टी20 वर्ल्ड कप 2021 में खराब प्रदर्शन करने के बाद से भारतीय क्रिकेट में काफी कुछ बदलाव देखने को मिल चुका हैं। जहाँ एक तरफ कोहली ने खुद टी20 इंटरनेशनल टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला कर लिया था।
वहीं दूसरी तरफ वनडे टीम की कप्तानी कोहली से छीनकर रोहित शर्मा को दे दी गयी है। इतना सबकुछ होने के बाद भी साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली जानी वाली टेस्ट सीरीज विराट कोहली के लिए काफी अहम होने वाली है।
साउथ अफ्रीका के लिए उड़ान भरने से पहले विराट कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने बयान से भारतीय क्रिकेट में हलचल मचा दी थी।
दरअसल विराट कोहली बीसीसीआई के खिलाफ खुलकर आक्रामक रूप से सामने आए है। वनडे टीम की कप्तानी से हटाये जानें के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बातचीत करते हुए कोहली ने बीसीसीआई को परेशानी में डाल दिया है।
कुछ दिन पहले गांगुली ने ब्यान दिया था कि उन्होंने निजी तौर पर कोहली से टी20 इंटरनेशनल टीम की कप्तानी नहीं छोड़ने की रिक्वेस्ट की थी क्योंकि वह सीमित ओवरों के क्रिकेट में दो कप्तान नहीं चाह रहे थे।
लेकिन कोहली ने उनकी बात नहीं सुनी। जिसके बाद उन्हें वनडे टीम की कप्तानी से हटाते हुए रोहित शर्मा को कप्तान बना दिया गया था।
रोहित ही इस समय सीमित ओवरों में भारतीय टीम के कप्तान है। हालाँकि कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि उन्हें किसी ने भी टी20 कप्तानी छोड़ने से मना नहीं किया था।
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में यह शायद पहली बार देखने को मिला होगा कि जब किसी भारतीय कप्तान ने किसी सीरीज से पहले ओपन प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीसीसीआई के खिलाफ इतनी सारी बातें बोल डाली हो।
इस पूरे मामलें ने भारत के साउथ अफ्रीका दौरे के क्रिकेट पहलुओं से सारा ध्यान हटा दिया है, हर कोई केवल विराट कोहली, रोहित शर्मा और बीसीसीआई से जुड़े ड्रेसिंग रूम की गपशप के बारे में जानना चाह रहा है।
इन सब के बीच विराट कोहली के लिए आगामी टेस्ट सीरीज एक बहुत ही महत्वपूर्ण टेस्ट सीरीज होने वाली है क्योंकि उन्होंने बहुत लंबे समय से शतक नहीं लगाया है।
दुनिया भर के क्रिकेट फैंस उन्हें 71वां अंतरराष्ट्रीय शतक बनाते हुए देखना चाहते है, जिसका काफी समय से इंतजार किया जा रहा है।
बीते दो साल से कोहली के बल्ले से एक भी शतक नहीं बन सका है। ऐसे में व्यक्तिगत तौर पर ये दिग्गज खिलाड़ी एक लम्बी पारी खेलकर अपने सभी आलोचकों को करारा जवाब देना चाहेगा।
लेकिन एक कप्तान के रूप में विराट कोहली इस समय काफी दबाव में हैं क्योंकि वो अब सीमित ओवरों के क्रिकेट में कप्तान नहीं रहे है।
ऐसे में अगर वह साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीत लेते है तो उनकी कप्तानी पर सवाल उठाने वालें सभी आलोचकों को बेहतरीन जवाब मिल जाएगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि भारत अभी तक साउथ अफ्रीका की सरजमीं पर कोई भी टेस्ट सीरीज जीतने में सफल नहीं हो सकी है।
ऐसे में अगर विराट कोहली साउथ अफ्रीका में एक या उससे अधिक टेस्ट जीतने में सफल हो जाते है तो वह साउथ अफ्रीका सरजमी पर एक से अधिक टेस्ट जीतने वाले भारत के पहले कप्तान होंगे।
कोहली से पहले सिर्फ एमएस धोनी और राहुल द्रविड़ की कप्तानी में ही भारतीय टीम साउथ अफ्रीका में टेस्ट मैच जीत सका है।