अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप युवाओं के लिए पूरी दुनिया के सामने अपना टैलेंट और अपनी एबिलिटी साबित करने का एक बड़ा मंच है। अंडर-19 वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन करते हुए कई क्रिकेटर ने इंटरनेशनल लेवल तक का सफर तय किया है।
स्टीव स्मिथ, विराट कोहली, टिम साउथी, रवींद्र जडेजा, केन विलियमसन से लेकर युवराज सिंह जैसे खिलाड़ियों ने अंडर-19 वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम में अपनी जगह बनाई है। ये खिलाड़ी अंड-19 वर्ल्ड कप में मैन ऑफ द सीरीज भी थे।
हालांकि, चार साल में एक बार होने वाले अन्य क्रिकेट वर्ल्ड कप के विपरीत, अंडर- 19 वर्ल्ड कप हर दो साल में होता हैं।
इसलिए एक क्रिकेटर जिसकी उम्र एक अंडर-19 वर्ल्ड कप में 16 साल की है, वह एक और अंडर-19 वर्ल्ड कप खेल सकता हैं क्योंकि वह सिर्फ 18 साल का होगा।
बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेटरों के लिए इस नियम को पूरी तरह से खत्म कर दिया है और यह अनिवार्य कर दिया है कि क्रिकेटर केवल एक अंडर-19 वर्ल्ड कप में ही शामिल हो सकते हैं।
हालाँकि, इस नियम के लागू होने से पहले, कुछ भारतीय क्रिकेटर दो अंडर-19 वर्ल्ड कप में दो बार खेल चुके हैं। तो आज हम आपको ऐसे ही 5 क्रिकेटरों के बारे में आपको बताने जा रहे है।
5. सरफराज खान- 2014 और 2016
युवा भारतीय बल्लेबाज ने 2014 और 2016 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में 70 से अधिक के औसत के साथ रन बनाये है और अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे है।
हालांकि वो अभी तक नेशनल टीम के लिए डेब्यू नहीं कर पाए है। वहीं उनके आईपीएल करियर की बात की जाये तो वो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, पंजाब किंग्स और वर्तमान में दिल्ली कैपिटल्स टीम का हिस्सा है।
उन्होंने आईपीएल में अभी तक कुल मिलाकर 46 मैच खेले है और 137.82 के स्ट्राइक रेट की मदद से 532 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से एक अर्धशतक देखने को मिला है।
4. रिकी भुई- 2014 और 2016
रिकी भुई को भारतीय क्रिकेट के आने वाले दिनों में एक ब्राइट प्रॉस्पेक्ट के रूप में माना जाता था, लेकिन वो 2014 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में केवल 3.75 की औसत से 15 रन ही बना सके।
2016 के अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए टीम में जगह में कामयाब रहे। हालांकि इस युवा खिलाड़ी के लिए चीजें ज्यादा नहीं बदलीं क्योंकि वह तीन मैचों में केवल 47 रन ही बना सका। इसी वजह से नेशनल टीम में जगह बनाने की उनकी संभावना कम होती चली गयी।
3. आवेश खान- 2014 और 2016
टैलेंटेड युवा तेज गेंदबाज, जो हाल ही में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। उन्होंने आईपीएल 2021 में दिल्ली कैपिटल्स के लिए और 2022 में लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है।
आवेश खान भी दो बार अंडर-19 वर्ल्ड कप खेलने की इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाने में सफल रहे है।
2014 के पहले वर्ल्ड कप में उन्हें दो मैच खेलने का मौका मिला जिसमें वो सिर्फ एक विकेट ही लेने में सफल हो पाए। हालाँकि 2016 में खेले गए अगले अंडर-19 वर्ल्ड कप में उन्होंने 6 मैच खेले और 12 विकेट अपने नाम किये।
2. विजय जोल- 2012 और 2014
महाराष्ट्र के क्रिकेटर विजय जोल 2012 और 2014 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में खेले थे। 2012 के वर्ल्ड कप में वो सिर्फ 151 रन ही बना पाए थे। वहीं 2014 के वर्ल्ड कप में उनके बल्ले से 120 रन ही निकले थे।
विजय जोल ने 2014 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में भरतिया टीम की कमान भी संभाली थी। वहीं आईपीएल फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने उन्हें 2012 के सीजन के लिए अपनी टीम में शामिल कर लिया।
2012 के आईपीएल में उन्हें सिर्फ 3 मैच ही खेलने का मौका मिला जिसमें वो 14.5 के खराब औसत के साथ सिर्फ 29 रन ही बना सके। इसके बाद वो आईपीएल में दोबारा कभी नहीं दिखाई दिए।
1. रवींद्र जडेजा- 2006 और 2008
इस लिस्ट में भारतीय स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा टॉप पर अपना कब्जा जमाने में सफल रहे है। 2006 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में, वह रोहित शर्मा के साथ भारतीय टीम का हिस्सा थे।
टीम ने फाइनल तक का सफर तय किया जहां उन्हें पाकिस्तान से हार का सामना करना पड़ा। 2008 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में वह विराट कोहली की कप्तानी में खेले और ट्रॉफी को अपने नाम करने में कामयाब रहे।