आईपीएल में मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच मुकाबले में मुंबई इंडियंस की तरफ से 24 वर्षीय खिलाड़ी रमनदीप सिंह ने पदार्पण किया।
यह रमनदीप आईपीएल का पहला आईपीएल सीजन है पर टाइमल मिल्स की जगह उन्हें मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलने का अवसर प्राप्त हुआ।
रमनदीप सिंह को आईपीएल 2022 के लिए आयोजित मेगा नीलामी में मुंबई ने 20 लाख रुपये देकर खरीदा था. वह घरेलू क्रिकेट पंजाब की तरफ से खेलते हैं।
2 साल पहले ही बंगाल के खिलाफ रमनदीप ने प्रथम श्रेणी मैचों में पदार्पण किया था. उन्होंने अब तक खेले 2 प्रथम श्रेणी मैचों में 1 पचासे के साथ 124 रन जड़े हैं।
बात की जाए T20 क्रिकेट की तो 13 टी20 में रमनदीप के नाम 98 रन दर्ज हैं. रमनदीप टी20 क्रिकेट में एक फिफ्टी भी लगा चुके हैं।
रमनदीप सिंह एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते हैं जो पहले से ही खेलों में शामिल रहा है। रमनदीप के पिता हरदेव सिंह एक इंटरनेशनल साइकिलिस्ट थे।
उन्होंने एशियाई खेलों में और ट्रैक चैंपियनशिप में भारत का नेतृत्व किया था। उन्होंने चीन से लाकर साइकिल रमनदीप के लिए दी थी ताकि वह भी साइकिलिंग में अपना करियर बना सकें।
हालांकि एक इंटरव्यू में रमनदीप ने बताया कि उनको साइकिलिंग में कभी ज्यादा दिलचस्पी रही नहीं थी और उनको इस खेल में कभी जाने का मन नहीं किया।
अतः उनको वह साइकिल बहुत काम की नहीं लगी। 2007 में जब भारतीय टीम ने वर्ल्ड कप जीता तो उनको लग गया कि मुझे अब क्रिकेटर ही बनना है। मैंने यह बात ठान ली।
जो साइकिल पिताजी लाए थे वह अब केवल दीवार पर टंगी हुई है और शो पीस है। उसका बस चेचिस बचा है बाकी पहिए और दूसरी चीजें निकाल दी गई है।
पिता का प्रभाव रमनदीप के करियर पर शुरू से ही रहा है जो कि एथलीट थे। उन्होंने रमनदीप को शुरू से ही डाइट के बारे में बताया और फिटनेस पर काम किया।
यही वजह है कि रमनदीप पहले अंडर 16 फिर अंडर 23 लेवल पर पंजाब की टीम में शामिल हुए। उन्होंने 2018 में पंजाब के लिए अंडर-23 लेवल पर अहम भूमिका निभाई थी।
उन्होंने तीन नॉकआउट मैचों में क्वार्टर फाइनल सेमीफाइनल और फाइनल में क्रमशः 86, 103 और 75 रनों की पारी खेली थी। इसके अलावा उनके प्रदर्शन की बदौलत ही सीके नायडू ट्राफी में भी पंजाब फाइनल पहुंचा था।
पंजाब किंग्स की तरफ से खेल रहे प्रभु सिमरन सिंह और अनमोलप्रीत सिंह जो मुंबई की तरफ से खेलते हैं वह रमनदीप के चचेरे भाई हैं।
इन दोनों ने 2 साल पहले ही आईपीएल में अपना कॉन्ट्रैक्ट हासिल कर लिया था, जबकि रमनदीप को 2 साल एक्स्ट्रा इंतजार करना पड़ा।