पंजाब किंग्स ने इंडियन प्रीमियर लीग 2022 की नीलामी से पहले सबसे कम खिलाड़ियों को बरकरार रखा है। उन्होंने केवल दो क्रिकेटरों – मयंक अग्रवाल (12 करोड़) और अर्शदीप सिंह (4 करोड़) को रिटेन किया है।
बाकि सबको उन्होंने रिलीज कर दिया है। पंजाब किंग्स का यह कदम चौंकाने वाला नहीं था क्योंकि फ्रेंचाइजी साल दर साल अच्छा प्रदर्शन करने में सफल नहीं हो पा रही है।
आईपीएल 2014 का सीजन सबसे बेहतरीन था क्योंकि उसमें उन्होंने फाइनल तक का सफर तय किया था, जहां उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
उसके बाद पंजाब का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2017 के सीजन में आया। उस सीजन में वो पांचवें स्थान तक पहुँचने में सफल रहे थे। केएल राहुल की कप्तानी में वे पिछले दो सीजन में छठे स्थान पर रहे है।
पीबीकेएस आईपीएल 2022 की नीलामी से पहले राहुल को रिटेन करना चाहता था। लेकिन अनुभवी बल्लेबाज उनके साथ बने रहना नहीं चाहता था, जिससे फ्रेंचाइजी की सारी प्लानिंग फेल होती चली गयी।
पिछले काफी सीजन से टी20 लीग में अच्छा प्रदर्शन में सफल ना होने वाली, पीबीकेएस को आईपीएल 2022 की नीलामी में अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा। तो उसी चीज को लेकर हम यहां उन तीन पहलुओं के बारे में बताएंगे जिन पर उन्हें ध्यान देना चाहिए।
1. मयंक अग्रवाल के साथ एक अच्छा सलामी बल्लेबाज ढूंढने की जरुरत
राहुल और मयंक अग्रवाल ने पिछले दो सीजन में पंजाब के लिए शानदार साझेदारियां निभाई है। ये दोनों बल्लेबाज शुरुआती विकेट के लिए चार शतकीय साझेदारियां भी कर चुके हैं।
यह अलग बात है कि सभी चार मैचों में टीम को हार सामना करना पड़ा है क्योंकि अन्य बल्लेबाज अच्छा नहीं खेल सके।
हालांकि, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि राहुल और अग्रवाल पीबीकेएस के लिए एक शानदार सलामी जोड़ी थे। राहुल को पंजाब किंग्स ने आईपीएल 2018 की नीलामी में अपनी टीम में शामिल किया था।
पिछले चार सीजन में उन्होंने पंजाब के लिए खेलते हुए क्रमशः 659, 593, 670 और 626 रन बनाए है। राहुल ने आईपीएल 2020 में ऑरेंज कैप भी अपनी नाम की थी लेकिन टीम प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने में असफल रही।
अग्रवाल को भी पंजाब ने आईपीएल 2018 की नीलामी में चुना था। राहुल के साथ टीम को शानदार शुरुआत देने वाले इस खिलाड़ी ने पिछले दो सीजन में क्रमशः 424 और 441 रन बनाकर अपनी छाप छोड़ी है।
2. मैच विजेता विदेशी खिलाड़ियों को शामिल करना
पंजाब किंग्स को भी अपने विदेशी खिलाड़ी चुनते समय सावधान रहने की जरूरत है। इस एरिया की और उन्हें ध्यान देने की जरुरत है। यदि आप उनकी आईपीएल 2021 टीम को देखें, तो उनके किसी भी विदेशी खिलाड़ी ने अच्छा प्रदर्शन करके नहीं दिखाया है।
यूनिवर्स बॉस गेल ने इस साल 10 मैचों में 125.32 के स्ट्राइक रेट से केवल 193 रन बनाए। जबकि निकोलस पूरन का ये सीजन किसी बुरे सपने से कम नहीं था क्योंकि वेस्टइंडीज का यह बल्लेबाज इस साल पंजाब के लिए 11 पारियों में 111.84 के स्ट्राइक रेट से केवल 85 रन ही बना पाया।
गेंदबाजी विभाग में भी कहानी कुछ ऐसी ही थी। मोइसेस हेनरिक्स और रिले मेरेडिथ पांच मैचों में केवल चार बल्लेबाजों को ही आउट कर पाए। क्रिस जॉर्डन ने भी इतने ही मैचों में चार विकेट लिए जबकि झाय रिचर्डसन ने 3 मैच खेले और 3 विकेट अपने नाम किये।
विदेशी खिलाड़ी आईपीएल फ्रेंचाइजी का एक प्रमुख हिस्सा होते है। पीबीकेएस को आईपीएल 2022 की नीलामी में अपने इस हिस्से को मजबूत करने के लिए बड़ी चतुराई अच्छे विदेशी खिलाड़ियों को शामिल करना होगा।
3. बेहतरीन लेग स्पिनर
विकेट लेने वाला लेग स्पिनर किसी भी क्रिकेट टीम के लिए किसी भी प्रारूप में तुरुप का इक्का साबित हो सकता है। आईपीएल में, युजवेंद्र चहल और राशिद खान की पसंद ने पिछले कुछ सालों में अपनी-अपनी टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखाया है।
पंजाब किंग्स ने आईपीएल IPL 2020 की नीलामी में युवा लेग स्पिनर रवि बिश्नोई को अपनी टीम में शामिल किया। बिश्नोई ने पंजाब के लिए पिछले दो सीजन में बेहतरीन गेंदबाजी की है।
वह आईपीएल 2021 में टीम के लिए 6.34 की शानदार इकॉनमी रेट से नौ मैचों में 12 विकेट लेकर तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। अपने पहले आईपीएल सीजन में, उन्होंने 14 मैचों में 7.37 के इकॉनमी रेट से 12 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया था।
आईपीएल 2022 की नीलामी में, पीबीकेएस को एक बेहतरीन क्वालिटी वाले लेग स्पिनर को अपनी टीम में शामिल करने पर ध्यान देना चाहिए। बिश्नोई को वापस खरीदना एकअच्छा विकल्प होगा। इस युवा गेंदबाज बिश्नोई ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है।