आईपीएल में कल दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के मुकाबले के बीच बड़ा विवाद हुआ. नो बॉल को लेकर हुए बवाल के कारण से दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत खफा हो गए।
इसके बाद उन्होंने मैदान से बल्लेबाज़ों को वापस बुलाने का फैसला लिया। हालांकि, बाद में विवाद किसी तरह सुलझा।
लेकिन इंग्लिश टीम के पूर्व कप्तान और मैच के कमेंटेटर केविन पीटरसन इस पूरे घटनाक्रम पर बुरी तरह भड़क गए हैं. उन्होंने पंत को आड़े हाथों लिया है।
स्टाइलिश बल्लेबाज केविन पीटरसन ने इस मामले पर कहा है कि ” पंत जिस तरह पूरे गेम को जबरदस्ती अपनी तरफ कर रहे थे, उससे समय जाया हुआ और बल्लेबाज की लय टूटी होगी.
अंपायर के नो बॉल ना देने से ज्यादा दिल्ली टीम का फैसला हैरान कर देने वाला था. मुझे यह लगता है कि रिकी पोंटिंग वहां अगर होते तो शायद ऐसा कुछ भी नहीं हुआ होता.”
केविन पीटरसन ने कहा, ‘जोस बटलर ने जिस तरह से मामले में हस्तक्षेप किया वह पूरी तरह से सही व्यवहार है.
उनको यह पूछने का अधिकार था कि आखिर यह सब अचानक हो क्या हो रहा है. एक कोच को मैच के बीच में अंपायर पर दबाव बनाने के लिए मैदान पर भेजना पूरी तरह से गलत था.’
महान खिलाड़ी ने कहा कि क्रिकेट एक जेंटलमैन गेम है, और सभी लोग गलतियां करते हैं। 20 साल के करियर में हम भी कई बार गलत आउट हुए हैं।
लेकिन यह सब कुछ जो हुआ, वह कभी नहीं हुआ था. यह सब कुछ बिल्कुल अच्छा नहीं है, खासकर क्रिकेट जैसे खेल के लिए।
मुझे समझ में नहीं आया कि ऋषभ पंत खुद को क्या समझते हैं, यह तो बहुत बड़ी गलती थी। ये अस्वीकार्य व्यवहार है।
दिल्ली के सहायक कोच शेन वॉटसन ने भी इस मामले पर सफाई पेश की है. वॉटसन ने कहा कि अंतिम ओवर में जो सब कुछ हुआ वो काफी गलत था.
आखिर में जो सबने देखा था वह दिल्ली कैपिटल्स की पॉलिसी बिल्कुल नहीं है. अंपायर का फैसला चाहे जिस तरह का भी हो, हमें मानना चाहिए।
किसी भी व्यक्ति का इस तरह मैदान में चले जाना बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए,” सीएसके के पूर्व बल्लेबाज ने कहा।
गौरतलब है कि राजस्थान के विरुद्ध हुए इस पूरे प्रकरण के कारण ऋषभ पंत पर कड़ा कदम उठाया गया है. पंत की पूरी मैच फीस काटी गई है।
इसके अलावा प्रवीण आमरे जो दिल्ली के कोच है उनपर भी एक मैच का प्रतिबंध लगा है। उनकी पूरी फीस भी जुर्माना के तौर पर काटी गई है.
प्रवीण आमरे ही ऋषभ के जबरदस्ती करने पर अंपायर से नोकझोंक करने के लिए ग्राउंड में घुसे थे। उनकी इस बात के लिए आलोचना हो रही है।