साल 2021 की शुरुआत जहां भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में दूसरी टेस्ट सीरीज जीत के साथ की वहीं टीम ने साल का अंत सेंचुरियन टेस्ट में भी जीत के साथ किया। विराट कोहली ने सभी तरह की क्रिकेट और आईपीएल से भी कप्तानी से हटने का फैसला लिया।
यह साल भारतीय टीम के लिए कई यादगार लम्हों वाला भी रहा जिसमें गाबा के मैदान में मिली ऐतिहासिक जीत के अलावा टीम को साउथ अफ्रीका दौरे पर सेंचुरियन के मैदान में भी पहली टेस्ट जीत हासिल हुई।
हालांकि लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट में टीम से जिस प्रदर्शन की उम्मीद सभी को थी, वह देखने को नहीं मिल सका। टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में सुपर-12 में भारतीय टीम का सफर किसी बुरे सपने से कम साबित नहीं हुआ।
टीम को शुरुआती 2 मैचों में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ एकतरफा हार का सामना करना पड़ा। जिसके बाद हम आपको इस साल भारतीय टीम के तीनों फॉर्मेट में प्रदर्शन के बारे में बताने जा रहे हैं।
टी-20- (16 मैच, 10 जीते, 6 हार)
इस साल भारतीय टीम ने टी-20 फॉर्मेट में जहां इंग्लैंड, श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज खेली। वहीं टीम को टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में भी सुपर-12 के 5 मैच खेलने का मौका मिला।
जिसमें कुल 16 टी-20 मैच इस साल खेलने वाली टीम इंडिया को 10 में जीत जबकि 6 में हार का सामना करना पड़ा। इस साल भारतीय टीम ने खेली 3 द्विपक्षीय सीरीज में से सिर्फ श्रीलंका के खिलाफ उन्हें 2-1 से हार का सामना करना पड़ा।
वनडे- (6 मैच, 4 जीत 2 हार)
शायद भारतीय क्रिकेट में यह पहला ऐसा साल होगा जिसमें उन्होंने वनडे फॉर्मेट में सबसे कम मैच मैदान में खेले।
इस साल भारतीय टीम ने 50 ओवर फॉर्मेट में 2 द्विपक्षीय सीरीज खेली जिसमें एक इंग्लैंड के खिलाफ घर पर एक श्रीलंका दौरे पर। दोनों ही सीरीज 3 मैचों की थी वहीं दोनों में ही भारतीय टीम ने 2-1 से जीत भी हासिल की।
रोहित शर्मा की गैरहाजिरी में 19 जनवरी से शुरू होने वाली वनडे सीरीज की कप्तानी केएल राहुल करेंगे। रोहित अभी भी अपनी चोट से उबर नहीं पाए है।
टेस्ट- (14 मैच, 8 जीत, 3 हार, 3 ड्रा)
टेस्ट फॉर्मेट के लिहाज से यह साल भारतीय टीम के लिए बेहद खास कहा जा सकता है। जिसमें उन्होंने एक भी द्विपक्षीय सीरीज में हार का सामना नहीं किया।
साल की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया दौरे से करने के साथ टीम ने वहां पर गाबा मैदान में ऐतिहासिक जीत हासिल की और सीरीज को 2-1 से अपने नाम किया।
इसके बाद टीम इंडिया ने घर पर इंग्लैंड के खेली गई 4 टेस्ट मैचों की सीरीज को 3-1 से अपने नाम करने के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पहले संस्करण के फाइनल मुकाबले में अपनी जगह को बनाया।
हालांकि उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ इस ऐतिहासिक मुकाबले में 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद भारतीय टीम के लिए अगली टेस्ट सीरीज इंग्लैंड के दौरे पर थी, जिसमें 5 मैच खेले जाने थे।
4 मैच खत्म होने के बाद कोरोना संक्रमण की वजह से सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच साल 2022 में खेला जाना तय किया गया। इस सीरीज में भारतीय टीम 2-1 से बढ़त बनाए हुए है।
इसके बाद घर पर टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज को 1-0 से अपने नाम किया। वहीं साल का अंत टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका के दौरे पर सेंचुरियन टेस्ट मैच में ऐतिहासिक जीत के साथ किया।
इस साल भारतीय टीम ने खेले 14 टेस्ट मुकाबलों में से 8 में जीत दर्ज की तो वहीं उसे सिर्फ 3 मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा।
अफ्रीका को सेंचुरियन में पहला टेस्ट मैच हारने के बाद भारतीय टीम का अगला मैच 3 जनवरी को जोहानसबर्ग में खेला जाएगा। भारतीय टीम इस टेस्ट मैच को जीतकर पहली बार साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने के इरादे से उतरेगी।