ओमान में खेली जा रही लेजेंड्स लीग क्रिकेट टूर्नामेंट में वर्ल्ड जायंट ने भारतीय महाराजा को 5 रन से हरा दिया। यह मैच बेहद रोमांचक रहा। हार के साथ भारतीय महाराजा फाइनल की दौड़ से बाहर हो गए हैं
पहले बल्लेबाजी करते हुए वर्ल्ड जायन्ट्स ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 228 रन का स्कोर खड़ा किया।
वर्ल्ड जायन्ट्स की ओर से केविन पीटरसन ने फील मस्टर्ड के साथ पारी की शुरुआत की। पीटरसन ने 5 गेंदो पर 11 रन बनाकर आउट होने से पहले एक छक्का और एक चौका लगाया।
साथी फील मस्टर्ड ने तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 55 रन बनाए। उन्होंने 34 गेंदो की अपनी पारी में 4 छक्के लगाकर खूब मनोरंजन किया।
तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए हर्शल गिब्स ने शानदार 89 रनों की पारी 46 गेंदों में खेली। उन्होंने अपनी पारी में 7 चौके और 7 छक्के लगाए।
हर्शल गिब्स के बाद केविन ब्रायन ने भी शानदार बल्लेबाजी का नमूना पेश करते हुए 14 गेंदों पर 34 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली जिसमें 5 छक्के शामिल थे।
जोंटी रोड्स ने 13 गेंदों पर 20 रन बनाए जिसमें 1 चौके एक छक्का शामिल था और एल्बी मोर्केल ने भी 1 छक्के की मदद से 16 रन बनाए।
जवाब में खेलने उतरी भारतीय महाराजा की पारी की शुरुआत खराब रही। उन्होंने जल्दी-जल्दी वसीम जाफर फिर सुब्रमण्यम बद्रीनाथ का विकेट गंवा दिया।
जाफर ने 6 गेंदो पर 4 रन बनाए और बद्रीनाथ 4 गेंदों पर 2 रन बनाकर आउट हुए। लीग में 140 रन की पारी खेल चुके नमन ओझा ने शानदार बल्लेबाजी की।
उन्होंने 95 रनों की शानदार पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में 51 गेंदो का सामना करते हुए चौके और 7 छक्के लगाए।
उनका साथ दिया यूसुफ पठान ने जिन्होंने 22 गेंदों पर 45 रन की शानदार पारी खेली।
पठान ने अपनी पारी में 2 चौके और 5 छक्के लगाए। इन दोनों के रहते हुए टीम आसानी से लक्ष्य की ओर बढ़ती दिख रही थी। लेकिन पठान के आउट होते ही स्टुअर्ट बिन्नी भी सस्ते में निपट गए।
फिर नमन ओझा के आउट होने के बाद लग रहा था कि भारतीय महाराजा की पारी खत्म हो चुकी है। लेकिन यहां से इरफान पठान ने 6 ओवरों में 84 रन का पीछा करते हुए ताबड़तोड़ बल्लेबाजी शुरू कर दी।
उन्होंने टीम को इस जगह पर ला दिया था कि आखिरी छह गेंदों पर सिर्फ 7 रन चाहिए थे। पर वह अंतिम ओवर में ब्रेट ली की पहली गेंद पर आउट हो गए।
इसके बाद ब्रेट ली ने अगली पांच गेंदो में सिर्फ 1 रन दिया। और वह 1 रन भी कैच छोड़ने के कारण आया। ब्रेट ली ने दिखाया कि वह किसी भी दिन कुछ भी कर सकते हैं।
पठान और ओझा के पारियों के बावजूद भारतीय महाराजा यह मैच 5 रन से हार गया।