टी20 वर्ल्ड कप 2021 के खत्म होते ही भारतीय क्रिकेट में विराट कोहली और रवि शास्त्री की जोड़ी भी अलग हो गयी क्योंकि शास्त्री की जगह नए हेड कोच के रूप में राहुल द्रविड़ ने उनकी जगह ले।
वहीं टी20 में विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने के बाद उनकी जगह भारतीय टीम की कमान रोहित शर्मा ने संभाल ली है।
कोहली और शास्त्री की जोड़ी ने लगभग चार साल तक काम और इस दौरान भारतीय क्रिकेट ने कई ऊंचाइयों को छुआ। अब इन दोनों को लेकर पूर्व दिग्गज क्रिकेटर कपिल देव ने अपना रिपोर्ट कार्ड जारी किया है।
विराट कोहली और रवि शास्त्री ने भारतीय टीम को टेस्ट प्रारूप में नंबर एक पोजीशन पर भी पहुंचाया। इनके कार्यकाल में ही टीम ने ऑस्ट्रेलिया में ऑस्टेलिया को लगातार दो बार सीरीज हराया।
साथ ही साथ इंग्लैंड की सरजमीं पर भी टेस्ट मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया। उस 5 मैच की टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम 2-1 से आगे चल रही है और सीरीज का आखिरी टेस्ट जुलाई 2022 में खेला जाएगा।
इसके अलावा सीमित ओवरों के क्रिकेट में भी टीम ने काफी अच्छा प्रदर्शन करते हुए सीरीज। हालांकि यह जोड़ी आईसीसी का कोई भी टूर्नामेंट अपने नाम नहीं कर पायी।
अब इस पर 1983 के वर्ल्ड कप विजेता कप्तान कपिल देव का कहना है कि दोनों ने भारतीय टीम के लिए शानदार काम किया है। हालांकि आईसीसी ट्रॉफी ना जीत पाना ही इनके कार्यकाल की सबसे बडी कमी रही।
कपिल ने एक इंटरव्यू में बताया कि, ‘मेरा मानना है कि दोनों ने बहुत अच्छा काम करके दिखाया है। मुझे लगता है कि वे भारत को एक बड़ी ट्रॉफी जितवाने में नाकाम रहे लेकिन अगर हम पिछले चार सालों को देखें।
जब से कोहली ने कप्तानी का जिम्मा संभाला है, किसी चीज की कमी देखने को नहीं मिली। आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम ना कर पाने के अलावा ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड में भारत ने जीत हासिल करके दिखाई है।
उन्होंने जिस भी देश में खेला उस टीम को हराया है। वर्ल्ड कप नॉकआउट में जगह बनाना भी बहुत बड़ी होती है। सभी को लग रहा था कि भारत इस बार भी आसानी से सेमीफाइनल और फाइनल में जगह बना लेगा।
मेरे हिसाब से वेस्टइंडीज में 2007 वर्ल्ड कप के बाद, इस बार के टी20 वर्ल्ड कप को देखकर ऐसा लगा कि भारत ने प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक करके नहीं दिखाया।
अगर वो इस साल के टी20 वर्ल्ड कप में टॉप 4 में अपनी जगह बना लेते और फिर बाहर होते तो इतनी आलोचना नहीं होती जितनी अब हो रही है।’
दिग्गज ऑलरांडर ने कहा कि आईसीसी खिताब ना जीत पाने के कारण, वह इन दोनों के 100 में से 10 प्रतिशत अंक काट लेंगे, लेकिन उसके अलावा भारत ने शानदार खेल दिखाया है।
अगर आप इसको ट्रॉफी के नजरिये से देखेंगे तो यह बिल्कुल अलग बात लगती है। लेकिन अगर आप उनके क्रिकेट की बात करें तो जिस तरह से उन्होंने पिछले चार सालों में खेल दिखाया है।
उसके लिए मैं उन्हें 100 में से 90 प्रतिशत अंक देता हूँ, और आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीतने पर 10 प्रतिशत अंक काटता हूँ।