भारत और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन टी ब्रेक से कुछ देर पहले 8 विकेट खोकर 574 रन पर घोषित कर दी।
दूसरे दिन जब जडेजा और अश्विन बल्लेबाजी करने के लिए उतरे तो दोनों ने संभलकर खेलना शुरू किया।
इस बीच अश्विन ने बेहतरीन बल्लेबाजी का नजारा पेश करते हुए अर्धशतकीय पारी खेली।
उन्होंने 82 गेंद में 8 चौको की मदद से 61 रन बनाये। अश्विन ने जडेजा के साथ सातवें विकेट के लिए बहुमूल्य 130 रन की साझेदारी की।
अश्विन को सुरंगा लकमल ने डिकवेला के हाथों कैच आउट कराया। उनके आउट होने के बाद जयंत यादव बल्लेबाजी करने उतरे।
इस बीच जडेजा ने शतक जड़ दिया। जयंत यादव जडेजा का साथ ज्यादा देर तक नहीं दे पाए और 2 रन बनाकर विश्वा फर्नांडो की गेंद पर कैच आउट हो गए।
उनके आउट होने के साथ भारत का स्कोर 8 विकेट खोकर 471 रन हो गया था।
रविंद्र जडेजा ने 160 गेंदों में 10 चौके की मदद से अपना दूसरा टेस्ट शतक लगाया। इसी के साथ उनके बल्ले से तलवारबाजी का दृश्य भी देखने को मिल गया।
जडेजा ने अपने टेस्ट करियर का पहला शतक साल 2018 में राजकोट में वेस्टइंडीज के खिलाफ जड़ा था।वो वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में अभी तक एक भी बार शतक नहीं लगा सके है।
हालांकि, घरेलू क्रिकेट में उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 10 और लिस्ट ए क्रिकेट में 2 शतक लगा रखे है। जब भारत ने 228 रन पर 5 विकेट खो दिए थे तब रविंद्र जडेजा बल्लेबाजी करने आये थे।
उन्होंने पंत के साथ 104 रन की साझेदारी भी की थी। जडेजा ने टेस्ट क्रिकेट में बल्ले से खुद को साबित करके दिखाया है।
जयंत के आउट होने के बाद मोहम्मद शमी बल्लेबाजी करने के लिए उतरे और उन्होंने जडेजा का अच्छा साथ निभाया।
शमी ने जडेजा के साथ 103 रन की साझेदारी कर ली। इस बीच जडेजा ने तेजी से खेलते हुए 150 का स्कोर पार कर लिया।
574 के स्कोर पर पहुंचते ही कप्तान रोहित शर्मा ने पारी घोषित करने का इशारा कर दिया उस समय जडेजा 228 गेंद में 17 चौके और 3 छक्के की मदद से 175 रन बनाकर खेल रहे थे।
ये उनका ये हाई स्कोर भी है। वहीं शमी भी 34 गेंद में 3 चौको की मदद से 20 रन बनाकर खेल रहे थे।
टी ब्रेक तक श्रीलंका की तरफ से सबसे ज्यादा 2-2 विकेट सुरंगा लकमल, विश्वा फर्नांडो, लसिथ एम्बुलडेनिया ने लिए उसके बाद लाहिरू कुमारा और धनंजय डी सिल्वा ने भी एक-एक विकेट हासिल किया।