सनराइज़र्स हैदराबाद के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज़ डेविड वॉर्नर के लिए आईपीएल 2021 का सीज़न ज़्यादा अच्छा नहीं गया।
वो इस बार बल्ले से प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। जिस कारण उन्हें कई मैचों में प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया और बीच सीज़न में उन्हें कप्तानी से हटाकर केन विलियमसन को कप्तान बना दिया गया।
अब वॉर्नर ने सोशल मीडिया पर एक ऐसा पोस्ट किया है जिसे देखकर कहा जा सकता है ये वाला सीज़न हैदराबाद के लिए उनका आखिरी सीज़न था। वॉर्नर ने सोशल मीडिया पर अपने फैंस को इमोशनल मैसेज लिखा और उन्हें सपोर्ट करने के लिए उनका शुक्रिया कहा।
डेविड वॉर्नर ने सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में लिखा, “जितनी भी यादें बनीं उन सभी के लिए आपका शुक्रिया। सभी फैंस को दिल से शुक्रिया जो हमेशा टीम को अच्छा करने और 100% देने के लिए प्रेरित करते रहते हैं।
आप सभी ने टीम को जितना सपोर्ट करते हुए आये है उसके लिए मैं आपकी जितनी भी तारीफ़ करुँ वो कम ही होगी। यह एक शानदार सफर रहा है। मैं और मेरा परिवार आप सभी को मिस करेंगे।”
आखिरी बार फ़िर से एक आखिरी कोशिश करके देखते हैं।’
आईपीएल के यूएई लेग में वॉर्नर को सिर्फ़ दो मैच खेलने का मौका दिया गया। कल सनराइजर्स हैदराबाद मुंबई इंडियंस के साथ अपने आखिरी मैच में मुंबई इंडियंस के हाथों 42 रन से हार गयी।
2021 में उन्होंने 8 मैच खेले और 24.37 की औसत से सिर्फ़ 195 रन ही बनाये। अगले साल आईपीएल में दो नई टीमें जुड़ेंगी। इसके बाद बड़ी नीलामी होगी और इस नीलामी में वॉर्नर को कोई नई टीम अपने खेमे में शामिल कर सकती है।
डेविड वार्नर 2014 में सनराइज़र्स हैदराबाद की टीम से जुड़े थे और 2021 के सीज़न को छोड़ दे तो वो हर सीज़न में टीम के लिए 500 से ज़्यादा रन बनाते है। वार्नर ने 2014 में 14 मैचों में 48.00 की औसत से 548 रन, 2016 में 17 मैचों में 60.57 की औसत से 848 रन, 2017 के 14 मैचों में 58.27 की औसत से 641 रन।
2018 में ऑस्टलिया की तरफ़ से उनपर बॉल से छेड़छाड़ करने का आरोप लगा था जिसके चलते उनपर एक साल का बैन लगा इसलिए वो उस साल नहीं खेले।
वार्नर ने फ़िर टीम में वापसी करते हुए 2019 में 12 मैचों में 69.20 की औसत से 692 रन ठोंके। कोरोना के कारण यूएई में हुए 2020 के आईपीएल में उन्होंने 16 मैच खेले और 39.14 की औसत से 548 रन अपने बल्ले से बनाये।
वहीं कप्तानी की बात करें तो डेविड वार्नर ने 2015 में हैदराबाद की कमान संभाली थी। तब से लेकर अब तक उन्होंने 67 मैचों में टीम की कप्तानी की और 35 मैचों में टीम को जीत दिलाई और वहीं 30 मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा।