भारत के लिए अभी तक कई क्रिकेटर वनडे क्रिकेट खेल चुके हैं लेकिन सभी का करियर अच्छा नहीं गया है। एक सफल इंटरनेशनल क्रिकेटर बनने के लिए कड़ी मेहनत करने की जरूरत होती हैं।
डोमेस्टिक क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करते हुए कई भारतीय खिलाड़ियों ने सीनियर टीम में जगह बनाई है लेकिन कुछ ही क्रिकेटर अपनी जगह पक्की करने में कामयाब रहे है।
इस दौरान भारत के लिए दो खिलाड़ियों ने एक ही मैच में डेब्यू किया है लेकिन उनका करियर सफलता के मामले में अलग रहा है। तो आज हम आपको 5 ऐसी ही भारतीय जोड़ियों के बारे में बताने जा रहे है।
1. एमएस धोनी और जोगिंदर शर्मा
इस लिस्ट में टॉप पर एमएस धोनी और जोगिंदर शर्मा की जोड़ी काबिज है। भारत-बांग्लादेश वनडे सीरीज का पहला मैच 23 दिसंबर 2004 को चटगांव में खेला गया था।
इस मैच में विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी और ऑलराउंडर जोगिंदर ने भारत के लिए अपना डेब्यू किया था।
आगे चलकर धोनी भारत के सबसे सफल कप्तान है। उनके अलावा वो दुनिया के बेहतरीन फिनिशर्स भी साबित हुए है। उनकी कप्तानी में भारत ने 2007 का टी20 वर्ल्ड कप और 2011 का वनडे वर्ल्ड कप भी जीता हैं।
इसके अलावा उनकी कप्तानी में भारत ने 2013 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी भी जीती थी। धोनी ने कपङे इंटरनेशनल करियर में 538 मैच खेले है और 17266 रन बनाये है।
जोगिन्दर शर्मा को 2007 के टी20 वर्ल्ड कप में आखिरी ओवर में गेंदबाज़ी करने के लिए जाना जाता हैं। इसके बाद उनका करियर ज्यादा नहीं चला। वर्तमान में वो हरियाणा पुलिस में डिप्टी कमिश्नर है।
उनके वनडे करियर की बात करें तो उन्होंने 4 मैच खेले है और 35 रन बनाये है। वहीं गेंदबाजी करते हुए उन्होंने सिर्फ एक ही विकेट लिया था। इसके अलावा उन्होंने 4 टी20 इंटरनेशनल मैच भी खेले है और 4 विकेट लिए है।
2. रविचंद्रन अश्विन और पंकज सिंह
5 जून 2010 को, भारत ने श्रीलंका के खिलाफ हरारे स्पोर्ट्स क्लब में त्रिकोणीय सीरीज के मैच में रविचंद्रन अश्विन और पंकज सिंह ने अपना वनडे डेब्यू किया था।
अश्विन 2011 का वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। स्पिनर इस समय भारत की टेस्ट टीम के नियमित सदस्य है। उन्होंने भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने 250 इंटरनेशनल मैच खेले है और 654 विकेट लिए है।
तेज गेंदबाज पंकज सिंह की बात की जाए तो उन्होंने मात्र 2 टेस्ट खेले है और एक विकेट लिया है। वहीं उन्होंने भारत के लिए एक वनडे मैच भी खेला है लेकिन उसमें वो एक भी विकेट नहीं ले पाए है।
3. गौतम गंभीर और आविष्कार साल्वी
टीवीएस कप का पहला मैच मेजबान बांग्लादेश और भारत के बीच 11 अप्रैल 2003 को बंगबंधु नेशनल स्टेडियम, ढाका में खेला गया था। इस मैच में गौतम गंभीर और तेज गेंदबाज आविष्कार साल्वी ने डेब्यू किया था।
गंभीर ने 2007 का टी20 वर्ल्ड कप और 2011 का वर्ल्ड कप भारत को जितवाने में अहम भूमिका निभाई थी। वहीं साल्वी का करियर ज्यादा नहीं चला। पूर्व क्रिकेटर गंभीर ने तीनों फॉर्मेट में कुल मिलाकर 242 इंटरनेशनल मैच खेले है और 10,324 रन बनाये है।
साल्वी की बात की जाए तो उन्होंने भारत के लिए सिर्फ 4 वनडे मैच ही खेले है और 4 बल्लेबाजों को ही आउट करने में सफलता पायी है।
4. सुरेश रैना और वेणुगोपाल राव
30 जुलाई 2005 को, श्रीलंका के खिलाफ इंडियन ऑयल कप के शुरुआती मैच में, भारत के दो टैलेंटेड बल्लेबाजों सुरेश रैना और वेणुगोपाल राव ने दांबुला में डेब्यू किया था।
हालांकि इन दोनों में से सबसे सफल करियर सुरेश रैना का रहा। उन्होंने भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में कुल 322 मैच खेले है और 7,987 रन अपने नाम किये है।
वहीं वेणुगोपाल अपने इंटरनेशनल करियर में मात्र 16 वनडे मैच ही खेले है और 24.22 की औसत के साथ 218 रन बनाये है।
5. सचिन तेंदुलकर और सलिल अंकोला
1989 में भारतीय टीम ने पाकिस्तान का दौरा किया था। 28 दिसंबर 1989 को, भारत ने गुजरांवाला में दूसरे वनडे मैच में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के साथ तेज गेंदबाज सलिल अंकोला ने भी अपना डेब्यू किया था।
सचिन के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है। वहीं सलील का करियर ज्यादा नहीं चल सका है। सचिन ने तीनों फॉर्मेट में कुल मिलाकर 664 इंटरनेशनल मैच खेले है और 34357 रन बनाये है।
वहीं सलील ने भारत के लिए एक टेस्ट और 20 वनडे मैच खेले है और क्रमशः 2 और 13 विकेट चटकाए है। वर्तमान में वो अभिनय की दुनिया में नाम कमा रहे है।