इंडियन प्रीमियर लीग में एक से बढ़कर एक खिलाड़ी देखने को मिल जाते है। इस लीग में क्रिकेट के खेल के साथ-साथ बड़ी धनराशि और फेम भी खिलाड़ियों को मिलता है।
खिलाड़ियों को नीलामी में कई बार इतनी बड़ी रकम मिल जाती है जो उनकी सोच सभी परे होती है। आईपीएल की हर नीलामी में हमें फ्रेंचाइजी द्वारा कुछ चौंकाने वाले फैसले देखने को मिल जाते है।
ऐसा ही कुछ 2021 की नीलामी में देखने को मिला था। 2021 में दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर क्रिस मॉरिस आईपीएल के इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए थे। उन्हें राजस्थान रॉयल्स ने 16.25 करोड़ की कीमत में अपनी टीम में शामिल कर लिया था।
आईपीएल में हर फ्रेंचाइजी अपनी टीम में में बेहतरीन खिलाड़ियों को शामिल करना चाहती है। ऐसे में फ्रेंचाइजी अपनी टीम में देशी तथा विदेशी खिलाड़ियों के अलावा कई अनकैप्ड खिलाड़ियों को भी शामिल करती है।
हालांकि टीम में शामिल खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका भी मिलेगा यह पक्का नहीं रहता है। हमें कई बार आईपीएल में ऐसा होते हुए देख चुके है कि कई दिग्गज खिलाड़ियों को पूरे सीजन में खेलने का मौका ही नहीं मिल पाता है।
तो इसी चीज को लेकर आज हम आपको ऐसे 5 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है, जो टीम में तो शामिल थे लेकिन उन्हें कभी प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका नहीं मिला।
5. निकोलस पूरन
निकोलस पूरन मौजूदा समय में टी20 प्रारूप के बेहतरीन खिलाड़ियों में शुमार है। आईपीएल 2019 में पंजाब किंग्स के लिए उन्होंने अपना डेब्यू किया था।
बहुत कम लोगों को पता होगा कि वो 2017 में मुंबई इंडियंस की टीम में शामिल थे। हालांकि मुंबई इंडियंस की तरफ से उन्हें अपना आईपीएल डेब्यू करने का मौका कभी नहीं मिल पाया।
2017 में मुंबई ने आईपीएल का खिताब अपने नाम किया था। इसके बाद मुंबई ने उन्हें रिलीज कर दिया था।
4. स्टीव स्मिथ
मौजूदा समय के बेहतरीन बल्लेबाज स्टीव स्मिथ और विराट कोहली साल 2010 में आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की ही टीम में शामिल थे।
हालांकि तब स्मिथ एक गेंदबाजी ऑलराउंडर के रूप में पहचाने जाते थे। वहीं विराट कोहली को प्रतिभाशाली बल्लेबाजों में गिना जाता था।
आईपीएल 2010 में स्मिथ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का हिस्सा थे लेकिन टीम में स्टेन और कैलिस जैसे विदेशी खिलाड़ियों के होने की वजह से उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिल पाया।
3. जस्टिन लैंगर
ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा कोच जस्टिन लैंगर को टेस्ट विशेषज्ञ खिलाड़ी माना जाता था। लैंगर ने ऑस्ट्रेलिया के लिए ज्यादातर टेस्ट क्रिकेट ही खेला है।
उन्होंने 105 टेस्ट खेले है और 7696 रन अपने नाम किये है। आईपीएल के पहले सीजन में बाएं हाथ का यह बल्लेबाज राजस्थान रॉयल्स की टीम में शामिल था।
हालांकि उस समय टीम में शेन वॉटसन, कामरान अकमल जैसे विस्फोटक खिलाड़ियों के कारण इस बल्लेबाज को एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिल सका।
2. ब्रेंडन टेलर
ब्रेंडन टेलर की गिनती जिम्बाब्वे के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में की जाती है। इस खिलाड़ी ने अपनी बल्लेबाजी तथा विकेटकीपिंग से अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए कई बार बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
कई लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं होगी कि 2014 में ब्रेंडन टेलर सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में शामिल थे।
टेलर को उस सीजन टीम के कप्तान सैमी तथा वॉर्नर और फिंच जैसे विदेशी खिलाड़ियों के कारण एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिल पाया था।
1. जोश हेजलवुड
जोश हेजलवुड ऑस्ट्रेलिया के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में शुमार है। हेजलवुड को उनकी स्विंग तथा सटीक लाइन और लेंथ में गेंदबाजी करने के लिए पहचाना जाता है।
हालांकि ऑस्ट्रेलिया के लिए उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन टेस्ट प्रारूप में ही निकलकर आया है। हालांकि वो अब सीमित ओवरों के क्रिकेट में भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे है।
आईपीएल 2014 में हेजलवुड मुंबई इंडियंस की टीम में शामिल थे। टीम में लसिथ मलिंगा के होने की वजह से हेजलवुड को एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिल पाया था।