आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप किसी भी खिलाड़ी के लिए इंटरनेशनल लेवल पर खुद को साबित करने का बहुत बड़ा प्लेटफॉर्म है। आईसीसी ने पहली बार 2007 में टी 20 वर्ल्ड कप साउथ अफ्रीका में करवाया था।
वो टी 20 वर्ल्ड कप भारतीय टीम ने अपने नाम किया था। भारत के बाद पाकिस्तान, श्रीलंका, वेस्टइंडीज और इंग्लैंड भी टी-20 वर्ल्ड कप जीत चुके हैं लेकिन वेस्टइंडीज 2012 और 2016 में टी 20 वर्ल्ड कप जीती थी।
टी 20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के प्रदर्शन की बात करें तो भारतीय टीम एक बार जीती है और एक बार रनरअप रही है। साथ ही साथ एक बार भारतीय टीम ने सेमीफाइनल में भी जगह बनाई है।
जबकि साल 2009, 2010 और 2012 में, भारत सुपर-8 में भी नहीं पहुंच पाया था। वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की कप्तानी एमएस धोनी ने की थी। लेकिन, इस वर्ल्ड कप में वो टीम इंडिया के मेंटर की भूमिका निभा रहे है।
धोनी ने अपना आखिरी इंटरनेशनल टी-20 मैच ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ द्विपक्षीय सीरीज में खेला था।
वहीं, कुछ भारतीय क्रिकेटरों ने अपना आखिरी टी 20 मैच वर्ल्ड कप में खेला था। तो चलिए आज हम आपको ऐसे ही भारतीय क्रिकेटरों के बारे में बताएंगे।
वीरेंद्र सहवाग
ये बात कम ही लोगों को पता होगी कि भारतीय टीम के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग भारतीय टी-20 टीम के पहले कप्तान बने थे। उन्होंने ये काम साल 2006 में किया था।
इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी को टी-20 टीम का कप्तान बना दिया गया था। सहवाग ने अपने करियर में 19 टी-20 मैच खेले और 21.9 के औसत और 145.4 के स्ट्राइक रेट से 394 रन ठोंके थे।
वीरेंद्र सहवाग ने अपना आखिरी टी 20 मैच 2012 के टी-20 वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका के ख़िलाफ़ खेला था। उस मैच में उन्होंने 14 गेंदों में 17 रन बनाये थे और रॉबिन पीटरसन की गेंद पर आउट हुए थे।
आरपी सिंह
बाएं हाथ के पूर्व तेज गेंदबाज़ आरपी सिंह आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप 2007 और 2009 में भारतीय टीम को रिप्रेजेंट कर चुके हैं।
आरपी सिंह ने 2007 के टी 20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 3 विकेट लेकर मैच जीतने में अहम भूमिका निभाई थी।
2009 के टी 20 वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका के ख़िलाफ़ अपना आखिरी मैच खेला था। उन्होंने अपने टी 20 करियर में 10 मैच खेले है और 6.82 के इकॉनमी के साथ 15 विकेट लिए थे।
जहीर खान
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज़ जहीर खान के संन्यास लेने के बाद भारतीय टीम को उनके जैसा बाएं हाथ का तेज गेंदबाज़ नहीं मिल पाया है।
जहीर खान का टी 20 करियर उतना नहीं चला जैसा उनका प्रदर्शन टेस्ट मैचों और ओडीआई में किया था। जहीर ने अपने करियर में 17 टी 20 मैच खेले है और 7.63 की इकॉनमी से 17 विकेट लिए है।
उन्होंने अपना आखिरी टी-20 मैच टी-20 वर्ल्ड कप 2012 में खेला था और उस मैच में उन्होंने 4 ओवर में 5.50 की बेहतरीन इकॉनमी के साथ 3 विकेट चटकाए थे।
जोगिंदर शर्मा
आईसीसी टी-20 के पहले एडिशन के फाइनल में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ हुए मैच में जोगिंदर शर्मा ने ही आखिरी ओवर डाला था और मिसबाह-उल-हक़ को आउट किया था।
भारत को टी 20 वर्ल्ड कप जितवाने में अहम भूमिका निभाई थी। दिलचस्प बात यह है कि जोगिंदर शर्मा ने अपने टी-20 करियर में मात्र 4 मैच खेले हैं और वो सारे 2007 के टी 20 वर्ल्ड कप में खेले गए थे। साथ ही साथ उन्होंने विकेट भी 4 ही लिए है।
अजीत अगरकर
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर अजीत अगरकर टी 20 पहले एडिशन में खेले थे और अपना आखिरी मैच भी 2007 के एडिशन ,में खेले थे इस वर्ल्ड कप में भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच हुआ मैच उनका करियर का अंतिम टी-20 मैच था।
उन्होंने अपने टी 20 करियर में 4 टी 20 मैच खेले है और 8.09 के इकॉनमी से 3 विकेट लिए थे।
लक्ष्मीपति बालाजी
इस सूची में तेज गेंदबाज़ लक्ष्मीपति बालाजी ने भी अपना नाम दर्ज करवाया है। आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप 2012 में साउथ अफ्रीका के ख़िलाफ़ उन्होंने अपना आखिरी मैच खेला था।
उन्होंने अपने करियर में भारत को 5 टी-20 मैचों में रिप्रेजेंट किया है और सभी मैच उन्होंने इसी वर्ल्ड कप में खेले थे। इन 5 मैचों में उन्होंने 7.56 की इकॉनमी के साथ 10 विकेट झटके थे।
जबकि अंतिम टी-20 मैच में उन्होंने 3.5 ओवरों में 37 रन देकर देते हुए 3 बल्लेबाज़ों को आउट किया था।
इरफान पठान
आईसीसी टी-20 विश्वकप 2007 के फाइनल मैच में मैन ऑफ द मैच इरफान पठान को ही दिया गया था। उन्होंने पाकिसतन के ख़िलाफ़ फाइनल में 4 ओवर में 16 3 बल्लेबाज़ों को आउट किया था।
इरफान पठान ने साल 2012 के टी 20 वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका के ही ख़िलाफ़ ही आखिरी टी 20 मैच खेला था। उस मैच में उन्होंने 3 ओवर में 26 रन देकर एक बल्लेबाज़ को आउट किया था।
साल 2012 के वर्ल्ड कप में चार भारतीय खिलाड़ियों वीरेन्द्र सहवाग, लक्ष्मीपति बालाजी, जहीर खान और इरफान पठान ने अपना आखिरी मैच खेला