पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली की केपटाउन टेस्ट मैच में खेली गई 79 रनों की बेहतरीन पारी को लेकर अपनी तिक्रिया जाहिर की है।
गंभीर का कहना है कि विराट कोहली ने अपनी इस पारी के दौरान कोई ईगो नहीं दिखाया और इसी वजह से वो सफल हुए है। उन्होंने अच्छी गेंदों को पूरा तरह से सम्मान दिया है।
अपनी पहली पारी में 79 रन बनाने के लिए कप्तानी कोहली ने 201 गेंद का सामना किया। इस दौरान उन्होंने 12 चौके और एक छक्का लगाया।
विराट कोहली पूरी तरह से बेहतरीन लय में नजर आ रहे थे। लेकिन दूसरे छोर से किसी भी बल्लेबाज ने उनका साथ नहीं दिया और इसी वजह से वो अपना शतक पूरा करने से चूक गए।
जल्दी-जल्दी रन बनाने के चक्कर में पवेलियन की ओर लौट गए। हालांकि कोहली की पारी की मदद से ही भारतीय टीम पहली पारी में 223 रन का स्कोर बनाने में कामयाब रही।
विराट कोहली की इस पारी की तारीफ हर कोई कर रहा है और इस लिस्ट में गौतम गंभीर का नाम भी दर्ज हो गया है।
गंभीर का कहना है कि विराट कोहली ने कमजोर गेंदों का इंतजार किया और अच्छी गेंदों को सम्मान दिया। उन्होंने हर एक गेंद के खिलाफ शॉट नहीं खेले।
गौतम गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स को दिए इंटरव्यू में कहा “विराट कोहली ने कई बार बताया है कि जब आप इंग्लैंड जाएं तो अपना ईगो भारत में ही छोड़कर आये।
आज कोहली ने अपना ईगो किट बैग में ही छोड़ना बेहतर समझा था और इस पारी की वजह से मुझे उनकी द्वारा इंग्लैंड में खेली गई बेहतरीन पारियां याद आ गईं।
इंग्लैंड के उस सफल दौरे पर विराट कोहली कई बार बीट हो रहे थे लेकिन ऑफ स्टंप के बाहर एक भी गेंद से उन्होंने छेड़खानी नहीं की थी।”
पिछले काफी समय से विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में ऑफ स्टंप की बाहर की गेंद पर शॉट खेलने के चक्कर में आउट हो रहे थे।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में भी वो इसी तरह आउट हुए थे। बड़ी बात ये है कि विराट कोहली ने सेट होने के बाद ऐसी गलतियां दोहराई।
विराट के इस तरह आउट होने के बाद उन्हें कई लोगों ने कवर ड्राइव नहीं खेलने की सलाह तक दे दी थी। अब विराट को इसी तरह की सलाह देने वालों को गौतम गंभीर का कहना है कि बल्लेबाज को इस तरह की फालतू सलाह मिलती रहती है।
गंभीर का कहना है कि, “अगर रोहित शर्मा शॉर्ट गेंद पर अपना विकेट खो देते है तो क्या आप उन्हें पुल शॉट खेलने से रोकेंगे तो वो रन कैसे बनाएंगे।
मेरा मानना है कि विराट कोहली को अपने शॉट्स खेलते रहने चाहिए, बस सही गेंदों को चुनकर ही कवर ड्राइव मारनी चाहिए।”
इसके अलावा गंभीर ने कोहली के 2 सालों से शतक नहीं लगाने के ऊपर भी कहा, “भारत में लोग खिलाड़ी को उसके शतकों से ही तोला करते है।
अगर कोई खिलाड़ी 99 रन पर आउट हो जाता है और टीम को मैच में जीत मिल जाती है तो उसकी अहमियत शतक से ज्यादा होती है खिलाड़ी ने किस हालात में किन गेंदबाजों के खिलाफ रन बनाए वो ज्यादा मायने रखता है।”