आईपीएल में जब भी टॉप टीमों की बात होती है तो चेन्नई सुपर किंग्स टीम का नाम जरूर आता है। क्योंकि टीम महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 4 बार आईपीएल का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं।
2020 के सीजन को छोड़कर टीम ने हर सीजन में बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखाया है। 2020 उनका पहला सीजन था जब वो प्लेऑफ में अपनी जगह बनाने में नाकाम रहे थे।
उसके बाद 2021 में शानदार वापसी करते हुए टीम ने जो ट्रॉफी जीती है वो काबिलेतारीफ है। चेन्नई की टीम में आपको युवा और कई दिग्गज खिलाड़ियों का मिश्रण मिल जाएगा।
वैसे सीएसके का सीनियर खिलाड़ियों के साथ लगाव साफ नजर आता है. तो चलिए इसी चीज को लेकर आज हम आपको उन पांच आईपीएल खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स में अपना करियर खत्म किया।
5) स्टीफन फ्लेमिंग
स्टीफन फ्लेमिंग आपको चेन्नई सुपर किंग्स के कोच के रूप में नजर आते होंगे लेकिन बहुत कम लोगों को इस बात का पता होगा कि वह आईपीएल के पहले में चेन्नई के लिए खेलते हुए दिखाई दिए थे।
ये आईपीएल में उनका बतौर खिलाड़ी पहला और आखिरी सीजन था। फ्लेमिंग ने इस सीजन में 10 मैच खेले और 118.79 के स्ट्राइक-रेट से 196 रन अपने नाम किये।
इस सीजन के बाद उन्होंने संन्यास लेने का फैसला कर लिया। इसके बाद चेन्नई ने उन्हें टीम को कोचिंग देने के लिए कहा और फ्लेमिंग उसे मना नहीं कर सके।
4) मखाया एंटिनी
दक्षिण अफ्रीका का यह तेज गेंदबाज स्टीफन फ्लेमिंग की ही तरह 2008 में चेन्नई सुपर किंग्स के अपना पहला और आखिरी आईपीएल खेलता हुआ नजर आया।
एंटिनी ने आईपीएल में नौ मैच खेले और 6.91 की इकॉनमी रेट से 7 बल्लेबाजों को पवेलियन दिखाया। एंटिनी ने उस सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ हैट्रिक भी ली थी।
एंटिनी ने अगले सीजन में नहीं खेले और सीएसके फ्रेंचाइजी के साथ अपने आईपीएल करियर को समाप्त करने का फैसला उन्होंने ले लिया।
3) सुब्रमण्यम बद्रीनाथ
सुब्रमण्यम बद्रीनाथ को आईपीएल का सबसे अंडररेटेड बल्लेबाज कहा जा सकता है। वह सीएसके फ्रेंचाइजी के लिए 2008 से 2013 तक खेलते हुए नजर आये।
इस दौरान उन्होंने टीम के लिए कई बार मैच जिताऊ पारी खेली। बद्रीनाथ ने सीएसके के लिए 95 मैच में 118.89 के स्ट्राइक-रेट से 1441 रन अपने नाम किये। इस दौरान उनके बल्ले से 11 अर्धशतक निकले।
बद्रीनाथ 2008 से 2013 तक सीएसके फ्रेंचाइजी में ही शामिल रहे और किसी अन्य फ्रेंचाइजी के लिए कभी नहीं खेले।
2) मैथ्यू हेडन
आईपीएल में ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन ने भी चेन्नई सुपर किंग्स के लिए अपना आखिरी आईपीएल मैच खेला। वो 2008 से लेकर 2010 तक तीन सीजन में सिर्फ चेन्नई के लिए ही खेलते हुए नजर आये।
इस दौरान उन्होंने 32 मैच में 137.52 के स्ट्राइक-रेट से 1107 रन अपने खाते में जोड़े। इस दौरान उन्होंने 8 अर्धशतकीय पारियां भी खेली। 2009 के आईपीएल में उन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाते हुए उन्होंने ऑरेंज कैप अपने नाम की थी।
उन्होंने उस सीजन में 12 मैच में 144.81 के स्ट्राइक रेट के साथ 572 रन बनाये थे। 2010 में वो अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब नहीं हो सके। लेकिन टीम ने पहली बार ट्रॉफी जीत ली थी।
1) शेन वॉटसन
शेन वॉटसन भी इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाने में सफल हो गए है क्योंकि उन्होंने आईपीएल के 13 वें सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेलते हुए संन्यास ले लिया था।
वॉटसन 2018 में चेन्नई की टीम में शामिल हुए थे। उस सीजन में उन्होंने 15 मैच में 154.59 के स्ट्राइक रेट की मदद से 555 रन बनाये थे।
इस दौरान उन्होंने 2 शतक और 2 अर्धशतक लगाए थे। उनके इसी शानदार प्रदर्शन की वजह से चेन्नई तीसरी बार ट्रॉफी जीत पाया था।
आईपीएल 2019 में भी उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन 2020 में वो अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब नहीं हो सके।
इसके बाद उन्होंने संन्यास लेने का फैसला कर लिया। उनके ओवरऑल आईपीएल करियर की बात की जाये तो उन्होंने 145 मैच खेले है और 137.91 के स्ट्राइक रेट की मदद से 3874 रन बनाये है।
इस दौरान उनके बल्ले से 4 शतक और 21 अर्धशतक भी निकले है। वहीं गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 7.93 के इकॉनमी रेट से 92 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है।
वॉटसन आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स (2008–2015) और रॉयल चैलेंजर्स बंगलौर (2016–2017) के लिए भी खेल चुके हैं।