दुनिया भर में क्रिकेट बहुत खेला जाता है और जब से टी 20 क्रिकेट आया है तब से क्रिकेट देखने और खेलने वालों की भी वृद्धि हो गयी और इसके पीछे का कारण कहीं न कहीं आईपीएल, बिग बैश जैसी लीग होना है लेकिन कई देश ऐसे है जहां लोग टेस्ट क्रिकेट और ओडीआई में पसंद करते है।
इन तीनों ही फॉर्मेट खिलाड़ी हुए है जिन्होंने काफ़ी नाम कमाया है और काफ़ी लंबे समय तक अपने देशों के लिए खेले है लेकिन कुछ ऐसे भी क्रिकेटर भी हुए है जिन्होंने बहुत कम समय में काफ़ी नाम कमा लिया और उन्होंने बहुत कम समय तक क्रिकेट खेला।
तो आज हम ऐसे ही खिलाड़ियों की बात करेंगे जिन्होंने अपने करियर में बहुत कम क्रिकेट खेला लेकिन जितना भी खेला उसमें कमाल का क्रिकेट खेलकर दिखाया है और क्रिकेट फैंस को अपना दीवाना बना दिया है।
इरफान पठान
इरफान पठान उन खिलाड़ियों में से एक हैं जिनका करियर ज़्यादा नहीं चला। इस ऑलराउंडर कई मैचों में अपने शानदार प्रदर्शन किया है।
उन्होंने टीम इंडिया को मैच जिताये है। इरफान पठान ने 2007 में हुए आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप के पहले एडिशन के फाइनल मैच में मैन ऑफ द मैच अवार्ड भी जीता था।
इरफान पठान ने बेहतरीन गेंदबाज़ी करने के साथ-साथ बल्ले से कई बेहतरीन पारियां भी खेलकर दिखाई है। हालांकि अपने क्रिकेट करियर में ऊंचाइयों पर आने के बाद पठान के प्रदर्शन में गिरावट आने लगी।
इसके बाद उन्होंने अपने बड़े क्रिकेट करियर को जिसमें उन्हें कम से कम 350 मैच खेलने चाहिए थे। लेकिन, उन्होंने इसे महज 173 मैचों में ही समाप्त कर दिया।
पठान ने अपने इंटरनेशनल करियर में तीनों फॉर्मेट को मिलाकर कुल 173 मैच खेले और 301 विकेट चटकाए। बल्लेबाज़ी में उन्होंने 2821 रन बनाये है।
फिलिप ह्यूज
ऑस्ट्रेलियाई ओपनर फिलिप ह्यूज बहुत शानदार बल्लेबाज़ थे। जब फिलिफ ह्यूज एक घरेलू मैच खेल रहे थे तो उस दौरान सीन एबॉट ने उनके खिलाफ एक तेज बाउंसर डाली जो फिलिप के सर के पिछले हिस्से में जाकर लग गयी। इसके बाद वह जमीन पर गिर गए और बेहोश हो गए।
उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन वो बच न सके और इतना बेहतरीन खिलाडी भगवान को प्यारा हो गया। फिलिप ह्यूज ने ऑस्टेलिया के 26 टेस्ट मैच खेले और 1535 रन बनाए।
जबकि 25 ओडीआई मैचों में उनके नाम 826 रन थे। फिलिप ह्यूज की बैटिंग तकनीक और उनके खेलने के स्टाइल के कारण उनकी तुलना ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज़ जस्टिन लैंगर से होने लगी थी।
सोहेल तनवीर
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज़ सोहेल तनवीर अपने अलग बॉलिंग एक्शन के लिए फेमस थे। सोहेल को गति के साथ ही उनकी लंबाई का फायदा भी तेज गेंदबाज़ी करने में मिलता था और वो बल्लेबाज़ को ज़्यादा परेशान करते थे और विकेट भी हासिल कर लेते थे।
अपने अच्छे प्रदर्शन को वो बरक़रार नहीं रख सके और टीम से बाहर हो गए। तेज गेंदबाज़ सोहेल तनवीर ने 2 टेस्ट, 62 ओडीआई और 57 टी 20 इंटरनेशनल मैच खेले है और 130 विकेट हासिल किये है।
रिकार्डो पॉवेल
कैरीबियाई प्लेयर रिकॉर्डो पॉवेल का करियर जितनी जल्दी आसमान में गया उतनी ही जल्दी नीचे आ गया। उन्होंने अपने करियर में 109 वनडे मैचों में 96.7 के स्ट्राइक रेट के साथ 2085 रन बनाये है।
रिकॉर्डो पॉवेल जिस तरह के खिलाड़ी थे उसके हिसाब से उनका इंटरनेशनल क्रिकेट करियर लंबा चलना चाहिए था लेकिन ऐसा हो नहीं पाया।
शॉन टेट
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ शॉन टेट तेज गेंदबाज़ी के स्पीडमास्टर थे। वो 150 किमी से अधिक की स्पीड के साथ गेंदबाज़ी करते थे और वो गेंदबाज़ी बल्लेबाज़ों की बॉडी लाइन पर लगातार कर सकते थे।
अपनी गेंदबाज़ी में अधिक गति का लगातार प्रयास करने के कारण वह चोटिल ज़्यादा रहते थे और इसी वज़ह से उनका करियर ज़्यादा लंबा नहीं चला जितना कि उनसे उम्मीद की गयी थी।
चोट ने उनके करियर पर काफ़ी असर डाला। शॉन टेट ने अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर में 35 वनडे, 3 टेस्ट और 21 टी-20 खेले है और तीनों फॉर्मेट में कुल मिलाकर 95 विकेट अपने नाम किये है।