आईपीएल के इतिहास में हर साल कई नए खिलाड़ी डेब्यू करते है और बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखाते हैं। इनमें से कुछ खिलाड़ी भारत के लिए भी डेब्यू कर लेते हैं।
हालांकि ये खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे और अचानक से गायब हो गए। तो आज हम आपको ऐसे ही कुछ भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है।
1. पॉल वल्थाटी
पॉल वल्थाटी ने 2011 के आईपीएल में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सुर्खियां बटोरी थी। उन्होंने उस सीजन में 14 मैच खेले थे और 136.98 के स्ट्राइक रेट की मदद से 463 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक और 2 अर्धशतक देखने को मिले है।
वल्थाटी ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 120 रनों की नाबाद पारी भी खेलकर दिखाई थी। हालांकि अगले सीजन में उनका प्रदर्शन काफी खराब रहा। उन्होंने 6 मैच खेले और मात्र 30 रन बनाये।
2013 के बाद से वो नीलामी में अनसोल्ड होते रहे और गायब हो गए। उन्होंने आईपीएल में कुल मिलाकर 23 मैच खेले है और 120.81 के स्ट्राइक रेट की मदद से 505 रन अपने नाम किये है। वहीं गेंदबाजी करते हुए 8.15 के इकॉनमी रेट की मदद से 7 विकेट लिए है।
2. राहुल शर्मा
राहुल शर्मा आईपीएल में डेक्कन चार्जर्स, पुणे वारियर्स इंडिया और दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के लिए खेल चुके हैं। इस दौरान उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम में अपनी जगह बनाई थी।
हालांकि उसके बाद उनके फॉर्म में गिरावट आती चली गयी और वो अचानक से गुमनामी की गलियों में खो गए। उन्होंने आईपीएल में 44 मैच खेले है और 7.02 रेट की मदद से 40 विकेट लिए है।
वहीं उन्होंने भारत के लिए 4 वनडे और 2 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले है और क्रमश: 6 और 3 विकेट अपने नाम किये है।
3. मनविंदर बिस्ला
आईपीएल 2012 में कोलकाता नाइट राइडर्स को फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ जीत दिलाने में मनविंदर बिस्ला ने अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने फाइनल में 48 गेंदों में 8 चौको और 5 छक्कों की मदद से 89 रन की शानदार पारी खेली थी।
बिस्ला की इस पारी की मदद से केकेआर पहली बार चैंपियन बन गया था। बिस्ला ने आईपीएल में 39 मैच खेले है और 113.68 के स्ट्राइक रेट की मदद से 798 रन बनाये है। इस दौरान उन्होंने 4 अर्धशतक भी जड़े है।
हालांकि इसके बाद उनके प्रदर्शन में लगातार गिरावट देखने को मिली। जिसके चलते यह विकेटकीपर बल्लेबाज प्लेइंग इलेवन से बाहर भी होते रहा है। अंत में ये हुआ कि, 2015 के बाद वो आईपीएल में कभी खेलते हुए नहीं दिखाई दिए।
4. मनन वोहरा
एक समय मनन वोहरा की गिनती आईपीएल के सबसे बेहतरीन युवा सलामी बल्लेबाजों में की जाती थी। हालांकि वो लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे।
इसी वजह से ज्यादातर फ्रेंचाइजी उन्हें बैकअप के रूप में अपने साथ जोड़ लेती हैं लेकिन प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं करती हैं।
वोहरा को आईपीएल 2022 की मेगा नीलामी में लखनऊ सुपर जायंट्स ने अपनी टीम में उनके बेस प्राइस 20 लाख में खरीदा है लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला है।
वोहरा ने आईपीएल में अभी तक 53 मैच खेले है और 130.61 के स्ट्राइक रेट की मदद से 1054 रन बनाये है। इस दौरान वो 3 अर्धशतक लगाने में कामयाब रहे है।
5. परविंदर अवाना
परविंदर ने आईपीएल 2012 में किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) की तरफ से आईपीएल में अपना डेब्यू किया था और बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए उसी साल भारत के लिए भी डेब्यू कर लिया था।
हालांकि वो लगातार प्रदर्शन करने में कामयाब नहीं रहे और उन्हें आईपीएल से और भारतीय टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। इसके बाद वो आईपीएल और भारत के लिए कभी खेलते हुए नहीं दिखाई दिए।
उन्होंने आईपीएल में 33 मैच खेले है और 8.27 के इकॉनमी रेट की मदद से 39 बल्लेबाजों का शिकार करने में सफलता पायी है।
6. कामरान खान
उत्तर प्रदेश, आजमगढ़ के इस तेज गेंदबाज ने आईपीएल 2009 में राजस्थान रॉयल्स के लिए डेब्यू किया था और अपने अजीबोगरीब एक्शन से सुर्खियां बटोरी थी।
वो 2010 में भी राजस्थान की तरफ से खेले थे। वो आईपीएल में आखिरी बार 2011 में पुणे वारियर्स इंडिया की ओर से खेलते हुए दिखाई दिए थे। हालांकि इस दौरान वो इस दौरान ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं आकर सके और अचानक से गायब हो गए।
दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज के आईपीएल करियर की बात करें तो उन्होंने 9 मैच खेले है और 8.4 के इकॉनमी रेट की मदद से 9 विकेट अपने खाते में जोड़े है।
7. स्वप्निल असनोदकर
छोटे कद के इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 2008 के आईपीएल में राजस्थान की ओर से डेब्यू किया था और बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखाया था।
उन्होंने उस सीजन में खेले 9 मैचों में 133.48 के स्ट्राइक रेट की मदद से 311 रन बनाये है। इस दौरान वो 2 अर्धशतक लगाने में कामयाब रहे है।
इसके बाद उनके प्रदर्शन में गिरावट आती चली गयी। 2009 में राजस्थान की तरफ से उन्होंने 8 मैचों 98 रन बनाये। इसके बाद 2010 के सीजन में में उन्होंने 2 मैच में 5 रन और 2011 के सीजन में उन्होंने एक मैच खेला और 9 रन ही बनाये।
इसके बाद से गोवा का यह बल्लेबाज आईपीएल में कभी खेलता हुआ नहीं दिखाई दिया। उन्होंने आईपीएल में कुल 20 मैच खेले है और 124.78 के स्ट्राइक रेट की मदद से 423 रन बनाये है। इस दौरान वो 2 अर्धशतक जड़ने में कामयाब रहे है।