क्रिकेट के तीनों ही फॉर्मेट में यदि कोई सबसे कठिन है तो वह टेस्ट फॉर्मेट हैं जिसमें खेलने का सपना प्रत्येक खिलाड़ी देखता है ताकि उसे खुद को पूरी तरह से साबित करने का मौका मिल सके।
ऐसे कम ही खिलाड़ी होते हैं, जो अपने डेब्यू मैच में ही गहरा प्रभाव छोड़ने में कामयाब हो पाते हैं। टेस्ट क्रिकेट खुद को साबित करने में कई खिलाड़ियों को काफी समय लग जाता है।
वहीं कुछ पहले ही मैच से इसे पूरी तरह से भुनाने में कामयाब हो जाते हैं। भारतीय टीम के लिए अभी तक टेस्ट क्रिकेट में एक से एक शानदार और महान खिलाड़ी देखने को मिले हैं।
वहीं काफी कम ऐसे खिलाड़ी रहे हैं, जो अपने पहले ही मैच में मैन ऑफ दी मैच का खिताब जीतने में कामयाब हो सके हैं। तो आज हम आपको ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं।
5- रविचंद्रन अश्विन (बनाम वेस्टइंडीज, साल 2011)
रविचंद्रन अश्विन भी इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाने में सफल हो गए है। उन्होंने साल 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना पहला टेस्ट में दिल्ली के फिरोज शाह कोटला मैदान में खेला था।
इस मैच में अश्विन ने कुल 8 विकेट अपने नाम किये। अश्विन के इस मैच में शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच का खिताब को अपने नाम कर लिया था।
4- शिखर धवन (बनाम ऑस्ट्रेलिया, साल 2013)
भारतीय टीम के लिए एक समय शिखर धवन तीनों ही फॉर्मेट ओपनिंग बल्लेबाज की अहम जिम्मेदारी निभाते दिखाई देते थे। उन्हें साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली के मैदान में अपने टेस्ट करियर का पहला मैच खेलने का मौका मिला था।
बाएं हाथ के बल्लेबाज धवन ने 174 गेंदों में 187 रनों की शानदार पारी खेलते हुए सभी को प्रभावित किया। इस वजह से उन्हें मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम किया था।
3- रोहित शर्मा (बनाम वेस्टइंडीज, साल 2013)
लिमिटेड ओवर्स में अपनी बल्लेबाजी को लोहा मनवाने वाले रोहित शर्मा खुद को काफी लंबे समय के बाद टेस्ट क्रिकेट साबित करने में कामयाब हो पाए थे।
रोहित ने साल 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का पहला मैच खेलते हुए 301 गेंदों में 177 रनों की अहम पारी खेली थी।
भारतीय टीम ने जहां मैच को पारी और 51 रनों से जीता था, वहीं रोहित को मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया था।
2- पृथ्वी शॉ (बनाम वेस्टइंडीज, साल 2018)
साल 2018 में भारतीय टीम से युवा ओपनिंग बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को टेस्ट फॉर्मेट में आगाज करने का मौका मिला। उन्होंने अपना पहला मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ राजकोट के मैदान में खेला।
भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और शॉ ने पहली ही गेंद से अपना स्वाभाविक खेल दिखाना शुरू कर दिया।
दाएं हाथ के बल्लेबाज शॉ ने 154 गेंदों में 134 रनों की शानदार पारी खेलने के साथ भारतीय टीम को पारी और 272 रनों से जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा की। उनकी इस पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच के अवार्ड से नवाजा गया था।
1- श्रेयस अय्यर (बनाम न्यूजीलैंड, साल 2021)
लंबे समय तक लिमिटेड ओवर्स टीम का अहम हिस्सा रहने वाले श्रेयस अय्यर को साल 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में अपना पहला टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला।
अय्यर ने इस मौके का पूरा लाभ उठाते हुए पहली पारी में जहां 105 तो वहीं दूसरी पारी में 65 रन बनाते हुए टीम की स्थिति को मजबूत करने में अहम भूमिका अदा की थी। डेब्यू मैच में शानदार प्रदर्शन के लिए अय्यर को मैन ऑफ द मैच का अवार्ड दिया गया था।