क्रिकेट को जेंटलमैन गेम कहा जाता है। मैदान पर खिलाड़ियों के बीच हंसी-मजाक, तकरार देखने को मिलती रहती है।
सालों से खिलाड़ियों के बीच बातचीत होती रहती है लेकिन स्टंप माइक्रोफोन के आने से पहले, इन बातों को न तो सुना जा सकता था और न ही रिकॉर्ड किया जा सकता था।
तकनीक के नजरिये से स्टंप माइक्रोफोन आ जानें से क्रिकेट और अधिक लोकप्रिय हो गया है। स्टंप माइक्रोफोन के के पास विकेटकीपर या खिलाड़ी किसी भी तरह की बातचीत करते है तो वो स्टंप माइक्रोफोन से सुनाई देती है।
तो इसी चीज को लेकर हम पिछले कुछ सालों में स्टंप माइक में रिकॉर्ड की गयी कुछ 5 मनोरंजक बातों के बारे में आपको बताने जा रहे है।
1. कुमार संगकारा ने किया शॉन पोलक का स्वागत
इन दोनों के बीच वाक्या ये 2003 के वर्ल्ड कप के दौरान डरबन में श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के बीच देखने को मिला था। कुमार संगकारा को वर्ल्ड क्रिकेट में एक जेंटलमेन व्यक्ति माना जाता है।
इस मैच में संगाकारा ने शॉन पोलक के लिए गाना गाया। दक्षिण अफ्रीका को सुपर सिक्स में क्वालीफाई करने के लिए श्रीलंका को हराना था। अफ्रीका को 20 ओवर में जीत के लिए 120 और चाहिए थे।
वहीं दक्षिण अफ्रीका 30 वें ओवर में पांच विकेट पर 149 रन पर मुश्किल में था जब कप्तान पोलक बल्लेबाजी करने आए। पोलक ने स्ट्राइक लेने के लिए खुद को तैयार किया। तभी संगकारा स्टंप्स के पीछे से गाना गाने लगे। उन्होंने कहा 42 मिलियन उम्मीदें शॉन पर टिकी हैं
विकेटकीपर-बल्लेबाज संगाकारा पोलक को इतना प्रोत्साहित कर रहे थे कि पोलक भी उनकी तरफ देखकर मुस्कुरा दिए। पोलॉक ने 25 रन बनाए, और दक्षिण अफ्रीका ने मैच को टाई कर दिया लेकिन दक्षिण अफ्रीका को इस वर्ल्ड कप से बाहर होना पड़ा था।
2. मार्क बाउचर ने तातेंदा ताइबू को मारा ताना
जिम्बाब्वे जो 2005 में आठ प्रमुख क्रिकेट देशों में से एक नहीं था। सेंचुरियन में एक टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका जिम्बाब्वे जैसी टीम से हार रही थी।
ऐसे में प्रोटियाज विकेटकीपर मार्क बाउचर ने जिम्बाब्वे के युवा कप्तान तातेंदा ताइबू को चिढ़ाने की सोची। ताइबू ने उस मैच में स्पिनर निकी बोए की एक गेंद को डिफेंड किया।
इस पर बाउचर ने कहा, “आप केवल तभी स्कोर करते हैं जब आपके पास मैदान पर केवल एक सीमर हो।” जैसे ही ताइबू ने गेंद को कवर्स पर पहुँचाया, बाउचर ने उन्हें ताना मारते हुए कहा, “यह एक बड़ा शॉट है तातेंदा। केपटाउन में आपको क्या हुआ था जब हमारे पास पूरा तेज गेंदबाजी आक्रमण था। बाउचर यहीं नहीं रुके।
बाउचर ने फिर कहा, “आपका औसत इस दौरे पर काफी खराब रहा है। आपका औसत क्या है? आपको अपना औसत पता होना चाहिए। नौ? दस? नौ या दस? मुझे लगता है कि यह नौ है। शायद 9.5…तो, हम आपको 10 देंगे।” यह कुछ अटपटा मजाक नहीं तो और क्या है?
3. एंड्रयू फ्लिंटॉफ और ड्वेन ब्रावो के बीच हुई बातचीत
2004 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच एक टेस्ट मैच में, युवा ड्वेन ब्रावो ने एंड्रयू फ्लिंटॉफ को स्लेज करने की कोशिश की थी।
युवा ब्रावो उस खिलाड़ी की याद दिलाते हैं जिसे हम आज देखते हैं, जो मैदान पर काफी एनर्जेटिक है। ब्रावो गेंदबाज से कहते है “इस बिग मैन को आउट करो।” थोड़ी देर बाद, फ्लिंटॉफ उन्हें मुंहतोड़ जवाब देते है।
4. मोहम्मद कैफ और मोहम्मद यूसुफ के बीच देखने को मिली स्टेटिस्टिक्स क्लास
भारत-पाकिस्तान हमेशा एक दूसरे के प्रबल विरोधी रहे है। दोनों टीमों के बीच होने वाला मुकाबले का अलग ही रोमांच देखने को मिलता है। इन दो पडोसी देशो के बीच कोई भी मैच बिना किसी स्लेजिंग के पूरा नहीं होता है।
चाहे जावेद मियांदाद-चेतन शर्मा हों, सचिन तेंदुलकर-अब्दुल कादिर हों या गौतम गंभीर-शाहिद अफरीदी हों। इस कड़ी में 2005 में भारत के मोहम्मद कैफ और मोहम्मद यूसुफ का नाम भी शामिल हो गया था।
2005 में एक टेस्ट मैच के दौरान, पाकिस्तान के स्टार बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ क्रीज पर थे। जब कैफ ने स्लिप में यूसुफ के मैच के स्टेटिस्टिक्स पर बात करने लगे। कैफ ने कहा ’87 बॉल खेल ली, एक भी चौका नहीं मारा।’ वहीं यूसुफ बेपरवाह होकर मुस्कुराते हुए उनका जवाब देते हुए नजर आते है।
5. महेंद्र सिंह धोनी इनोवेटिव कमेंट्स
‘कैप्टन कूल’ भले ही बल्लेबाजी करते हुए शांति दिखाई नजर आते है लेकिन जब वह स्टंप के पीछे खड़े रहते है तो काफी ऐसी बाते बोल जाते है जिसे सुनकर काफी हंसी आ जाती है। ऐसा ही एक वाक्या इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट मैच में देखने को मिला।
जब वो कह रहे थे कि विजय अपना ही फील्डर है उसे कैच पकड़ने के लिए आगे रखा है। ऑफ में गेंद डाल और इंग्लैंड के इयान बेल को ‘घंटी’ के रूप में बताते हुए हुए ‘घंटी बजाओ इसकी’ और ‘घंटी का विकेट लेंगे। ये सब बात स्टंप माइक्रोफोन में कैद हो गयी।