क्रिकेट को अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता है और जब से टी20 आया है तब से इस खेल में में यह अनिश्चितता और भी बढ़ गयी है। क्रिकेट के हर प्रारूप में कप्तान को अहम भूमिका निभानी पड़ती है।
एक अच्छा कप्तान साधारण टीम से भी अच्छा प्रदर्शन निकलवा सकताहै और एक खराब कप्तान एक अच्छी टीम होने के बावजूद टीम को जीत दिलवाने में नाकाम हो सकता है।
आईपीएल में भी कई ऐसे कप्तानी रहे है जिन्होंने अपनी अपनी फ्रेंचाइजी के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है। इन कप्तानो में मुंबई इंडियंस के रोहित शर्मा जो 5 बार आईपीएल की ट्रॉफी उठा चुके है, महेंद्र सिंह धोनी जो 4 बार खिताब अपने नाम कर चुके हैं शामिल हैं।
इस लीग में कप्तानी करना हमेशा से मुश्किल भरा रहा है। आईपीएल में अलग-अलग तरह के खिलाड़ियों को एक साथ टीम में लाकर उनको मैनेज करके टीम से अच्छा प्रदर्शन निकलवाना एक कप्तान के लिए आसान नहीं रहता है।
आईपीएल में अब तक बहुत से खिलाड़ियों ने कप्तानी का जिम्मा उठाया है और इनमें से कुछ कप्तानी के दावेदार भी थे, लेकिन उन्हें कप्तानी नहीं मिली वहीं कुछ खिलाड़ियों को आश्चर्यजनक तरीके से कप्तानी करने का मौका मिल गया।
तो इसी चीज को लेकर आज हम आपको ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जिन्हें अचानक से टूर्नामेंट में कप्तानी की जिम्मेदारी सौंप दी गयी।
5. करुण नायर
आईपीएल 2017 के दौरान दिल्ली कैपिटल्स (दिल्ली डेयरडेविल्स) की कप्तानी जहीर खान कर रहे थे। सीजन के बीच में ही जहीर को चोट लग गयी और उनकी जगह करुण नायर को टीम का नया कप्तान बना दिया गया।
करूण नायर ने दिल्ली की कप्तानी 3 मैचों में की है, जिनमें से टीम ने 2 मैचों में जीत हासिल की है और एक मैच में टीम को हार का सामना करना पड़ा है।
2017 में भी कप्तान बनाये जाने से पहले वो 6 पारियों में सिर्फ 17 रन बनाने में सफल हो सके थे। टीम में एंजेलो मैथ्यूज और कार्लोस ब्रैथवेट जैसे खिलाड़ियों के होने के बावजूद नायर को कप्तानी सौंप दी गयी थी।
नायर के आईपीएल करियर की बात की जाए तो वो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, राजस्थान रॉयल्स, दिल्ली कैपिटल्स, पंजाब किंग्स की तरफ से खेल चुके हैं।
2021 में वो कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा थे लेकिन वो एक भी मैच नहीं खेले थे। उन्होंने आईपीएल में कुल 73 मैच खेले है और 128.36 की औसत से 1480 रन बनाये है। इस दौरान उन्होंने 10 अर्धशतक भी जड़े है।
4. जेम्स होप्स
आईपीएल 2011 में दिल्ली डेयरडेविल्स का प्रदर्शन बहुत ही निराशाजनक था और टीम शुरूआती 11 मैचों में मात्र 4 मैच जीतने में ही सफल हो सकी थी और प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए टीम को अपने अगले तीनों मुकाबलों में हर हाल में जीत हासिल करनी थी।
टीम को उस समय बड़ा झटका लगा जब सहवाग को चोट के कारण बाहर होना पड़ा। ऐसे में टीम की कमान ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर जेम्स होप्स के कंधों पर डाल दी गयी।
होप्स भी टीम को खास सफलता दिलाने में नाकाम रहे। होप्स ने 3 मैच में कप्तानी की, जिसमें से टीम को 2 में हार का सामना करना पड़ा था। वहीं एक मैच का रिजल्ट नहीं निकला था।
3. पार्थिव पटेल
पार्थिव पटेल ने कुछ समय पहले क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेलभी आईपीएल में कप्तानी की भूमिका अदा कर चुके हैं।
पार्थिव ने 2011 में कोच्चि टस्कर्स केरला की कप्तानी का जिम्मा उठाया था। उन्हें नियमित कप्तान महेला जयवर्धने की अनुपस्थिति में कप्तान बनाया गया था।
टीम में ब्रेंडन मैकलम, वीवीएस लक्ष्मण तथा ब्रैड हॉज जैसे दिग्गजों के होने के बावजूद टीम मैनेजमेंट ने पार्थिव को कप्तान बनाना बेहतर समझा और यह फैसला सभी को चौंकाने वाला था। उन्होंने सिर्फ एक ही मैच में कप्तानी की थी और वो मैच कोच्चि हार गयी थी।
2. भुवनेश्वर कुमार
आईपीएल 2019 में केन विलियमसन ने सनराइजर्स हैदराबाद टीम की कप्तानी की थी। और भुवनेश्वर कुमार को उपकप्तान बनाया गया था।
उस सीजन के दौरान केन विलियमसन चोट की वजह से शुरुआती कुछ मैच खेलने से चूक गए थे और तब टीम की कप्तानी की जिम्मेदारी भुवनेश्वर कुमार ने अपने कंधों पर ली थी।
भुवी ने 6 मैचों में टीम की कप्तानी का जिम्मा उठाया और मात्र 2 ही मैच में टीम को जीत दिलवा पाने में सफल हुए। टीम में वॉर्नर और शाकिब जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की बजाय भुवनेश्वर को कप्तानी की जिम्मेदारी दी गयी थी।
1. मुरली विजय
आईपीएल 2016 में पंजाब किंग्स (किंग्स XI पंजाब) की कप्तानी डेविड मिलर ने की थी। उनकी कप्तानी में टीम को शुरुआती छह मैचों में से पांच मैचों में शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
इसके बाद टीम मैनेजमेंट ने मिलर को कप्तानी के पद से हटाते हुए मुरली विजय को टीम की कमान संभालने को दे दी थी।
विजय भी टीम को जीत दिलवा पाने में सफल नहीं हो पाए। उन्होंने 8 मैचों कप्तानी की, जिसमें से टीम को केवल 3 मैच में ही जीत नसीब हुई।