आईपीएल के पहले सीजन यानी 2008 में साइमंड्स को डेक्कन चार्जर्स ने 5.4 करोड़ रुपये में खरीदा था। वो उस सीजन में सबसे महंगे बिकने वाले विदेशी खिलाड़ी बन गए थे।
हालांकि, एंड्रयू साइमंड्स को लगता था कि उस पैसे ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क के साथ उनकी दोस्ती में “जहर” घोलने का काम किया।
पिछले कुछ सालों में रिटायरमेंट के बाद साइमंड्स और क्लार्क ने सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे पर कई आरोप लगाए थे।
कुछ दिन पहले द ब्रेट ली पॉडकास्ट पर बातचीत करते हुए साइमंड्स ने कहा था कि इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल में अच्छा अमाउंट मिलने के बाद क्लार्क के साथ उनकी दोस्ती में खटास आ गई थी।
साइमंड्स ने कहा था, “हम करीब आ गए। जब वह (क्लार्क) टीम में आये थे तो मैं उनके साथ काफी बल्लेबाजी किया करता था। इसलिए जब वह टीम में आए तो मैंने उनका पूरा ख्याल रखा। हमने एक रिश्ता बनाया था।
मैथ्यू हेडन ने मुझसे कहा – जब आईपीएल शुरू हुआ, मुझे आईपीएल में खेलने के लिए काफी पैसा मिला – उन्होंने देखा कि पैसे की वजह से थोड़ी जलन थी जो संभावित रूप से रिश्ते में (क्लार्क के साथ) आ गई थी।”
साइमंड्स ने आगे कहा, “मेरा मानना है कि पैसा मजेदार चीजें करता है। यह अच्छी बात है, लेकिन यह जहर साबित हो सकता हैं और मेरे हिसाब से इसने हमारे रिश्ते में जहर खोलने का काम किया।
मेरे मन में उनके लिए इतना सम्मान है कि जो कुछ कहा गया था उनके बारे में उसको मैंने शायद विस्तार से नहीं जाना।
उनसे मेरी दोस्ती अब खत्म हो गयी है और मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है। मैं यहां बैठकर किसी के ऊपर कीचड़ नहीं उछालूंगा।”
ऑलराउंडर साइमंड्स ने 2015 में क्लार्क की लीडरशिप स्टाइल की आलोचना की थी। वहीं ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने आरोप लगाया था कि साइमंड्स 2008 में वनडे सीरीज खेलने से पहले नशे में धुत था।
2015 एशेज डायरी में क्लार्क ने लिखा, “मुझे इस बात का खेद है कि मेरे लीडरशिप स्टाइल की आलोचना करने के लिए एंड्रयू साइमंड्स टीवी पर चले गए। हालांकि वो लीडरशिप के बेस पर किसी को आंकने वाले इंसान नहीं हैं।”
क्लार्क ने आगे लिखा था, “साइमंड्स एक ऐसे इंसान है जो अपने देश के लिए खेलने के लिए नशे में धुत हो गए थे। उनके लिए किसी पर पत्थर फेंकना कोई बड़ी बात नहीं है।
एंड्रयू साइमंड्स के आईपीएल करियर की बात की जाए तो वो 2008 से लेकर 2010 तक डेक्कन चार्जर्स की टीम का हिस्सा थे।
उसके बाद वो आखिरी बार 2011 में मुंबई इंडिंयस के लिए खेलते हुए दिखाई दिए थे। आज सुबह कार दुर्घटना में उनकी मौत हुई थी।
उन्होंने आईपीएल में 39 मैच खेले और 129.87 के स्ट्राइक रेट की मदद से 974 रन बनाये। इस दौरान उनके बल्ले से 1 शतक और 5 अर्धशतक देखने को मिले। वहीं गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 7.67 के इकॉनमी रेट से 20 विकेट लिए।
साइमंड्स ऑस्ट्रलिया के लिए भी 14 टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके। इस दौरान उन्होंने 169.35 के बेहतरीन स्ट्राइक रेट की मदद से 337 रन बनाये। वहीं उन्होंने 2 अर्धशतक भी लगाए। गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 8.98 के इकॉनमी रेट से 8 विकेट लिए।
माइकल क्लार्क के आईपीएल करियर की बात की जाए तो वो सिर्फ 2012 के सीजन में पुणे वारियर्स इंडिया के लिए खेलते हुए दिखाई दिए थे। उन्होंने उस सीजन में मात्र 6 मैच खेले और 104.26 के स्ट्राइक रेट से केवल 98 रन बनाये।
वहीं गेंदबाजी करते हुए क्लार्क ने 6.09 के अच्छे इकॉनमी रेट के साथ 2 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाने में कामयाब हासिल की है।
वहीं ऑस्ट्रेलिया को उन्होंने 34 टी20 इंटरनेशनल मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 103.17 के स्ट्राइक रेट के साथ 488 रन बनाये है। इस दौरान क्लार्क 1 अर्धशतक लगाने में कामयाब रहे है। वहीं गेंदबाजी में उन्होंने 6 विकेट अपने नाम किये है।