जब से टेस्ट क्रिकेट शुरू हुआ है तब से लेकर अब तक क्रिकेट में काफी बदलाव देखने को मिले है। पहले टेस्ट क्रिकेट में बिना नाम और नंबर की जर्सी पहनी जाती थी लेकिन अब आपको इस फॉर्मेट में जर्सी पर नाम और नंबर लिखा हुआ दिखाई दे जाएगा।
वहीं, अब डे-नाइट टेस्ट होता है और वो मैच पिंक बॉल से खेला जाता है। अगर किसी खिलाड़ी को टेस्ट क्रिकेट में फेमस होना है तो उसे बड़े ही धैर्य के साथ बल्लेबाजी करनी चाहिए।
इसके चलते वह 5 दिन तक चलने वाले मैच में अपनी टीम के लिए अहम योगदान देने में सफल हो पाएगा। तो इसी चीज को लेकर आज हम आपको 21वीं सदी के दौरान विदेश में एक खिलाड़ी द्वारा टेस्ट मैच में खेली गई सबसे बड़ी पारी के बारे में बताएंगे।
1- क्रिस गेल
वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज और यूनिवर्स बॉस क्रिस गेल हर फॉर्मेट में एक ही अंदाज में खेलते हुए दिखाई देते है।
साल 2010 में जब वेस्टइंडीज की टीम ने श्रीलंका का दौरा किया था तो उस सीरीज का पहला टेस्ट मैच गाले के मैदान पर खेला गया था। इस मैच में वेस्टइंडीज टीम ने पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया।
इसके बाद गेल ने 437 गेंदों में 333 रनों की शानदार पारी खेलकर दिखाई। यह 21वीं सदी में विदेशी दौरे पर किसी बल्लेबाज की ओर से खेली गई सबसे बड़ी टेस्ट पारी भी बन गयी।
2- कुमार संगकारा
श्रीलंकाई टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान और विकेटकीपर-बल्लेबाज कुमार संगकारा का क्रिकेट के तीनों ही फॉर्मेट में शानदार रिकॉर्ड है। साल 2014 में श्रीलंकाई टीम ने के बांग्लादेश का दौरा किया था।
उस समय सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच जो चटगांव में हुआ था। उस मैच में संगकारा ने 482 गेंदों में 319 रनों की पारी खेल खेलकर दिखाई थी। हालांकि उस मैच का रिजल्ट नहीं निकल पाया था और मैच ड्रा पर खत्म हो गया था।
3- हाशिम अमला
साल 2012 में दक्षिण अफ्रीका की टीम ने इंग्लैंड किया था और सीरीज का पहला टेस्ट मैच द ओवल के मैदान पर हुआ था।
इस मैच में इंग्लैंड की टीम ने टॉस जीतते हुए अपनी पहली पारी में 385 रन का स्कोर बनाया। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए उतरी अफ्रीकी टीम की शुरुआत खराब रही और उन्होंने अपना पहला विकेट 1 के स्कोर पर ही खो दिया।
हालांकि, इसके बाद नंबर-3 पर बल्लेबाजी के लिए आये हाशिम अमला ने तिहरा शतक लगाया। उनकी 311 रनों की शानदार पारी की मदद से दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी 2 विकेट के नुकसान पर 637 रन के स्कोर पर घोषित की। वहीं, बाद में अफ्रीकी टीम ने इस मैच को एक पारी और 12 रनों से जीत लिया।
4- वीरेंद्र सहवाग
भारतीय टीम ने साल 2004 में पाकिस्तान केका दौरा किया था और उस सीरीज का पहला टेस्ट मैच मुल्तान के मैदान पर खेला गया था।
इस मैच में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी 5 विकेट खोकर 675 रन के स्कोर पर घोषित कर दी थी। इस मैच में वीरेंद्र सहवाग ने 375 गेंद में 309 रनों की पारी खेलकर दिखाई थी।
उनकी इस पारी के बाद उनका नाम मुल्तान का सुल्तान पड़ गया था। भारतीय टीम ने इस मैच को एक पारी और 52 रनों से जीत लिया था।
5- रॉस टेलर
न्यूजीलैंड की टीम ने साल 2015 में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था। जिसमें टीम को सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच पर्थ में खेलना था। इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में 599 रन बनाकर घोषित कर दी।
इसके बाद कीवी टीम के बल्लेबाजों पर दबाव साफ दिखाई दे रहा था और टीम ने अपनी पहली पारी में 87 रन पर 2 विकेट खो दिए थे।
इसके बाद रॉस टेलर ने एक छोर को संभालते हुए 374 गेंद में 290 रनों की शानदार पारी खेलकर दिखाई। उनकी इस पारी की वजह से कीवी टीम के ऊपर हार का जो खतरा था वो खत्म हो गया और मैच ड्रा हो गया।