जब किसी खेल में एक से अधिक खिलाड़ी रहते हैं तो प्रत्येक पक्ष के लिए ग्रुप में प्रदर्शन करने का महत्व ज्यादा बढ़ जाता है और उसके बाद सभी का प्रदर्शन अहम रहता है।
यही बात क्रिकेट के खेल में भी लागू है, जहाँ सभी 11 खिलाड़ियों की भूमिका बहुत अहम रहती है। टी20 क्रिकेट और वनडे क्रिकेट में हमने कई बार ऐसा होते हुए देखा है कि बेहतरीन व्यक्तिगत प्रदर्शन से भी टीम ने जीत हासिल कर ली है।
वहीं टेस्ट प्रारूप में यह बात अधिकतर मौकों पर गलती हो चुकी हैं। हम कई बार देख चुके हैं कि इस प्रारूप में शानदार व्यक्तिगत प्रदर्शन के बावजूद भी टीम को हार झेलनी पड़ी है।
ऐसा ही कुछ जोहानसबर्ग टेस्ट में हमें देखने को मिला। इस टेस्ट में शार्दुल ठाकुर ने भारत के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखाया लेकिन फिर भी टीम को हार का स्वाद चखना पड़ा।
भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच के चौथे दिन हार झेलनी पड़ी थी और इस मैच में शार्दुल ठाकुर ने अपने अब तक के टेस्ट करियर का बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखाया लेकिन वो टीम के काम नहीं आया।
यह पहली बार है जब किसी भारतीय गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन टीम को जीत नहीं दिला पाया। इससे पहले भी ऐसा कई बार होते हुए देख चुके है।
इसलिये इसी चीज को लेकर आज हम आपको ऐसे 3 भारतीय गेंदबाजों के बारे में बताएंगे, जिनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन टीम को जीत नहीं दिला पाया।
3. शार्दुल ठाकुर
दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गयी भारतीय टीम सीरीज का दूसरा मैच जोहानसबर्ग के मैदान में खेलनी उतरी थी। इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 202 रन बनाये।
जवाब में प्रोटियाज टीम ने एक विकेट खोने के बाद अच्छी बल्लेबाजी का नजारा पेश किया और दूसरे दिन लग रहा था कि टीम आसानी से बड़ा स्कोर बना लेगी। हालाँकि दक्षिण अफ्रीका टीम को शार्दुल ठाकुर ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से बड़ा स्कोर बनाने से रोक दिया।
ठाकुर ने निरंतर रूप से विकेट लेते रहे और दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 229 रन पर ढेर हो गयी । शार्दुल ने 17.5 ओवर में 61 रन खर्च करते हुए 7 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया था।
दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने थोड़ा बेहतर प्रदर्शन किया और मेजबान टीम को 240 रन का लक्ष्य दिया। लेकिन मेजबान टीम ने शानदार तरीके से लक्ष्य का पीछा करते हुए सात विकेट से मैच अपने नाम कर लिया। इस तरह शार्दुल का प्रदर्शन बेकार चला गया।
2. जवागल श्रीनाथ
1999 की एशियाई टेस्ट चैंपियनशिप के पहले मैच में कोलकाता के मैदान पर भारत का सामना पाकिस्तान के खिलाफ हुआ था।
इस मैच में पाकिस्तान की पहली पारी जवागल श्रीनाथ की बेहतरीन गेंदबाजी के आगे 185 रन के स्कोर पर ढेर हो गयी। श्रीनाथ ने 5 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया था।
जवाब में भारत ने 223 का स्कोर बनाते हुए 35 रन की बढ़त हासिल कर ली थी। दूसरी पारी में भी श्रीनाथ ने अपना जलवा दिखाते हुए 27 ओवर में 86 रन देते हुए 8 विकेट हासिल किये थे।
लेकिन पाकिस्तान के लिए सईद अनवर ने 188* और मोहम्मद युसूफ के 56 रन की बदौलत टीम ने दूसरी पारी में 316 का स्कोर खड़ा किया।
इस तरह पाकिस्तान ने भारत को जीत के लिए 279 रन का लक्ष्य दिया। जिसका पीछा करने उतरी भारतीय टीम 232 के स्कोर पर आउट हो गयी और पाक ने यह मैच 46 रन से जीत लिया।
1. कपिल देव
वेस्टइंडीज 1983 में भारत के दौरे पर 6 टेस्ट मैच की सीरीज खेलने आयी थी। सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच जोकि अहमदाबाद में खेला गया था। उस मैच में वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 281 का स्कोर खड़ा किया।
जवाब में भारत अपनी पहली पारी में 241 के स्कोर पर ऑलआउट हो गया। दूसरी पारी में कपिल देव ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी। उन्होंने 30.3 ओवर में 83 रन देते हुए 9 बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया था।
इस वजह से वेस्टइंडीज की दूसरी पारी 201 रन पर ढेर हो गयी और भारत को 242 रन का लक्ष्य मिला। लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम के बल्लेबाज फिर से फ्लॉप हो गए और पूरी टीम महज 103 रन पर ही सिमट गयी। मेहमान टीम ने 138 रन से इस मैच को अपने नाम कर लिया था।