क्रिकेट की जब शुरुआत हुई थी तब टेस्ट क्रिकेट ही खेला जाता था लेकिन कुछ समय बाद वनडे क्रिकेट खेला जानें लगा और बहुत कम समय में क्रिकेट का ये फॉर्मेट काफी लोकप्रिय हो गया।
टीवी सेट्स नहीं होने के बावजूद भी लोग रेडियो कमेंट्री से मैच के बारे में जानकारी लेते रहते थे। धीरे-धीरे चीजें बदलती चली गयी और टीवी पर सीधा प्रसारण की व्यवस्था शुरू हो गयी।
तब वहां भी दर्शकों ने इसका खूब आनन्द उठाना शुरू कर दिया। खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन के कारण ही कम समय में लोग इस खेल को पसंद करने लगे।
वर्ल्ड क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर के नाम वनडे में सबसे ज्यादा 49 शतक दर्ज है। उनके बाद विराट कोहली, रिकी पोंटिंग, रोहित शर्मा और सनथ जयसूर्या जैसे खिलाड़ियों का नाम शामिल है।
किसी भी कप्तान की यह इच्छा जरुर होती है कि वह इस फॉर्मेट में बतौर कप्तान शतक जरुर लगाकर दिखाए। सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, रिकी पोंटिंग, विराट कोहली आदि खिलाड़ियों ने ऐसा कारनामा कई बार अपने करियर में करके दिखाया है।
वहीं कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हुए हैं जिन्होंने काफी समय तक अपने देश की टीम की कप्तानी की लेकिन शतक बनाने में सफल नहीं हो पाए।
तो इसी चीज को लेकर आज हम आपको उन 3 दिग्गज कप्तानों के बारे में बताने जा रहे है जो अपने वनडे करियर में कभी शतक नहीं लगा पाए। ये तीनों ही खिलाड़ी विश्व क्रिकेट में जानें-मानें क्रिकेटर है।
हीथ स्ट्रीक
जिम्बाब्वे की टीम के लिए इस ऑलराउंडर ने बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखाया है। इनके समय में जिम्बाब्वे की टीम काफी मजबूत मानी जाती थी।
हालांकि स्ट्रीक गेंदबाजी अच्छी किया करते थे लेकिन बल्लेबाजी में भी उन्हें जरूरत के समय अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है। उन्होंने 4 साल तक जिम्बाब्वे की टीम की कमान संभाली है लेकिन लेकिन शतक लगाने में वो नाकाम रहे है।
कप्तानी से हटने के बाद भी वो शतक लगाने में सफल नहीं हुए है। वनडे में उनका सर्वाधिक स्कोर 79 रन नाबाद है और उनके बल्ले से जिम्बाब्वे टीम के लिए 189 मैच में कुल 13 अर्धशतक की मदद से 2943 रन अपने नाम किये है।
इस दौरान उनका बल्लेबाजी औसत 28.29 का रहा। वहीं गेंदबाजी करते समय उन्होंने 4.51 की इकॉनमी से 239 विकेट लिए है। हीथ स्ट्रीक को जिम्बाब्वे का बेहतरीन ऑलराउंडर माना जाता है।
डेनियल विटोरी
न्यूजीलैंड के धाकड़ ऑलराउंडर डेनियल विटोरी ने टीम की कप्तानी लगभग पांच साल तक की है। इस दौरान उन्होंने कई बार टीम के लिए अच्छी बल्लेबाजी करके दिखाई लेकिन वो शतक लगाने में कभी कामयाब नहीं हो पाए।
डेनियल विटोरी ने न्यूजीलैंड को 295 वनडे मैच में रिप्रेजेंट किया है 17.33 की औसत से 2253 रन बनाये है। इस दौरान उन्होंने 4 अर्धशतक तो जरूर लगाकर दिखाए है लेकिन शतक लगाने में वो विफल रहे, वहीं उनका सर्वाधिक स्कोर 83 रन था।
हालांकि टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम छह शतक दर्ज है। विटोरी ने वनडे मैचों में 4.12 के इकॉनमी से 305 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया है।
वहीं टेस्ट मैचों की बात की जाए तो इस कीवी खिलाड़ी ने 113 मैच खेले है और 30.00 की औसत से 4531 रन अपने खाते में जोड़े है। वहीं गेंदबाजी करते हुए 362 विकेट लिए है।
मिस्बाह उल हक
इस खिलाड़ी ने अपने खेल से और कप्तानी से सभी को प्रभावित किया है। पाकिस्तानी टीम के लिए उन्होंने सात साल से ज्यादा समय तक कप्तानी की है।
लेकिन वो वनडे क्रिकेट में कभी शतक लगाने में सफल नहीं हो पाए। मिस्बाह ने 162 वनडे इंटरनेशनल मैचों में 43.40 की औसत से 5122 रन बनाये है।
इस दौरान उन्होंने 42 अर्धशतक जड़े है लेकिन सैकड़ा एक भी नहीं लगाया है। उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 96 रन का है। वहीं टेस्ट मैच की बात करें तो उन्होंने 46.62 की औसत से 5222 रन बनाये है। इस दौरान उन्होंने टेस्ट 10 शतक लगाए है।