भारतीय टीम में पिछले कई सालों में एक से बढ़कर एक क्रिकेटर देखने को मिले है जिन्होंने इंटरनेशनल लेवल पर शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी छाप छोड़ी है। वहीं कुछ खिलाड़ियों ने सभी प्रारूपों में अपना दबदबा बनाया है।
कुछ खिलाड़ियों ने वनडे और टी20 प्रारूपों (आईपीएल सहित) में सफलता का स्वाद चखा, लेकिन वे सबसे पुराने और सबसे मुश्किल प्रारूप में अपनी छाप छोड़ने में फेल हो गए।
भारत के कुछ सीमित ओवरों के विशेषज्ञों ने दो प्रारूपों में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन वे दुर्भाग्य से टेस्ट में अपनी छाप छोड़ने में कामयाब नहीं हुए है।
तो आज हम आपको ऐसे 5 भारतीय क्रिकेटरों के बारे में बताएंगे जो टेस्ट क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे है।
1. युवराज सिंह
पूर्व दिग्गज भारतीय क्रिकेटर ने सीमित ओवरों की क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करके दिखाया है। इस बात का अंदाजा उनके आंकड़ों को देखकर लगाया जा सकता हैं। इसके अलावा वह शानदार फील्डर भी थे।
वहीं युवराज सिंह का टेस्ट करियर अच्छा नहीं रहा। युवी के वनडे करियर की बात की जाए तो उन्होंने 304 मैच खेले है और 8701 रन अपने खाते में जोड़ने में कामयाब रहे है। वहीं गेंदबाजी करते हुए 111 विकेट लिए है।
इसके अलावा उन्होंने भारत को 58 टी20 इंटरनेशनल मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 1177 रन बनाये है। वहीं गेंदबाजी करते हुए 28 विकेट अपने नाम करने में कामयाब रहे है।
वहीं टेस्ट में बाएं हाथ के बल्लेबाज 40 मैच में 33.93 के औसत से सिर्फ 1900 रन ही बना पाए है। टेस्ट में गेंदबाजी करते हुए युवी सिर्फ 9 विकेट ही चटका पाए है।
2. सुरेश रैना
एक और खब्बू बल्लेबाज ने इस लिस्ट में अपनी जगह बनाने में सफल रहे है। सुरेश रैना सीमित ओवरों की क्रिकेट में भारत के लिए एक मैच विजेता खिलाड़ी थे।
बाएं हाथ के बल्लेबाज ने भारत को 226 वनडे मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 5615 रन बनाये है। वहीं पार्ट टाइम गेंदबाजी करते हुए 36 विकेट चटकाने में कामयाब रहे है।
वहीं उन्होंने भारत के लिए 78 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले है और 1604 रन बनाये है। टी20 इंटरनेशनल में भी उन्होंने गेंदबाजी करते हुए 13 विकेट अपने नाम किये है।
रैना के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने 18 मैच खेले है और 768 रन बनाने में ही कामयाब हो पाए है। वहीं गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 13 विकेट लिए है।
3. दिनेश कार्तिक
दिनेश कार्तिक ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए आईपीएल 2022 में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद अपने करियर को फिर से पटरी पर लाये है।
हालाँकि, वह उन विकेटकीपर बल्लेबाजों में से एक थे, जिनसे एक ठोस टेस्ट करियर की उम्मीद की जा रही थी। कार्तिक ने अभी तक 26 टेस्ट खेले है और 1025 रन बनाये है।
इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक और 7 अर्धशतक देखने को मिले है। हालांकि धोनी के रहते हुए उन्हें खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिले।
4. भुवनेश्वर कुमार
इस लिस्ट में तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार भी अपनी जगह बनाने में सफल रहे है। दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने भारत के लिए खेले 21 टेस्ट मैचों में 63 विकेट लिए है।
हालांकि वह अपने करियर में इंग्लैंड को छोड़कर बाकी जगह टेस्ट में जूझते रहे हैं। इसी वजह से वो टेस्ट में भारत के लिए ज्यादा नहीं खेल पाए है। उन्होंने आखिरी बार 2018 में भारत के लिए टेस्ट खेला था।
5. आशीष नेहरा
पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने जब दक्षिण अफ्रीका में हुए 2003 के वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ 23 रन देकर 6 विकेट लेते हुए अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की थी।
इसी कारण उनसे टेस्ट क्रिकेट में भी अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीदें थी। हालांकि चोटों के कारण वो ज्यादा टेस्ट मैच नहीं खेले है। नेहरा ने 1999 से 2004 के बीच भारत के लिए खेले गए 17 टेस्ट मैचों में 44 विकेट लिए।
उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट रावलपिंडी में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था, जिसे भारत ने एक पारी और 131 रनों से जीता था। इस मैच में उन्होंने दो पारियों में तीन विकेट लिए थे।