आईसीसी टी20 वर्ल्डकप में पहले पाकिस्तान के हाथों 10 विकेट से और फिर न्यूजीलैंड के हाथों 8 विकेट से करारी शिकस्त के बाद भारत का टी20 वर्ल्ड कप से बाहर होना लगभग तय हो चुका था। उसके बाद टीम ने मैच जीते लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
इन दोनों ही महत्वपूर्ण मुकाबलों में भारतीय बल्लेबाज ताश के पत्तों की तरह ढह गए और, फिर गेंदबाजी में भी असफल रहे और इसी के चलते पूरी टीम के चयन पर सवाल खड़े किये गए थे।
जिन प्लेयर्स को टीम में शामिल किया गया था। वह पूरी तरह से फ्लॉप रहे हैं। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी था कि, क्या कुछ अनुभवी या इन फॉर्म प्लेयर्स को शामिल किया जा सकता था ,जिससे शायद टीम को हार का सामना नहीं करना पड़ता।
तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे। जो टीम में शामिल होते तो शायद ही टीम को हार का सामना करना पड़ता।
युजवेंद्र चहल
आईपीएल में लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने अंतिम आठ मैचों में 14 विकेट चटकाए थे । यह बात सबको पता है कि यूएई में सतहें धीमी होती हैं और स्पिनरों को कुछ शानदार गति मिलती हैं।
भारत ने टी 20 वर्ल्ड कप टीम में वरुण चक्रवर्ती, राहुल चाहर, रविचंद्रन अश्विन , जडेजा को बतौर स्पिनर शामिल किया। जबकि चहल को 15 सदस्य टीम में जगह भी नहीं दी। उन्होंने आईपीएल 2021 में और श्रीलंका दौरे पर अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया था।
वर्ल्ड पहले मैच में जहां जडेजा और वरुण चक्रवर्ती पाकिस्तानी बल्लेबाजों के खिलाफ कुछ कमाल नहीं दिखा पाए। वहीं, दूसरे मैच में भी वरुण और जडेजा विकेटलेस रहे। हालांकि, आईपीएल में दोनों ही शानदार फॉर्म में नजर आ रहे थे।
लेकिन, चहल के पास बल्लेबाजों को परेशान करने के लिए गति और एक बहुत ही बेहतरीन सही लाइन और लेंथ है।
शिखर धवन
जब भी कोई आईसीसी टूर्नामेंट होता है तो गब्बर यानि शिखर धवन का बल्ला खूब बोलता है। 50 ओवर के वर्ल्ड कप में उनका औसत 53.70 जबकि एशिया कप में 51.08 और चैंपियंस ट्रॉफी में 77.88 का है। हालांकि, धवन आईसीसी टी20 वर्ल्डकप का एक भी मैच नहीं खेल पाए है।
लेकिन पिछले दो सीज़न से शानदार प्रदर्शन कर रहे धवन को टीम में शामिल जरूर करना चाहिए था।
शिखर धवन के पास बहुत अनुभव है और उससे रोहित, राहुल और कोहली को एक छोर पर खुलकर बल्लेबाजी कर सकते थे। जबकि वो दूसरे छोर पर मुख्य भूमिका निभा सकते थे।
वेंकटेश अय्यर
आईपीएल 2021 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने दूसरे चरण में मध्यप्रदेश के इंदौर में रहने वाला वेंकटेश अय्यर को सलामी बल्लेबाज के तौर पर खिलाया फिर क्या था बदली और आईपीएल 2021 से बाहर होने की जगह फाइनल तक पहुंच गयी।
बाएं हाथ के वेंकटेश इंडिया टीम के लिए तुरुप साबित हो सकते थे क्योंकि उन्होंने आईपीएल में धीमी पिच पर भी कमाल की बल्लेबाजी करके दिखाई है।
हार्दिक पांड्या की चोट और उनकी सीमित गेंदबाजी उपलब्धता को देखते हुए, अय्यर भी मध्यम गति के साथ गेंदबाजी करवा सकते है और इसकी झलक हमने आईपीएल में देखी थी।
साल 2007 में हुए टी 20 वर्ल्डकप में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने रोहित शर्मा और जोगिंदर शर्मा के रूप में कुछ आश्चर्यजनक खिलाड़ियों का चयन किया था। जो उस समय टी20 क्रिकेट में अधिक नही खेले दोनों ने ही वर्ल्ड कप में बेहतरीन प्रदर्शन किया था।
इसमें कोई शक नही है कि, वेंकटेश अय्यर काफी टैलेंटेड है और इसी टैलेंट को दिखाने के लिए उन्हें अभी आईपीएल के कुछ और सीज़न खेलने होंगे।
लेकिन, घरेलू टूर्नामेंट और आईपीएल दोनों में मुश्किल ट्रैक पर उन्होंने जो बल्लेबाज़ी करके दिखाई है वो कमाल की है। अगर वो टी 20 वर्ल्ड कप टीम में शामिल होते तो टीम इंडिया के लिए एक्स फैक्टर साबित हो सकते थे।