क्रिकेट बोर्ड अक्सर युवाओं को भविष्य के संभावित सुपरस्टार के रूप में देखते हुए उन्हें नेशनल टीम में चुनते हैं। हालांकि वो कभ-कभी उन उम्रदराज क्रिकेटरों को नहीं चुनते हैं जिन्होंने घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है।
युवा खिलाड़ियों को वरीयता देना अपने आप में जायज है, लेकिन उम्र के कारण घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन वाले पुराने खिलाड़ियों को बाहर करते हुए उन्हें ना चुनना गलत हैं।
कुछ क्रिकेटर ऐसे हैं जिन्होंने 30 के करीब होने के बावजूद नेशनल टीम में अपनी जगह बनाई है और अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है। तो आज हम आपको ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है।
1. एडम वोग्स
इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एडम वोग्स ने टॉप पर अपना कब्जा जमाया है। इस खिलाड़ी ने उस उम्र में डेब्यू किया था जिस उम्र में ज्यादातर खिलाड़ी संन्यास लेते है।
वोग्स ने 35 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने अपने करियर में 20 टेस्ट खेले है और 1485 रन अपने नाम करने में कामयाब रहे है।
इसके अलावा उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को 31 वनडे मैच में रिप्रेजेंट करते हुए 870 रन बनाये है। वहीं उन्होंने 7 टी20 इंटरनेशनल मैच भी खेले है और 139 रन बनाये है।
2. माइकल हसी
पूर्व ऑस्ट्रलियाई खिलाड़ी माइकल हसी इस लिस्ट में अपना नाम दर्ज करवाने में सफल हो गए है। उन्होंने 30 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया के लिए डेब्यू किया था लेकिन फिर भी उनकी गिनती दुनिया के बेहतरीन क्रिकेटरों में की जाती हैं।
बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 79 टेस्ट, 185 वनडे और 38 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले है और क्रमशः 6235, 5442 और 721 रन बनाये है।
उन्होंने आईपीएल में भी अपनी छाप छोड़ी हसी ने चेन्नई की तरफ से खेलते हुए 2013 में ऑरेंज कैप अपने नाम की थी।
उन्होंने आईपीएल में कुल 59 मैच खेले है और 122.64 के स्ट्राइक रेट की मदद से 1977 रन बनाये है। इस दौरान वो एक शतक और 15 अर्धशतक लगाने में कामयाब रहे है।
3. सूर्यकुमार यादव
डोमेस्टिक लेवल पर और आईपीएल में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद नेशनल सलेक्टर्स द्वारा सुर्यकुमार यादव को लंबे समय तक नजरअंदाज किया जा रहा था।
उन्होंने 2018, 2019 और 2020 के आईपीएल में और घरेलू क्रिकेट में मुंबई के लिए जमकर रन बनाये। सूर्या जब 30 के होने वाले थे उन्हें तब जाकर भारतीय टीम के लिए डेब्यू करने का मौका मिला।
वह अब भारत की टी20 इंटरनेशनल टीम के मुख्य बल्लेबाज हैं और वनडे में अपनी जगह पक्की करने के लिए मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं।
उन्होंने भारत के लिए 14 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले है और 165.57 के स्ट्राइक रेट से 351 रन बनाये है। वहीं 7 वनडे मैचों में उनके नाम 53.4 की औसत से 267 रन दर्ज है।
4 . सईद अजमल
इस पूर्व स्पिनर की गेंदों को खेलना बल्लेबाजों के लिए काफी मुश्किल हुआ करता था। अजमल की गेंदबाजी में वैरिएशन कमाल का था। हालांकि ये आश्चर्य की बात हैं कि इस दिग्गज ने 31 साल की उम्र में डेब्यू किया था।
उन्होंने पाकिस्तान की 2009 टी20 वर्ल्ड कप जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और जल्द ही टेस्ट में डेब्यू कर लिया था।
अजमल ने अपने करियर में 35 टेस्ट खेले है और 178 विकेट लिए है। वहीं 113 वनडे मैचों में उन्होंने 184 विकेट और 64 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 85 विकेट लिए है।
5. रेयान हैरिस
हैरिस अपनी पीढ़ी के कुछ अन्य तेज गेंदबाजों की तरह तेज नहीं थे, लेकिन वह काफी सटीक लाइन एंड लेंथ से गेंदबाजी किया करते थे। लोग उन्हें ‘राइनो’ नाम सभी बुलाते हैं। उन्होंने 2009 में 29 साल की उम्र में इंटरनेशनल डेब्यू किया था।
हैरिस काफी टैलेंटेड तेज गेंदबाज थे। 2010 में न्यूजीलैंड में उन्होंने अपनी पहली टेस्ट सीरीज में नौ विकेट लिए। हालांकि, चोटों के कारण इस तेज गेंदबाज का करियर ज्यादा नहीं चल पाया।
इस तेज गेंदबाज ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 27 टेस्ट खेले है और 113 विकेट लिए है। वहीं 21 वनडे मैचों में उन्होंने 44 विकेट और 3 टी20 इंटरनेशनल मैचों में उन्होंने 4 विकेट चटकाए है।
6. केदार जाधव
इस भारतीय बल्लेबाज ने 2014 में करीब 29 साल की उम्र में इंटरनेशनल डेब्यू किया था। केदार जाधव अपना आखिरी मैच 2020 में खेलते हुए दिखाई दिए थे। इसके बाद खराब प्रदर्शन करने के कारण उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
उन्होंने भारत के लिए 73 वनडे मैच खेले है और 42.09 की औसत के साथ 1389 रन बनाये है। इसके अलावा दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने भारत के लिए 9 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले है और 122 रन ही बनाये है।