क्रिकेट में कई बल्लेबाज़ों ने दोहरा शतक और तिहरा शतक लगाया है। वहीं क्रिकेट में कुछ ऐसे भी खिलाड़ी देखने को मिले है जो अपने साथी खिलाड़ियों की वजह से दोहरा शतक या तिहरा शतक नहीं बना पाए है।
तो आज हम आपको ऐसे 3 खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जो दूसरे छोर पर अपने साथी खिलाड़ियों के आउट होने की वजह से 199 या 299 रन के बड़े स्कोर पर नाबाद पवेलियन लौट गए थे।
1. एंडी फ्लावर
जिम्बाब्वे टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज एंडी फ्लावर साल 2001 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 199 रन पर नाबाद पवेलियन लौट गए थे।
दरअसल, इस मैच में साउथ अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 3 विकेट खोकर 600 रन पर पारी घोषित कर दी थी।
जवाब में जिम्बाब्वे की टीम पहली पारी में 286 रन पर ही ऑलआउट हो गयी थी। एंडी फ्लावर ने इस मैच की पहली पारी में 142 रन की बेहतरीन शतकीय पारी खेली थी।
दूसरी पारी में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 199 रन पर खेल रहे थे और दोहरा शतक से सिर्फ एक कदम दूर थे।
फ्लावर का दोहरा शतक बनाने का सपना पूरा नहीं और आखिरी विकेट के रूप में डगलस होंडो आउट होकर पवेलियन लौट गए। .साउथ अफ्रीका ने यह मैच 9 विकेट से अपने नाम कर लिया था।
वहीं एंडी फ्लावर के इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच के अवार्ड से नवाजा गया था।
एंडी फ्लावर के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने 63 मैच खेले है और 51.55 के बेहतरीन औसत के साथ 4794 रन अपने नाम किये है। इस दौरान उनके बल्ले से 12 शतक, एक दोहरा शतक और 27 अर्धशतक लगाए है।
2. कुमार संगकारा
कुमार संगकारा की गिनती दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में की जाती है। इसके अलावा वो श्रीलंका टीम की कप्तानी भी कर चुके हैं। संगकारा 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ गॉल टेस्ट मैच में शानदार बल्लेबाजी का नजारा पेश कर रहे थे।
वो अपने दोहरे शतक के बेहद नजदीक थे और दसवें विकेट के लिए नुवान प्रदीप के साथ 27 रन की साझेदारी कर चुके थे।
तभी प्रदीप 5 गेंद खेलकर मोहम्मद हफीज की गेंद पर बिना खाता खोले आउट हो गए और श्रीलंका की पहली पारी 472 रन पर सिमट गयी।
वहीं कुमार संगाकारा 387 गेंद में 18 चौको और 2 छक्कों की मदद से 199 रन बनाकर नाबाद रहे। इस मैच में श्रीलंका ने पाकिस्तान को 209 रन के विशाल अंतर से हरा दिया था।
इस विकेटकीपर बल्लेबाज के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने 134 मैच खेले है और 57.14 के बेहतरीन औसत की मदद से 12400 रन अपने खाते में जोड़े है। इस दौरान उनके बल्ले से 38 शतक, 11 दोहरे शतक और 52 अर्धशतक निकले है।
3. डॉन ब्रैडमैन
डॉन ब्रैडमैन दुनिया के महान बल्लेबाजों में शुमार है। साल 1931-1932 एडिलेट में खेले गए टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला साउथ अफ्रीका से था।
उस मैच में अफ्रीकी टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में 308 रन का स्कोर खड़ा किया था।
जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने ब्रैडमैन के दोहरे शतक के चलते पहली पारी में 513 रन बनाये थे। जब ऑस्ट्रेलिया के 9 विकेट गिर चुके थे और ब्रैडमैन 299 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे।
उस समय उनके साथ अंतिम विकेट के लिए 14 रन की साझेदारी कर चुके उनके साथी खिलाड़ी थरलो रन आउट होकर पवेलियन लौट गए और ब्रैडमैन अपना तिहरा शतक पूरा करने से चूक गए थे। नाबाद 299 रन की पारी में ब्रैडमैन ने 23 चौके लगाए थे।
ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच को 10 विकेट से अपने नाम कर लिया था। ब्रैडमैन के टेस्ट करियर की बात करें तो उन्होंने 99.94 के बेहतरीन औसत के साथ 6996 रन अपने नाम किये है। इस दौरान उनके बल्ले से 29 शतक, 12 दोहरे शतक और 13 अर्धशतक निकले है।