साउथ अफ्रीका और भारत के बीच खेले जा रहे तीन मैच की वनडे सीरीज के अंतिम मैच को भी साउथ अफ्रीका ने 4 रन से जीतकर भारत का 3-0 से क्लीन स्वीप कर दिया।
इस मैच में साउथ अफ्रीका पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 287 रन बनाकर ऑलआउट हो गयी थी।
साउथ अफ्रीका की तरफ से क्विंटन डी कॉक ने शतकीय पारी खेली। उन्होंने 130 गेंदों का सामना करते हुए 124 रन बनाये। अपनी इस पारी में उन्होंने 12 चौके और दो छक्के लगाए ।
ये डी कॉक का वनडे में 17वां शतक था जबकि भारत के खिलाफ ये उनका छठा शतक था। उनके अलावा इस मैच में रस्सी वैन डेर डूसन ने भी 52 रन की पारी खेली।
वहीं अंत में डेविड मिलर ने 39 रन की पारी खेलकर स्कोर को 287 रन तक पहुंचाने में मदद की।
भारत की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा रहे। उन्होंने 9.5 ओवर में 59 रन देते हुए 3 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया।
उनके अलावा दीपक चाहर, जसप्रीत बुमराह को 2-2 विकेट मिले। स्पिनर चहल के खाते में भी एक विकेट गया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही। कप्तान केएल राहुल मात्र 9 रन बनाकर लुंगी एन्गिडी की गेंद पर जानेमन मलान को कैच देकर आउट हो गए।
उसके बाद बल्लेबाजी करने आये विराट कोहली ने शिखर धवन के साथ 98 रन की साझेदारी की। इस बीच शिखर धवन ने इस सीरीज में अपना दूसरा अर्धशतक लगाया।
उन्होंने इस मैच में 73 गेंद में 5 चौके और एक छक्के की मदद से 61 रन की पारी खेली। उनकी पारी का अंत एंडिले फेहलुकवायो ने डी कॉक के हाथों कैच आउट कराकर किया।
इस मैच में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन कोहली के बल्ले से निकले। उन्होंने 84 गेंद का सामना करते हुए 5 चौको की मदद से 65 रन बनाये।
कोहली की पारी का अंत केशव महाराज ने किया। इसके बाद श्रेयस अय्यर 26 और सूर्यकुमार यादव 39 रन बनाकर आउट हो गए।
भारत को अंत तक इस मैच में जीवित दीपक चाहर ने रखा। उन्होंने 34 गेंद में 54 रन की पारी खेली। अपनी इस पारी में उन्होंने 5 चौके और 2 छक्के लगाए। लेकिन फिर भी वो भारत को जीत नहीं दिला सके।
दीपक की पारी का अंत सिसांडा ने किया। साउथ अफ्रीका की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज एंडिले फेहलुकवायो लुंगी एन्गिडी रहे। इन दोनों गेंदबाजों ने 3-3 विकेट लिए।
इसके अलावा ड्वेन प्रिटोरियस को 2 केशव महाराज और सिसांडा मगला को 1-1 विकेट मिला।