पिछले कई सालों में भारत की तरफ से एक से बढ़कर एक क्रिकेटर देखने को मिले है। वहीं कुछ ऐसे भी क्रिकेटर रहे है जो अपरंपरागत स्वभाव के बावजूद सफल रहे हैं।
सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ जैसे इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों ने भारत के लिए इंटरनेशनल लेवल पर अच्छा प्रदर्शन करते हुए छाप छोड़ी है। उन्होंने युवा क्रिकेटरों को प्रेरित करने का काम किया है।
तो आज हम आपको उन 5 भारतीय खिलाड़ियों के बारे में आपको बताने जा रहे है जो अपरंपरागत स्वभाव के थे लेकिन फिर भी उन्होंने भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है।
1. वीरेंद्र सहवाग
पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग अपने ताबतोड़ अंदाज में खेलने के लिए जानें जाते हैं। क्रिकेट का कोई सा भी फॉर्मट हो उनका खेलने का अंदाज नहीं बदलता था।
दाएं हाथ के बल्लेबाज के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने 104 मैच खेले है और 49.34 के औसत की मदद से 8586 रन बनाये है। टेस्ट में उनके नाम 23 शतक, 6 दोहरे शतक, 2 तिहरे शतक और 32 अर्धशतक दर्ज है।
सहवाग ने भारत के लिए 251 वनडे मैच भी खेले है और 35.06 के औसत से 8273 रन अपने खाते में जोड़े है। इस दौरान उनके बल्ले से 15 शतक, एक दोहरा शतक और 38 अर्धशतक देखने को मिले है।
इसके अलावा नजफगढ़ के नवाब ने भारत को 19 टी20 इंटरनेशनल मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 21.89 के औसत की मदद से 394 रन बनाये है। इस दौरान सहवाग ने 2 अर्धशतक लगाए है।
2. एमएस धोनी
एमएस धोनी की बायोपिक में एक सीन है जहां उनके कोच उन्हें हवा में कम खेलने के लिए कहते हैं, लेकिन धोनी ने यही करना जारी रखा। उन्होंने अपने कोच की बात कभी नहीं सुनी।
उनका सिग्नेचर हेलिकॉप्टर शॉट कोच द्वारा खिलाड़ियों को सिखाई गई बातों का हिस्सा नहीं था। धोनी ने इसका इस्तेमाल न केवल यॉर्कर को खेलने के साथ-साथ बल्कि बड़े छक्कों के लिए लंबे समय तक किया।
पूर्व भारतीय कप्तान के इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 538 मैच खेले है और 17,266 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 16 शतक, एक दोहरा शतक और 108 अर्धशतक लगाए है।
इस दौरान धोनी को वास्तव में कवर ड्राइव या अपने ऑन-ड्राइव खेलने की जरूरत नहीं थी। उनके पास पोजीशन में आने का समय था और मैदान के सभी हिस्सों में गेंद को मारने की ताकत थी।
3. ऋषभ पंत
इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत अपनी जगह बनाने में सफल रहे है। पंत को आगे बढ़ते हुए एक हाथ से छक्का मारते हुए सभी ने देखा होगा।
उन्होंने धीरे-धीरे काफी हद तक धोनी की जगह को ले लिया है। पंत ने अभी-अभी इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना पैर जमाया है लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि वो जो करते हैं उसमें अच्छे हैं, चाहे वह कैसे भी करें।
बाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज पंत के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने 112 मैच खेले है और 3,846 रन अपने खाते में जोड़ने में कामयाब रहे है।
4. जसप्रीत बुमराह
यह कोण और शॉर्ट रन-अप है जो बुमराह के लिए गति और स्विंग पैदा करता है क्योंकि वह खेल के किसी भी पॉइंट पर विपक्षी टीम के बल्लेबाजों के लिए खतरा पैदा करते हैं।
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के इंटरनेशनल करियर की बात करें तो उन्होंने अभी तक 160 मैच खेले है और 318 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई है।