भारत को अपनी कप्तानी में अंडर-19 वर्ल्ड कप का खिताब जितवा चुके उन्मुक्त चंद ने इसी साल अगस्त में संन्यास ले लिया था और इसके बाद वह अमेरिका में शिफ्ट होकर वहां की माइनर लीग क्रिकेट में खेलने लगा।
उन्होंने वहां शानदार प्रदर्शन करके दिखाया और उस शानदार प्रदर्शन की वजह से उन्हें बिग बैश लीग (बीबीबीएल) की फ्रेंचाइजी टीम मेलबर्न रेनेगेड्स ने उन्हें अपनी टीम में शामिल कर लिया है।
उन्मुक्त के करियर का आगाज तो बहुत शानदार तरीके से हुआ था लेकिन इसके बाद उनका डाउनफॉल होना शुरू हो गया। भारत में काफ़ी स्ट्रगल करने के बाद वो टीम इंडिया के लिए नहीं खेल पाए और आख़िरकार इस साल उन्मुक्त ने बीसीसीआई को अपने संन्यास का फैसला बता दिया।
इसके बाद वो अमेरिका शिफ्ट हो गए और वहां खेलने लगे और फिर बीबीएल का हिस्सा बन गए। उन्मुक्त बीबीएल खेलने वाले पहले भारतीय पुरुष क्रिकेटर बन चुके हैं।
मेलबर्न रेनेगेड्स ने ट्विटर पर इस बात की जानकारी दी है। उन्मुक्त हाल में ही कैरिबियन प्रीमियर लीग के दौरान स्टार स्पोर्ट्स पर कमेंटरी करते हुए भी दिखाई दिए थे।
Big news… @UnmuktChand9 🔒
The former India A and India U19 captain is officially a Renegade!#GETONRED
— Melbourne Renegades (@RenegadesBBL) November 4, 2021
2012 में उन्मुक्त की कप्तानी में टीम इंडिया ने अंडर-19 वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। इसके बाद 2011-12 में उन्हें कैस्ट्रोल जूनियर क्रिकेटर ऑफ द ईयर का भी अवार्ड दिया गया था।
उन्मुक्त चंद ने बिग बैश खेलने को लेकर कहा, “मैं मेलबर्न रेनेगेड्स परिवार का हिस्सा बनकर बहुत खुश हूं। मैंने हमेशा से बिग बैश लीग को फॉलो करता हुआ आया हूँ। यह मेरे लिए कुछ शानदार क्रिकेट खेलने का बेहतरीन मौका है।
मैं वास्तव में मेलबर्न आकर खेलने के लिए उत्साहित हूं। मैंने हमेशा ऑस्ट्रेलिया में खेलने का मजा उठाया है मैं पहले मेलबर्न नहीं गया था।
मैं जानता हूं कि मेलबर्न में बहुत सारे भारतीय रहते हैं। इसलिए यह अच्छा रहेगा और मुझे उम्मीद है कि दर्शक भी इसका लुत्फ उठाने के लिए आएंगे।’
चंद ने भारतीय क्रिकेट से संन्यास लेने पर कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो यह मेरे लिए काफी मुश्किल था। इसका मतलब है कि मैं अब देश के लिए नहीं खेलने वाला हूँ। जिसे स्वीकार करना बहुत मुश्किल है।
अब मुझे अमेरिका के लिए क्रिकेट खेल रहा हूँ और मुझे काफी मजा आ रहा है। मैं अब दुनिया भर की सभी लीगों में खेलने के योग्य हूं, जो मेरे लिए व्यक्तिगत तौर पर एक शानदार मौका है।’
उन्मुक्त चंद ने अपने घरेलू करियर की शुरुआत 2010 में दिल्ली से की थी और वह 8 सीजन तक इसी टीम के लिए खेले थे। इस दौरान उन्होंने दिल्ली की कप्तानी भी की।
उन्मुक्त उत्तराखंड के लिए भी घरेलू क्रिकेट खेल चुके है और वो इंडियन प्रीमियर लीग में भी खेल चुके है जहां उनका प्रदर्शन खराब रहा था। उन्होंने आईपीएल में 21 मैच खेले और 15 की औसत से केवल 300 रन बनाये थे।