मुंबई टेस्ट से ठीक पहले चोट के चलते अजिंक्य रहाणे को प्लेइंग XI से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। कप्तान विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज 1-0 से जीतने के बाद रहाणे की खराब फॉर्म को लेकर अपनी राय रखी।
विराट ने कहा कि वह किस दौर से गुजर रहा है, यह सिर्फ एक शख्स को पता है और वो वह खुद है। विराट ने साथ ही ये भी बताया कि टीम में अंदर क्या चल रहा है, ये सभी खिलाड़ियों को पता है।
बाहर वालों के बोलने के हिसाब से टीम नहीं चला करती है। विराट ने साथ ही साथ ये भी कहा कि उन्हें खराब फॉर्म से वापसी करने के लिए टीम के साथ की जरूरत है।
टेस्ट सीरीज जीतने के बाद भारतीय कप्तान को कुछ मुश्किल सवालों का सामना करना पड़ा, जिनमें से कुछ उनकी खुद की खराब फॉर्म के बारे में थे।
जिसके बारे में उन्होंने बताया कि इसे एक ही तरह से आउट होने के तरीके से नहीं जोड़कर देख सकते है। उन्होंने इसके साथ ही ये भी कहा कि इस महीने के आखिर में होने वाले दक्षिण अफ्रीकी दौरे के लिए टीम कॉम्बिनेशन पर जल्द ही चर्चा की जाएगी।
कोहली से जब रहाणे की खराब फॉर्म के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि, ‘मैं उनकी (रहाणे) की फॉर्म का आकलन करने में सक्षम नहीं हूँ। कोई भी ऐसा नहीं कर पाएगा।
केवल एक खिलाड़ी ही इसको अच्छे से जानता है कि वह किस दौर से गुजर रहा है।’ कोहली ने कहा कि यह अहम है कि पिछले अच्छे रिकॉर्ड को देखते हुए रहाणे टीम में खुद को असुरक्षित महसूस ना करें।
उन्होंने अपनी बात पूरी करते हुए कहा, ‘ऐसे समय में हमें उनका समर्थन करने की जरूरत है खासकर तब जबकि उन्होंने पहले अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है।
हमारे यहां ऐसा माहौल नहीं होता है जहां खिलाड़ी यह सोचे कि अब क्या होने वाला है। एक टीम के तौर पर हम ऐसी चीजों पर ध्यान नहीं दिया करते।’
भारतीय कप्तान विराट ने कहा, ‘हम खिलाड़ी जानते हैं कि टीम में क्या चलरहा है। बाहर बहुत कुछ चलता रहता है और हम नहीं चाहते कि उससे हमारे खेल पर कोई असर पड़े।
हम अंजिक्य हो या कोई और खिलाड़ी हो टीम में हर किसी का समर्थन करते हैं। बाहर क्या चल रहा है हम उस आधार पर फैसले नहीं ले सकते।’
वहीं पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने सौत अफ्रीका दौरे के लिए स्टार स्पोर्ट्स को दिए इंटरव्यू में अजिंक्य की खराब फॉर्म को लेकर कहा कि, ‘मेरे हिसाब से अजिंक्य रहाणे पहले मैच में नहीं खेल सकते।
इसलिए मैं श्रेयस अय्यर को खिलाना चाहूंगा क्योंकि अगर आप किसी को दो टेस्ट मैच दे देते है और उन्होंने दबाव में डेब्यू पर जिस तरह से बल्लेबाजी करके दिखाई थी। निरंतरता बहुत जरुरी है।
अय्यर ने शतक और अर्धशतक बनाया है, इसलिए मैं वह निरंतरता दूंगा, जो आत्मविश्वास आप एक युवा बल्लेबाज को देना पसंद करते हैं, वह मैं जरूर देना चाहूंगा।’
गौरतलब है कि डेब्यू मैच में श्रेयस अय्यर ने कानपुर टेस्ट की पहली पारी में 105 तथा दूसरी पारी में 65 रन बनाकर दिखा दिए थे।