वेस्टइंडीज के शानदार ऑलराउंडरों में से एक ड्वेन ब्रावो ने गुरुवार को टी20 वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खिलाफ मिली हार के बाद संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है।
वह शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने करियर का आखिरी इंटरनेशनल मैच खेलेंगे। श्रीलंका की टी20 वर्ल्ड कप में पांच मैचों में दूसरी जीत थी और इस जीत के साथ ही उनका इस टूर्नामेंट में सफर ख़त्म हो गया है।
अब ग्रुप-वन से ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका सेमीफाइनल में जगह बनाने की रेस में हैं, जबकि इंग्लैंड पहले ही सेमीफाइनल में पहुंच चुका हैं।
ड्वेन ब्रावो ने संन्यास लेते हुए कहा कि, ‘मेरी नजर में मेरे संन्यास लेने का समय आ गया है। मेरा करियर बहुत अच्छा रहा है। 18 साल तक वेस्टइंडीज को रिप्रेजेंट करना मेरे लिए गर्व की बात है।
इस दौरान मैंने कई उतार-चढ़ाव भी देखे हैं। मैं अपनी टीम को रिप्रेजेंट करने के लिए बहुत आभारी हूं और इतने लंबे समय तक कैरिबियाई लोगों ने जो मुझे प्यार दिया, वह मेरे लिए शानदार है।’
ब्रावो 2012 और 2016 में टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाली वेस्टइंडीज टीम का हिस्सा थे। ब्रावो ने अपने करियर में वेस्टइंडीज को 90 टी-20 मैचों में रिप्रेजेंट किया है।
उन्होंने115.38 के स्ट्राइक रेट के साथ 1245 रन बनाए है और गेंदबाज़ी करते हुए 8.10 के इकॉनमी के साथ 78 बल्लेबाज़ों को आउट किया है।
श्रीलंका के खिलाफ इस मैच में ब्रावो अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे थे। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में तीन विकेट पर 189 रन स्कोरबोर्ड पर टांग दिए।
ब्रावो ने चार ओवर में 42 रन देकर एक विकेट ही हासिल कर पाए और जब बल्लेबाज़ी करने उतरे तो 3 गेंदों पर 2 रन बनाकर आउट हुए थे।
वह वानिंदु हसरंगा की गेंद पर क्लीन बोल्ड होकर पवेलियन की तरफ गए। 4 मैचों में 3 हार के साथ विंडीज टीम टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी हैं।
पूरी वेस्टइंडीज टीम इस टूर्नामेंट में ले में नज़र नहीं आयी। उन्हें देखकर लग नहीं रहा था ये डिफेंडिंग चैंपियन है।