सीजन में अच्छा प्रदर्शन कर पाएगी। उनके मिडिल आर्डर में खेलने से टीम को मजबूती मिलेगी।
3. पहले भी इस लीग में ऐसी स्थिति में होने के बावजूद कर चुकी हैं वापसी
2015 में मुंबई ने अपने पहले 6 मैचों में से 5 में हार का सामना किया था। इसके बाद उन्होंने अपने अगले 8 मैचों में से 7 मैच जीतकर प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया और अंत में खिताब भी अपने नाम कर लिया।
वहीं 2014 में भी मुंबई की टीम शुरूआती 5 मैच हार गयी थी और उसके बाद टीम ने अगले 9 मैचों में से 7 मैच जीतकर एलिमिनेटर तक का सफर तय किया था।
एलिमिनेटर में उन्हें चेन्नई ने 7 विकेट से हरा दिया था। इस वजह से भी भी अभी मुंबई को इस सीजन से बाहर नहीं मानना चाहिए।
4. अन्य गेंदबाज दे जसप्रीत बुमराह का साथ
अगर टीम के अन्य गेंदबाज बुमराह का साथ देते है तो टीम वापसी कर लेगी। अभी तक मुंबई की तरफ से गेंदबाजी में बुमराह ही चमक रहे है। अगर मुंबई को इस सीजन में बने रहना है तो टीम को विकेट निकलकर देने होंगे।
बासिल थंपी, टायमल मिल्स, मुरुगन अश्विन, जयदेव उनादकट को विकेट लेने के साथ-साथ रन भी कम खर्च करने होंगे। ये सभी गेंदबाज जमकर रन लुटा रहे है।
ये सभी अगर रनों पर थोड़ी लगाम लगा देते है तो मुंबई अभी भी इस टूर्नामेंट में बनी हुई है और ये सभी गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन करना जानते हैं।