क्रिकेट में सबसे पहले टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत हुई थी लेकिन समय के साथ क्रिकेट में बदलाव देखने को मिले और वनडे क्रिकेट की शुरुआत हुई। इस फॉर्मेट की जब से शुरुआत हुई थी दर्शकों ने इसमें दिलचस्पी लेना शुरू कर दिया था।
कई क्रिकेटरों ने इस फॉर्मेट में अपना दबदबा बनाया है। शुरुआत में इस फॉर्मेट में गेंदबाजों का दबदबा रहा लेकिन समय-समय पर क्रिकेट के नियमों में बदलाव के चलते बल्लेबाजों को ज्यादा फायदा मिलने ;लगा।
सीमित ओवर प्रारूप में गेंदबाजों को बल्लेबाजी करने का मौका कम ही मिल पाता है। उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका तब मिलता हैं जब टीम मुश्किल हालात में हो।
हमने कई बार देखा है कि निचलेक्रम में कई सारे गेंदबाजों ने टीम के लिए बल्लेबाजीकरते हुए कुछ महत्वपूर्ण रन जोड़े हैं। वहीं वनडे क्रिकेट इतिहास में कुछ ऐसे भी गेंदबाज देखने को मिले है जिन्हें कभी बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिल पाया।
तो आज हम आपको 3 ऐसे गेंदबाजों के बारे में बताने जा रहे है जिन्हें कभी वनडे क्रिकेट में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिल पाया।
3. रूद्र प्रताप सिंह (सीनियर)
बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने भारत के लिए 24 सितंबर 1986 को ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना वनडे डेब्यू किया था। उस मैच में उन्होंने 4 ओवर में एक मेडन सहित 19 रन खर्च किये लेकिन एक भी विकेट नहीं ले पाए।
इसके बाद उन्होंने एक मैच और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही खेला और उसमें एक विकेट अपने नाम किया। इन दो मैचों में उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिल पाया।
इसके बाद रूद्र प्रताप सिंह को टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इसके बाद वो वापसी नहीं कर सके। उन्होंने अपने करियर में 59 फर्स्ट क्लास मैच खेले है और 32.37 की औसत के साथ 150 विकेट अपने नाम किये है।
इसके अलावा रूद्र प्रताप सिंह (सीनियर) ने 21 लिस्ट ए मैच भी खेले है और 26.26 की औसत के साथ 26 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया है।
2. मनप्रीत गोनी
पंजाब के इस तेज गेंदबाज ने 25 जून 2008 को हांगकांग के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था। इस मैच में उन्होंने 5 ओवर में एक मेडन सहित 11 रन दिए लेकिन एक भी विकेट नहीं ले पाए थे।
इसके बाद उन्होंने एक और वनडे मैच बांग्लादेश के खिलाफ खेला। इस मैच में उन्होंने 8 ओवर में 65 रन देकर 2 विकेट लिए। इसके बाद वो दोबारा वनडे टीम में वापसी नहीं कर सके।
गोनी बड़े-बड़े शॉट खेलने के लिए जानें जाते हैं लेकिन इन दोनों मैचों में उन्हें एक बार भी बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिल सका। गोनी इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं।
1. जयदेव उनादकट
इस लिस्ट में टॉप पर जयदेव उनादकट शामिल है। बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने भारतीय टीम के लिए 7 वनडे मैच खेले है और 4.02 के अच्छे इकॉनमी रेट की मदद से 8 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाने में सफलता पायी है।
इन 7 मैचों में उनादकट को बल्लेबाजी करने का कभी मौका नहीं मिल पाया। इस समय वो भारतीय टीम से बाहर चल रहे है। इसके अलावा उन्होंने भारत के लिए एक टेस्ट मैच भी खेला है और उसमें वो एक भी विकेट नहीं ले पाए थे।
वहीं आईपीएल 2022 में वो मुंबई इंडियंस का हिस्सा है जहां वो अच्छा प्रदर्शन करके भारतीय टीम में वापसी कर सकते थे लेकिन वो अच्छा प्रदर्शन करने में सफल नहीं हो पाए। फ्रेंचाइजी ने बाद में उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर का रास्ता दिखाया।
इस सीजन में उन्होंने 5 मैच खेले है और 9.50 के ख़राब इकॉनमी रेट के साथ सिर्फ 6 ही विकेट लेने में कामयाब हो पाए थे।