विराट कोहली ने भारत की टेस्ट टीम की कप्तानी भी छोड़ने का ऐलान कर दिया है। इस बात की जानकारी उन्होंने ट्वीट करते हुए दी।
शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट में टीम को 7 विकेट से हार के साथ सीरीज भी 2-1 से हार गयी थी। ऐसे में इसके एक दिन बाद कोहली ने टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ते हुए सभी को चौंका दिया है।
विराट कोहली ने यूएई में हुए टी20 वर्ल्ड कप 2021 के बाद टी20 टीम की कप्तानी छोड़ दी थी। लेकिन इसके बाद उनसे वनडे टीम की कप्तानी छीन ली गयी थी और रोहित शर्मा को नया कप्तान बना दिया गया था।
विराट आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की भी कप्तानी करते थे लेकिन वह अपनी टीम को एक भी बार ट्रॉफी जिताने में कामयाब नहीं हुए और इसलिए आईपीएल-2021 के बाद उन्होंने इस टीम की कप्तानी इस्तीफा दे दिया था।
विराट कोहली ने ट्वीट करते हुए लिखा कि बीते सात सालों से लगातार कड़ी मेहनत और हर रोज टीम को सही दिशा में पहुंचाने की कोशिश रही।
विराट कोहली ने ट्विटर पर एक लम्बा पोस्ट शेयर करते हुए महेंद्र सिंह धोनी और अन्य सभी का धय्न्वाद किया।
उन्होंने कप्तान के रूप में मौका देने के लिए बीसीसीआई को भी धन्यवाद कहा है। विराट कोहली ने कई बातें अपने इस पोस्ट में लिखी है।
मैंने अपना काम पूरी ईमानदारी से करके दिखाया है और इसके लिए मैंने कोई भी कसर नहीं छोड़ी। लेकिन हर सफर का एक अंत होता है, मेरे लिए टेस्ट की कप्तानी को खत्म करने का यही बिल्कुल सही समय है।
विराट ने ट्विटर पर एक लम्बा पोस्ट शेयर करते हुए महेंद्र सिंह धोनी और अन्य सभी को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कप्तान के रूप में मौका देने के लिए बीसीसीआई का भी आभार जताया है।
विराट कोहली तीनों प्रारूप में ही अब टीम के कप्तान नहीं रहे है। बतौर खिलाड़ी वह टीम से खेला करेंगे। कोहली के इस तरह कप्तानी छोड़ने के फैसले की उम्मीद शायद किसी को भी नहीं थी।
भारतीय टीम के लिए कप्तान के रूप में उनका प्रदर्शन अच्छा रहा है। कोहली को 2014 में महेंद्र सिंह धोनी के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कप्तानी छोड़ने के बाद टेस्ट टीम की कमान दी गयी थी।
विराट कोहली ने 68 टेस्ट मैचों में टीम की कमान संभाली है। जिसमें से 40 मैच में टीम को जीत जबकि 17 में टीम को हार झेलनी पड़ी है। वहीं 11 मैच ड्रॉ पर छूटे है।
उनकी ही कप्तानी में भारत ने 2018 में ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में पहली बार टेस्ट सीरीज हराते हुए इतिहास रच दिया था।
कोहली की कप्तानी में ही टीम ने आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक का सफर तय किया था। जहां कीवी टीम से उन्हें हार मिली थी।
उनकी कप्तानी में टीम टेस्ट में नंबर-1 की रैंकिंग भी हासिल कर चुकी हैं। कोहली की ही कप्तानी में भारत ने सेंचुरियन में पहली बार दक्षिण अफ्रीका को हराया था।