जयपुर में खेले जा रहे पहले T20 मैच में भारत ने न्यूज़ीलैंड को 5 विकेट से हरा दिया। न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी की। मार्टिन गप्टिल (70) और मार्क चैपमैन (63) ने न्यूजीलैंड को 20 ओवरों में 164/6 के कुल स्कोर तक पहुँचाया।
भुवनेश्वर कुमार ने पहले ओवर में डेरिल मिशेल (0) के विकेट के साथ भारत को एक सही शुरुआत दी, लेकिन गुप्टिल और चैपमैन ने न्यूजीलैंड की पारी को स्थिर करने के लिए 109 रन की साझेदारी की।
12वें और 13वें ओवर में मार्टिन गुप्टिल और मार्क चैपमैन ने करारे प्रहार किए और 2 ओवरों में 31 रन जोड़े। लग रहा था न्यूजीलैंड 180 के स्कोर तक पहुंच जाएगी। हालाँकि, 14वें ओवर में रविचंद्रन अश्विन के दो विकेटों ने भारत की वापसी कराई।
इसके बाद नियमित अंतराल पर गिर रहे विकेटों ने न्यूजीलैंड को गति बढ़ाने नहीं दी। इससे एक समय जो कभी 180+ के पार का स्कोर लग रहा था, वो 164 तक ही सीमित रह गया था।
भारत के लिए भुनेश्वर कुमार ने 4 ओवरों में 24 रन देकर दो विकेट लिए, वहीं अश्विन ने 4 ओवरों में 23 रन देकर दो विकेट लिए। दीपक चाहर और मोहम्मद सिराज को एक-एक विकेट मिला। अक्षर पटेल कोई भी सफलता हासिल नहीं कर पाए।
भारत को रोहित शर्मा और केएल राहुल ने अच्छी शुरुआत दी और दोनों ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की केएल राहुल 14 गेंदों पर 15 रन बनाकर मिशेल सेंटनर का शिकार बने। भारत ने 5 ओवर में अपने 50 रन बना लिए थे और छठे ओवर की पहली गेंद पर राहुल आउट हुए थे।
जहां से सूर्य कुमार यादव और रोहित शर्मा ने दूसरे विकेट के लिए 59 रनों की साझेदारी की। रोहित शर्मा 36 गेंदो पर 48 रन बनाकर ट्रेंट बोल्ट का शिकार बने। 14वें ओवर में रोहित शर्मा का विकेट 109 रन के स्कोर पर गिरा।
लेकिन एक सूर्य कुमार यादव डटे रहे और पारी को आगे बढ़ाया। उन्होंने कुछ बेहद असाधारण शॉट खेले और टीम की स्कोरिंग की गति को बरकरार रखा। उन्होंने इसको रचनात्मक स्कूप शॉट खेलकर छक्का लगाया और 34 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया।
उनके साथ ऋषभ पंत भी समझदारी के साथ बल्लेबाजी कर रहे थे। सूर्य कुमार यादव सिर्फ अर्धशतक लगाकर नहीं रुके। उन्होंने प्रहार करने का सिलसिला बरकार रखा और जरूरी रन रेट को 6 से नीचे ला दिया।
16वें ओवर में उनका कैच बोल्ट से छूटा और 17वें ओवर में 62 रन बनाकर वह बोल्ड होकर बोल्ट का शिकार बने। उन्होंने 40 गेंदो का सामना किया और 6 चौके व 3 छक्के लगाए।
इसके बाद भारतीय मध्यक्रम के पिछले कुछ सालों में रीढ़ बन चुके श्रेयस अय्यर बैटिंग करने आये। अय्यर का रिकॉर्ड न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पहले से ही काफी ज्यादा अच्छा रहा है। पर वह 19वें ओवर में बड़ा शॉट लगाने में आउट हो गए।
भारत को आखिरी ओवर में 10 रन चाहिए थे लेकिन यह कठिन नहीं था क्योंकि न्यूज़ीलैंड के सभी मुख्य गेंदबाज कोटा पूरा कर चुके थे। वेंकटेश अय्यर और पंत के सामने डेरिल मिशेल थे जो काफी मैचों से गेंदबाजी छोड़ चुके थे।
पहला मैच खेल रहे वेंकटेश अय्यर ने एक वाइड गेंद के बाद चौका जड़ा और अगली गेंद पर रिवर्स स्वीप के चक्कर मे चलते बने। मिशेल में एक और वाइड फेंकी और यहां से अक्षर पटेल ने सिंगल लिया और पंत ने चौके के साथ टीम को जीत दिला दी।
न्यूजीलैंड के एस्टल काफी महंगे साबित हुए उन्होंने 3 ओवरों में 34 रन दे डाले। मिशेल सैंटनर ने कसी हुई गेंदबाजी करते हुए 4 ओवरों में सिर्फ 19 रन देकर एक विकेट लिया।
इससे पहले, भारत के रोहित शर्मा ने जयपुर में पहले टी20 में टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया था। भारतीय टीम में वेंकटेश अय्यर को मौका मिला है जिनको सिर्फ 7-8 आईपीएल मैचों के आधार पर भारतीय टीम में जगह मिल गई।
यह बड़ा खराब निर्णय था क्योंकि बाकी खिलाड़ी जो 3-4 साल से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, उनको न तो टीम के 15 खिलाड़ियों की सूची में जगह मिलती है ना ही अंतिम 11 में।
केवल 8 मैचों के प्रदर्शन के आधार पर किसी को जगह देना और किसी को उसके 2 साल के प्रदर्शन के बावजूद दरकिनार करना अपने आप में काफी सवाल खड़े करता है।