भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मंगलवार से केपटाउन के न्यूलैंड्स मैदान में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा और अंतिम मैच खेला जाना है। सीरीज अभी 1-1 की बराबरी पर चल रही है।
भारत ने सेंचुरियन में खेले गए पहले टेस्ट में मेजबान टीम को हार का स्वाद चखाया था। लेकिन दूसरे टेस्ट में उसे मेजबान टीम के हाथों 7 विकेट से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
कप्तान विराट कोहली ने पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में 35 व दूसरी पारी में 18 रन की पारी खेली थी। जबकि जोहांसबर्ग टेस्ट में पीठ में जकड़न की वजह से खेल नहीं पाए थे।
अब इस चीज को लेकर विराट ने कहा है कि वह अपने फॉर्म को लेकर चल रही बहस पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। उनका कहना है वह अपने काम को सही तरीके से करने और अपने बेसिक पर टिके रहने पर फोकस कर रहे है।
विराट कोहली टीम के लिए काफी सालों से लगातार रन बनाते हुए आ रहे है। लेकिन मौजूदा टीम में सबसे ज्यादा शतक जड़ने वाले विराट कोहली पिछले दो साल से एक भी शतक लगाने में कामयाब नहीं हुए है।
इसके कारण उनकी फॉर्म पर लगातार सवाल उठाये जा रहे है। उनके बल्ले से पिछला शतक डे-नाइट टेस्ट में 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ निकला था।
इस मैच में विराट कोहली ने 136 रन की पारी खेली और अपने करियर का 27वां टेस्ट शतक लगाया था और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनका ये 70वां शतक बन गया था।
विराट कोहली ने तीसरे टेस्ट मैच से पहले वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, ”यह पहली बार नहीं हुआ है कि लोग मेरी फॉर्म को लेकर बात कर रहे हैं। मेरे करियर में इससे पहले भी कई बार हो चुका हैं।
2014 में इंग्लैंड दौरा उनमें शामिल है। मैं अपने आपको उस नजरिए से देखना पसंद नहीं करता। जिस तरह बाहर की दुनिया मुझे देखा करती है।
स्टैंडर्ड मेरे द्वारा तय किए गए है। मुझे सबसे ज्यादा गर्व अपनी टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ करने पर होता है और मैं निरंतर टीम के लिए प्रदर्शन करते रहना चाहता हूं।”
उन्होंने कहा, “अगर आप हर समय खुद को देखेंगे और नंबर के आधार पर खुद को आंकते रहेंगे। तो मैं मानता हूँ कि आप जो कर रहे हैं उससे आप कभी संतुष्ट नहीं होने वाले है।
मैं जिस प्रक्रिया को फॉलो करता हूं उस पर मैं गर्व करता हूँ और मैं शांति से हूं मैं कैसे खेल रहा हूं और जब टीम मुश्किल स्थिति में थी। मैं टीम के लिए क्या कर पाया हूं।
इसके अलावा मुझे चिंता करने के लिए और मेरे पास कुछ नहीं है लेकिन स्थिति की वास्तविकता यह है कि आप पक्ष पर प्रभाव डालना चाह रहे हैं। तो मेरा मानना है कि मेरे पास किसी को साबित करने के लिए कुछ भी नहीं है।”
विराट कोहली के टेस्ट करियर की बात की जाए तो उन्होंने 98 टेस्ट मैच खेले है और 50.34 के बेहतरीन औसत के साथ 7854 रन अपने नाम किये है। इस दौरान उनके बल्ले से 27 शतक और 27 अर्धशतक निकले है।