टी20 विश्व कप 2021 के साथ सफेद गेंद वाले क्रिकेट में वापसी करते हुए, रविचंद्रन अश्विन ने दोनों हाथों से अपने अवसरों को भुनाया।
टूर्नामेंट के बाद से, ऑफ स्पिनर भारत की T20I और ODI टीमों का एक महत्वपूर्ण सदस्य बन गए। उन्हें दक्षिण अफ्रीका में भी मौका मिला।
लेकिन, उन्हें वेस्टइंडीज और फिर श्रीलंका के खिलाफ सफेद गेंद की श्रृंखला के लिए नहीं चुने जाने से कई लोग हैरान हैं।
अश्विन को 2021 टी20 विश्व कप में सीमित ओवरों के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करने के बाद से हर सीरीज में भारत की सफेद गेंद वाली टीम में शामिल किया गया। लेकिन आखिरी में इन 2 सीरीज से वह बाहर थे।
जबकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने टीम में कुछ अन्य लोगो के न होने पीछे का कारण बताया, अश्विन का नाम गायब होने का कारण सामने नहीं आया।
हालांकि टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक पता चला है कि तमिलनाडु में जन्मे स्पिनर चोट के कारण बाहर हुए थे।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अश्विन की कलाई और टखने में गंभीर चोटें आई हैं। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच केपटाउन में वनडे सीरीज के दौरान अश्विन का टखना मुड़ गया था और वह कलाई पर गिर गए।
इससे वह चोटिल हो गए थे। चोट कितनी गंभीर है यह उस समय तक पूरी तरह से नहीं पता था लेकिन चयनकर्ता उनके महत्व को देखते हुए खतरा लेने के लिए उत्सुक नहीं थे।
अश्विन जहां टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए एक स्तंभ रहे हैं, वहीं वह सीमित ओवरों में भी अहम खिलाड़ी बन गए हैं।
वेस्टइंडीज के लिए इस अनुभवी स्पिनर को चुनकर अश्विन के और भी चोटिल होने का खतरा बहुत बड़ा था। इसलिए चयनकर्ता नहीं चाहते थे कि ऐसी स्थिति पैदा हो। फिर श्रीलंका के खिलाफ भी उनको नहीं चुना गया।
अश्विन की अनुपस्थिति में, कुलदीप यादव को भारतीय एकदिवसीय टीम में फिर से शामिल किया गया है, जबकि रवि बिश्नोई और वाशिंगटन सुंदर दोनों को पूरे दौरे लिए बुलाया गया।
उनके अलावा, युजवेंद्र चहल ODI और T20I दोनों प्रारूपों में भारत की टीम का हिस्सा बने हुए हैं। अक्षर पटेल, जो लंबे समय से भारतीय टीम से भी अनुपस्थित हैं, की भी T20I टीम में वापसी हुई है।
दक्षिण अफ्रीका सीरीज के बाद द्रविड़ ने सही संतुलन और हरफनमौला विकल्प की बात कही थी। इस लिहाज से वाशिंगटन सुंदर की वापसी टीम के लिए अच्छी खबर है।
वह सबसे छोटे प्रारूप में भारत के पहले पसंद के ऑफ स्पिनर थे, जब तक कि उन्हें हाथ की चोट का सामना नहीं करना पड़ा, जिसने उनकी टी20 विश्व कप की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था।
फिर, युवा ऑलराउंडर दक्षिण अफ्रीका में एकदिवसीय श्रृंखला से बाहर हो गए। वाशिंगटन के रूप में भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली के पास पावरप्ले में गेंदबाजी करने का भरोसेमंद विकल्प था।
निचले क्रम में तेजी से स्कोर करने की उनकी क्षमता ने टीम के संतुलन में योगदान दिया। वाशिंगटन के चोटिल होने के बाद अश्विन को व्हाइट-बॉल सेट-अप में वापस लाया गया था।