क्रिकेट को “द जेंटलमैन्स गेम” के रूप में जाना जाता है लेकिन क्रिकेट में भी बहुत सारे विवाद देखने को मिले हैं। बॉल टैंपरिंग से लेकर मैच फिक्सिंग तक और ड्रग के इस्तेमाल करने तक खेल की साफ-सुथरी छवि पर बुरा असर पड़ा है।
जैसे पाकिस्तान के क्रिकेटर मोहम्मद आमिर ने वापसी करके दिखाई। 2010 में वो मैच फिक्सिंग में पाए गए थे जिस कारण उन पर 5 साल का बैन लग गया था।
उसके बाद उन्होंने डोमेस्टिक क्रिकेट में एक बेहतरीन वापसी की और 5 साल के लंबे इतंजार के बाद पाकिस्तानी टीम में वापसी की। तो आज हम आपको उन पांच क्रिकेटरों के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने बैन लगने के बाद जोरदार वापसी की।
1. इयान बॉथम
इंग्लैंड का यह क्रिकेटर कभी भी विवादों से दूर नहीं रह पाया। 1986 में वेस्टइंडीज के एक खराब दौरे बाद उन्होंने भांग का इस्तेमाल करने में लिप्त पाया गया था।
इसके चलते मीडिया में उनकी काफी आलोचना हुई थी और उन पर आजीवन बैन लगाने की मांग की गयी थी।
मीडिया के दबाव के चलते ईसीबी ने बॉथम पर 63 दिनों का बैन लगा दिया था जिसकारण वो भारत के खिलाफ सीरीज में हिस्सा नहीं ले पाए थे।
इसके बाद इस आलराउंडर ने शानदार वापसी करते हुए डेनिस लिली के वर्ल्ड टेस्ट विकेट रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया था।
उनके टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने इंग्लैंड को 102 टेस्ट मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 33.54 की औसत और 60.71 के स्ट्राइक रेट के साथ 5200 रन बनाये है।
इस दौरान उनके बल्ले से 14 शतक और 22 अर्धशतक देखने को मिले है। वहीं गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 28.40 के औसत के साथ 383 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई है।
2. शेन वार्न
2003 के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के शुरुआती मैच की सुबह, उनके गेंदबाज, वार्न ने ड्यूरेटिक का इस्तेमाल किया था और उन पर एक साल का बैन लगा दिया गया था।
इस दिग्गज स्पिनर ने 2004 में बेहतरीन तरीके से वापसी की। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ खेली गयी तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 26 विकेट झटके।
इसमें गाले और कैंडी टेस्ट में लगातार चार बार पांच विकेट लेने शामिल थे और वॉर्न के इस प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज के अवार्ड से नवाजा गया।
इस दिवगंत क्रिकेटर के टेस्ट करियर की बात की जाए तो वो इस फॉर्मेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामलें में दूसरे स्थान पर काबिज है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को 145 टेस्ट मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 25.42 के औसत के साथ 708 विकेट लिए है।
3. शोएब अख्तर
रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर पाकिस्तानी क्रिकेटर का विवादों से पुराना नाता रहा है। नशीली दवाओं का इस्तेमाल करने से लेकर इललीगल एक्शन तक शोएब ने सब झेला है।
बैन होने के बाद उनकी पहली वापसी 2006 में हुई थी। एक साल बाद टीम में वापस आकर उन्होंने 9-0-43-4 के आंकड़ों के साथ अपनी योग्यता साबित की।
2008 में खिलाड़ियों को कॉन्ट्रैक्ट देने के पीसीबी के तरीके पर सवाल उठाने के लिए उन्हें पांच साल के लिए बैन कर दिया गया था। हालांकि 2010 में उन्होंने वापसी की।
उन्होंने वनडे मैच में दोबारा वापसी पर तीन विकेट लिए और 2011 का वर्ल्ड कप खेलने के बाद संन्यास ले लिया।
अख्तर के वनडे करियर की बात की जाए तो उन्होंने पाकिस्तान को 163 मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 24.98 की औसत और 31.43 के स्ट्राइक रेट के साथ 247 विकेट लिए है। इस दौरान उन्होंने 4.77 के इकॉनमी रेट की मदद से 247 विकेट अपने नाम किये है।