क्रिकेट एक टीम गेम है लेकिन ऐसे कई बार देखने को मिला है जब अकेले ही एक खिलाड़ी ने अपनी टीम को हार से बचा लिया। वहीं उनकी टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गयी।
तो आज हम आपको हम आपको उन पांच क्रिकेटरों के बारे में आपको बताने जा रहे है जो वन मैन आर्मी के रूप में उभरे और अपनी-अपनी टीमों को हार के मुँह से बचाकर ले गए।
1 शाकिब अल हसन
शाकिब अल हसन को बांग्लादेश के अब तक के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर है। श्रीलंका के लिए जो अर्जुन रणतुंगा ने किया है वहीं शाकिब बांग्लादेश के लिए कर रहे है। वह क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज 4000 रन और 200 विकेट लेने वाले खिलाड़ी हैं।
वह वनडे में बांग्लादेश की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने के मामलें में दूसरे स्थान पर मौजूद है। उन्होंने 215 मैच में 6600 रन बनाये है।
इस दौरान उन्होंने 9 शतक और 49 अर्धशतक लगाए है। वहीं गेंदबाजी करते हुए बांग्लादेश की तरफ से सबसे ज्यादा 277 विकेट लेकर टॉप पर है।
वहीं टेस्ट में भी वो बांग्लादेश की तरफ से सबसे ज्यादा 215 विकेट लेकर टॉप पर काबिज है। उन्होंने क्रिकेट के हर प्रारूप में एक खिलाड़ी और कप्तान के रूप में बांग्लादेश के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है।
तीनों प्रारूपों में वो ऑलराउंडर के तौर पर नंबर 1 रैंकिंग भी हासिल कर चुके हैं।
2 शिवनारायण चंद्रपॉल
वेस्टइंडीज की तरफ से टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामलें में पूर्व क्रिकेटर शिवनारायण चंद्रपॉल दूसरे स्थान पर काबिज है। उन्होंने 164 टेस्ट मैच में 51.37 के बेहतरीन औसत से 11867 रन बनाये है।
पहले स्थान पर ब्रायन लारा है उनके नाम 130 टेस्ट मैच में 11912 रन दर्ज है। चंद्रपॉल क्रीज पर अजीब तरह से खड़े होकर बल्लेबाजी करने के लिए मशहूर थे। लारा के रिटायर होने के बाद उन्होंने लारा की कमी नहीं खेलने दी।
वो टेस्ट मैच में काफी देर तक क्रीज पर बने रहते थे और बेहद धीमी गति से रन बनाते थे। ऐसा करते हुए उन्होंने कई बार टीम को हार से बचाया है।
वो टेस्ट क्रिकेट में नंबर 1 की रैंक भी हासिल कर चुके हैं। वहीं वनडे में उन्होंने 268 मैच खेले है और 41.60 के औसत के साथ 8778 रन अपने नाम किये है। इस दौरान उन्होंने 11 शतक और 49 अर्धशतक लगाए है।
3 केविन पीटरसन
दक्षिण अफ्रीका में जन्मे केविन पीटरसन ने इंग्लैंड के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया है। जब वो इंग्लैंड के लिए खेलते थे तो वो अपने रवैये को लेकर चर्चा में बने रहते थे और इस कारण उन्हें टीम से बाहर भी होना पड़ा था।
2000 के दशक में वो अपनी शानदार फॉर्म में थे और उन्होंने कई बार इंग्लैंड को हार के मुँह से निकाला है। 2005 और 2008 के बीच पीटरसन ने अकेले ही अंग्रेजी बल्लेबाजी क्रम में अपना दबदबा बनाया।
उन्होंने एक तरह से वन मैन आर्मी की तरह इंग्लैंड के लिए प्रदर्शन किया। वेस्टइंडीज में हुए 2007 के वर्ल्ड कप में उन्होंने 2 शतक और 3 अर्द्धशतक लगाए थे और वो उस वर्ल्ड कप में इंग्लैंड की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे।
4 मिस्बाह-उल- हक
मिस्बाह-उल-हक 28 मई 1974 मैं पैदा हुए थे। उन्होंने पाकिस्तान के लिए अपना डेब्यू मार्च 2001 में टेस्ट क्रिकेट से किया था लेकिन उन्हें पहचान 2007 के टी20 वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद मिली।
उन्होंने खिलाड़ी और कप्तान के रूप में पाकिस्तान के लिए इतनी लेट डेब्यू करने के बाद भी अच्छा प्रदर्शन किया है। मिस्बाह ने 2011 के आईसीसी वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाये थे। उन्होंने 8 मैचों में 248 रन बनाए थे।
वह 2015 के वर्ल्ड कप में भी पाकिस्तान की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। उन्होंने पाकिस्तान के लिए 75 मैच खेले है और 46.62 के औसत के साथ 5222 रन बनाये है। इस दौरान उन्होंने 10 शतक और 39 अर्धशतक लगाए है।
वनडे की बात करे तो उन्होंने पाकिस्तान को 162 मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 43.40 की औसत के साथ 5122 रन बनाये है।