वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर आंद्रे रसेल ने बिग बैश लीग 2016 के एक मैच में काले रंग के बल्ले के साथ खेलने उतरे थे जिससे सभी काफी हैरान हो गए थे। फैंस ने इस तरह के बल्ले के इस्तेमाल की वैधता पर सवाल उठाया।
हालांकि, यह पहली बार नहीं था जब क्रिकेट इक्विपमेंट विवादों में आए थे। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया, जिसने पहले रसेल को काले बल्ले का इस्तेमाल करने के लिए मंजूरी दे दी थी।
हालांकि बाद में दावा किया कि बल्ला “गेंद का रंग बदल रहा है” और इसलिए बल्ले के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया गया था।
बल्ले के इस्तेमाल करने को लेकर कई विवाद और सामने आ चुके हैं। तो आज हम आपको ऐसे ही 5 इंसिडेंट के बारे में बताने जा रहे है जब बल्लों के इस्तेमाल को लेकर विवाद हुआ है।
5. 1771 का मॉन्स्टर बैट
यह पहली बार था जब बल्ले के आकार को लेकर बड़ा विवाद सामने आया था। यह एक ऐसी घटना थी जिसने क्रिकेट के बल्ले की चौड़ाई तय करने के लिए लागू कानूनों में भी बदलाव करने पड़ गए थे।
यह 25 सितंबर को चेर्त्से और हैम्बलटन के बीच मैच था। इस मैच में चेर्त्से का एक खिलाड़ी एक विशाल बल्ला लेकर आया, जो स्टंप की चौड़ाई को कवर करने के लिए काफी था। बल्ले का इस्तेमाल गेंद को ब्लॉक करने के लिए किया जाता था।
इस वजह से गेंदबाज बल्लेबाज को आउट नहीं कर पाते थे। हैम्बलटन के खिलाड़ियों ने इसका काफी विरोध किया था। इसी वजह से बाद में क्रिकेट के नियमों में बल्ले की चौड़ाई और लंबाई में बदलाव किये गए थे।
4. डेनिस लिली का एल्युमिनियम बैट
15 दिसंबर, 1979 को ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज डेनिस लिली पर्थ में एशेज टेस्ट मैच के दौरान एल्युमीनियम का बल्ला लेकर खेलने आये थे जिसे देखकर सभी हैरान हो गए थे।
इस बीच, इंग्लैंड के कप्तान माइक ब्रियरली ने कहा कि इस बल्ले से गेंद को नुकसान हो रहा है। इसके बाद चैपल ने खुद मैदान में घुसकर लिली को लकड़ी का बल्ला सौंपकर इस विवाद को खत्म कर दिया था।
3. पोंटिंग का बल्ला कार्बन ग्रेफाइट पट्टी के साथ
साल 2006 में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग का बल्ला कार्बन ग्रेफाइट की एक पतली पट्टी के लिए जांच के दायरे में आया था।
एमसीसी ने इंटरनेशनल क्रिकेट कमिटी आईसीसी) को अपनी चिंता व्यक्त की। उनका कहना था कि इस बल्ले से बल्लेबाज को थोड़ा ज्यादा फायदा मिलता हैं।
सभी सबूतों की समीक्षा करने और बल्ले के हर छोटे डिटेल को देखने के बाद, एमसीसी ने दावा किया कि इस तरह के बल्ले का इस्तेमाल करना वास्तव में अवैध है।
पोंटिंग ने उसी बल्ले से 2004-2005 में सिडनी में एक टेस्ट मैच में पाकिस्तान के खिलाफ दोहरा शतक बनाया था।
2. द मंगूज
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन इंडियन प्रीमियर लीग 2010 में मंगूज नामक बल्ले के साथ खेलते हुए दिखाई दिए थे। कई लोगों का मानना था कि यह बल्ला खेल में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।
हेडन के हाथ में एक MMi3 था, जो बल्ले का एक छोटा, घातक एडिशन था। हालांकि बाद में इस बल्ले के इस्तेमाल की वैधता पर सवाल खड़ा हो गया था। हेडन ने उस बल्ले से दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के खिलाफ 43 गेंदों में 93 रनों की पारी खेली थी।
1. क्रिस गेल का गोल्डन बैट
वेस्टइंडीज के स्टार क्रिस गेल ने बिग बैश लीग 2015 में मेलबर्न रेनेगेड्स को रिप्रेजेंट करते हुए शुरुआती गेम में इसका इस्तेमाल किया था। कई फैंस का कहना था कि कि बल्ले में धातु थी और इस बल्ले के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता है।
यह बात काफी दिनों तक चर्चा में रही थी। हालांकि अपने पहले मैच में गेल इस बल्ले से 23 रन बनाकर आउट हो गए थे।