चेन्नई सुपरकिंग्स ने आईपीएल-2021 में शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए चौथी बार ट्रॉफी अपने नाम कर ली। चेन्नई इससे पहले पिछले सीज़न में प्लेऑफ तक नहीं पहुंच पायी थी।
लेकिन इस सीज़न में वो प्लेऑफ और फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बनकर उभरी थी। टीम के सलामी बल्लेबाज़ ऋतुराज गायकवाड़ और फाफ डु प्लेसिस इस साल शानदार टच में दिखाई दिए।
वहीं ड्वेन ब्रावो, शार्दुल ठाकुर ने बेहतरीन गेंदबाज़ी की और इसमें उनका साथ लेफ्ट आर्म स्पिनर रविंद्र जडेजा ने दिया और इन सभी सभी खिलाड़ियों के मिले जुले योगदान के कारण ही सीएसके इस साल इतना अच्छा प्रदर्शन कर पायी।
यह हर कोई जानता है कि, इंडियन प्रीमियर लीग में खिलाड़ियों के ऊपर पैसों की बारिश होती है। चूंकि, इस लीग में खिलाड़ियों को नीलामी में ही खरीदा जाता है। इसलिए इस लीग में पैसों का रोल काफ़ी अहम होता है।
किसी भी आईपीएल फ्रेंचाइजी मालिक के पास रुपयों का पर्याप्त बैकअप होना बहुत ज़रूरी है। तो चलिए आपको बताते है आईपीएल की सबसे सफल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपरकिंग्स के मालिक और उनकी कमाई कितनी है।
साल 2008 से 2014 तक, चेन्नई सुपरकिंग्स फ्रेंचाइजी का स्वामित्व इंडिया सीमेंट्स के पास था। हालांकि, इसके बाद इस फ्रेंचाइजी का स्वामित्व चेन्नई सुपरकिंग्स क्रिकेट लिमिटेड के पास चला गया।
इसके अलावा टीम की जर्सी, टी-शर्ट, मग, पोस्टर, फुटवियर और रिस्टबैंड जैसी वस्तुओं पर चेन्नई सुपरकिंग्स क्रिकेट लिमिटेड का ही अधिकार है। सीएसके क्रिकेट लिमिटेड एक गैर-सरकारी संगठन के रूप में काम कर रहा है।
आईपीएल 2008 में चेन्नई सुपरकिंग्स फ्रैंचाइज़ी को इंडिया सीमेंट्स कंपनी ने खरीदा था जो सीमेंट का निर्माण करती है और इंडिया सीमेंट्स की स्थापना साल 1946 में हुई थी। 2015 में फिक्सिंग में नाम आने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स पर 2 साल का बैन लग गया।
फ्रेंचाइजी का मालिकाना हक इंडिया सीमेंट्स से चेन्नई सुपरकिंग्स क्रिकेट लिमिटेड के पास चला गया और तब से यहीं टीम के मालिक है।
बैन लगने के 2 साल बाद ही चेन्नई सुपर किंग्स एक साल के भीतर अपनी वैल्यूएशन ग्रोथ को दोगुना कर चुकी थी। गैर-सूचीबद्ध बाजार में चेन्नई सुपरकिंग्स 30 रुपये प्रति शेयर और बाजार मूल्य हजार करोड़ रुपये पर कारोबार करने लगी थी।
यदि सीएसके अपने शेयर्स को जनता के लिए जारी कर दे तो इसमें कोई शक नहीं है कि प्रति शेयर इसका प्रीमियम कई गुना बढ़ने लगेगा। चेन्नई सुपरकिंग्स क्रिकेट लिमिटेड कंपनी 678 करोड़ रुपये की ब्रांड वैल्यू हासिल कर चुकी हैं। जैसा चेन्नई की टीम प्रदर्शन कर रही है उससे उनकी ब्रांड वैल्यू में काफ़ी बढ़ोत्तरी हो रही है।