क्रिकेट में किसी भी खिलाड़ी का अंदाज़ा उसके एक या दो मैचों से नहीं लगा सकते कि वो कितना टैलेंटेड है। उसके टैलेंट को परखने के लिए चाहें वो गेंदबाज़ हो या बल्लेबाज़ हो उसको मौके दिए जानें चाहिए।
क्रिकेट में कई बार ऐसा देखा गया है कि कई बल्लेबाज़ अपने पहले ही मैच में 0 पर आउट हो जाते है लेकिन अगले ही मैच में शानदार प्रदर्शन करके वापसी करते है। दिग्गज खिलाड़ियों और डेब्यूटेंट का शून्य पर आउट होने को एक ही नजरिये से देखना चाहिए।
इसको एक समान दृष्टि से देखा जाना चाहिए। तो आज हम आपको ऐसे दिग्गज खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो अपने पहले ओडीआई मैच में 0 पर आउट हो गए थे।
सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट में जब भी रिकॉर्ड बनाने या तोड़ने की बात होती है तो सचिन तेंदुलकर को ज़रूर याद किया जाता है। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 100 से ज़्यादा शतक लगाए है और उनके इस रिकॉर्ड के पास किसी अन्य खिलाड़ी का पहुंचना बहुत मुश्किल है।
सचिन के वन डे करियर की बात करें तो उनके नाम सबसे ज़्यादा रन दर्ज है। उन्होंने 463 ओडीआई मैचों में 86.23 के स्ट्राइक रेट के साथ 18426 रन बनाये है और इस दौरान उनके बल्ले से 96 अर्धशतक और 49 शतक निकले है।
लेकिन सचिन अपने वनडे करियर की पहली दो पारियों में शून्य पर आउट हुए थे। पहले मैच में पाकिस्तान के वकार यूनिस और दूसरे मैच में न्यूजीलैंड के शेन थॉमसन ने उन्हें आउट किया था।
शादाब कबीर
शादाब कबीर वनडे करियर की शुरुआती तीन पारियों में शून्य पर आउट होने का रिकॉर्ड बना रखा है। शादाब कबीर जब 1996 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ अपना पहला ओडीआई मैच खेलने उतरे तो उन्हें जहां एडम होलियोके ने शून्य पर आउट कर दिया था।
उसके बाद दूसरे ओडीआई मैच में भारत के ख़िलाफ़ बल्लेबाज़ी करने आये तो अनिल कुंबले ने भी उन्हें 0 पर आउट कर दिया। उसके अगले मैच में भी अनिल कुंबले ने उन्हें खाता नहीं खोलने दिया।
लगातार तीन वन डे मैचों में तीन बार 0 पर आउट होने के बाद उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया और इसी के साथ उनका वनडे करियर भी ख़त्म हो गया।
नाथन मैकुलम
न्यूज़ीलैंड का यह ऑलराउंडर अपने वनडे करियर के शुरुआत के दो मैचों में शून्य पर आउट हुआ था। नाथन मैकुलम ने अपना पहला वनडे मैच श्रीलंका के ख़िलाफ़ खेला था। जहाँ लसिथ मलिंगा ने उन्हें पहली ही गेंद पर क्लीन बोल्ड कर दिया था।
इसके बाद जब उन्होंने दूसरा वनडे मैच पाकिस्तान के ख़िलाफ़ खेला तो पहली ही गेंद पर उन्हें शाहिद अफरीदी ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया। इस तरह नाथन मैकुलम पहली दो वनडे पारियों में शून्य पर आउट हो चुके हैं।
नाथन मैकुलम ने अपने ओडीआई करियर में 84 मैच खेले है और 21.1 की औसत से 1076 रन बनाये है। वहीं गेंदबाज़ी में 5.02 के इकॉनमी के साथ 63 विकेट लिए है।
केन विलियमसन
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के कप्तान केन विलियमसन की गिनती दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ों में की जाती है। किवी टीम को आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप उन्होंने ही अपनी कप्तानी में जितवायी थी।
साल 2010 में भारत के ख़िलाफ़ अपने वनडे डेब्यू में उन्हें प्रवीण कुमार ने शून्य पर आउट कर दिया था। इसके बाद विलियमसन अपना दूसरा वनडे मैच श्रीलंका के ख़िलाफ़ खेलने मैदान पर उतरे।
जहाँ दूसरी गेंद पर ही एंजेलो मैथ्यूज ने उन्हें एक बार और शून्य पर आउट करके पवेलियन भेज दिया। उसके बाद उन्होंने जो वापसी करके दिखाई है वो बहुत शानदार है। उन्होंने अभी तक के अपनी ओडीआई करियर में 151 मैच खेले है और 47.48 के औसत से 6173 रन बनाये है और इस दौरान उनके बल्ले से 13 शतक और 39 अर्धशतक निकले है।
रिले रूसो
दक्षिण अफ्रीका के टॉप ऑर्डर बल्लेबाज़ रिले रोसौव ने साल 2014 में जिम्बाब्वे के ख़िलाफ़ सीरीज़ में अपना डेब्यू किया था और अपने दोनों शुरुआती वनडे मैचों में वो भी अपना खाता नहीं खोल पाए थे।
रिले रोसौव अपने पहले वनडे मैच में रन आउट हुए थे जबकि अगले मैच में उन्हें प्रॉस्पर उत्सेया ने 0 पर अपना शिकार बनाया था। रिले रोसौव अपने पूरे इंटरनेशनल करियर में 7 बार ही शून्य पर आउट हुए है।
अपने वनडे करियर की शुरुआती दो मैचों में वो भी खाता खोलने में नाकाम रहे थे। रिले रोसौव ने अपने वन डे करियर में 36 मैच खेले है और 38.71 के औसत से 1239 रन बनाये है।