क्रिकेट एक कैश रिच स्पोर्ट है, इस बात में कोई शक नहीं है कि यह दुनिया के टॉप स्पोर्ट्स में से एक है जिसमें बहुत सारा पैसा शामिल है। जब से क्रिकेट की शुरुआत हुई है, इसने ग्रोथ चार्ट को ऊपर की दिशा में आगे बढ़ते हुए देखा है।
टी20 और टी10 जैसे खेल के नए प्रारूपों की शुरुआत के साथ, मनी फ्लो में इजाफा देखने को मिला है। साथ ही कई देशों टी20 लीग करवाते हैं जिनमें बहुत अधिक नकद और पुरस्कार शामिल होते हैं, क्योंकि लीग में कई स्पोंसरशिप शामिल होती हैं।
विशेष रूप से, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) क्रिकेट की दुनिया में सबसे अधिक रिच लीग है। वहीं यह देखा गया है कि कई खिलाड़ी गरीब परिवार बैकग्राउंड से क्रिकेट में आते हैं और कड़ी मेहनत और डेडिकेशन की वजह से करोड़पति बन जाते हैं।
हालांकि कुछ क्रिकेटर ऐसे भी है जो क्रिकेट की दुनिया में आने से पहले बहुत अमीर थे। तो आज हम आपको ऐसे ही टॉप 5 क्रिकेटरों के बारे में बताने जा रहे है।
5. विजय मर्चेंट
विजय सिंह माधवजी मर्चेंट एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं जिन्होंने रिच फैमिली बैकग्राउंड के साथ क्रिकेट में एंट्री। वह दाएं हाथ के बल्लेबाज और पार्ट टाइम तेज गेंदबाज थे।
क्रिकेट के अलावा वह हिंदुस्तान स्पिनिंग एंड वीविंग मिल्स (ठाकरसी ग्रुप) से भी जुड़े थे। विजय चैंपियन बल्लेबाज थे क्योंकि उन्होंने 150 फर्स्ट क्लास मैच खेले और 71.64 के शानदार औसत की मदद से 13470 रन बनाये है।
उनका औसत क्रिकेट के इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा फर्स्ट क्लास औसत है। विशेष रूप से, वह महान ऑस्ट्रेलियाई सर डॉन ब्रैडमैन से ठीक पीछे हैं।
हालांकि, वह भारत के लिए सिर्फ 10 मैच ही खेल पाए है जिसमें उन्होंने 47.72 की औसत के साथ 859 रन बनाए है। इस दौरान वो 3 शतक और 3 अर्धशतक लगाने में कामयाब रहे है।
4. आर्यमन बिरला
24 वर्षीय आर्यमन बिरला कुमार मंगलम बिरला के बेटे हैं, जो एक अरबपति उद्योगपति हैं, और आदित्य बिड़ला ग्रुप के चैयरमेन हैं।
कई फैंस विराट कोहली, धोनी और सचिन तेंदुलकर के साथ आर्यमन बिरला को क्रिकेट की दुनिया के सबसे अमीर खिलाड़ियों में शामिल करते हैं।
उन्होंने 2017-18 रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट में मध्य प्रदेश की तरफ से फर्स्ट क्लास में अपना डेब्यू किया। इस बीच, उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने आईपीएल 2018 की नीलामी में खरीदा था जो जनवरी में हुई थी।
उसके बाद उसी साल नवंबर में उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शतक जड़ा। इस बीच, उन्होंने मेंटल हेल्थ के मुद्दों के कारण क्रिकेट से ब्रेक ले लिया।
3. नवाब मंसूर अली खान पटौदी
महान भारतीय कप्तान नवाब मंसूर ने एक अमीर खिलाड़ी के टैग के साथ क्रिकेट में एंट्री ली, वह एक शाही परिवार से आते थे और खेल में एंट्री लेने से पहले उनके पास पर्याप्त से अधिक पैसा था।
वह 1952 से 1971 तक पटौदी के नवाब थे। इसके साथ ही, उन्हें 21 साल की उम्र में ही भारतीय टीम की कप्तानी करने की जिम्मेदारी दी गई थी। उन्होंने 310 फर्स्ट क्लास मैच खेले है और 33.67 की औसत की मदद से 15425 रन बनाए है।
इसके अलावा उन्होंने भारत को 46 टेस्ट मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 34.91 की औसत से 2,793 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 6 शतक और 16 अर्धशतक देखने को मिले है।
2. सौरव गांगुली
पूर्व भारतीय कप्तान और वर्तमान बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को अब तक के सबसे सफल क्रिकेटरों में से एक माना जाता हैं। वह एक चैंपियन बल्लेबाज और स्टार कप्तान थे।
गांगुली रिच फैमिली के बैकग्राउंड के साथ क्रिकेट में आए, सौरव के पिता एक बहुत ही सक्सेसफुल बिजनेसमैन थे, उन्होंने कोलकाता में एक फलता-फूलता प्रिंट का बिजनेस चलाया।
कोलकाता के राजकुमार ने क्रिकेट की दुनिया में आने से पहले बिल्कुल एक राजकुमार की तरह जीवन जिया। सौरव गांगुली ने अपने करियर में ओडीआई, टेस्ट, फर्स्ट क्लास और लिस्ट ए सहित 1000 से अधिक क्रिकेट मैच खेले हैं।
विशेष रूप से, उन्हें ओडीआई क्रिकेट में एक बड़ी सफलता मिली क्योंकि उन्होंने 311 मैच खेले है और 11363 रन बनाये है। इस दौरान उन्होंने 22 शतक और 72 अर्धशतक लगाए है।
उनका टेस्ट करियर भी बहुत सफल रहा क्योंकि वह 113 टेस्ट में 7,212 रन बनाने में सफल रहे। गांगुली टीम इंडिया के रिनोवेशन के लिए भी जिम्मेदार थे, जब टीम कठिन समय से गुजर रही थी।
1. मुथैया मुरलीधरन
मुरलीधरन ऑलटाइम महान स्पिनर हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में उनकी सफलता को आज भी याद किया जाता है, इंटरनेशनल क्रिकेट में उनके रिकॉर्ड के कई साल बाद भी नहीं टूटे है।
बहुत से फैंस को यह नहीं पता है कि महान स्पिनर रिच फैमिली बैकग्राउंड से आते हैं।
विशेष रूप से, मुरलीधरन के पिता सिन्नासामी मुथैया ने एक सफल बिस्किट बनाने का बिजनेस, जिसके कारण मुरलीधरन ने क्रिकेट में एंट्री करने से पहले एक शानदार जीवन व्यतीत किया।
वह टेस्ट क्रिकेट में 800 विकेट के साथ सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं और कोई भी गेंदबाज उनके करीब भी नहीं है। इसके अलावा, उन्होंने अपने वनडे में भी वो सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामलें में टॉप है।
उन्होंने 534 मैच खेले है 3.93 के इकॉनमी रेट की मदद से 534 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाने में सफलता पायी है।