श्रीलंका क्रिकेट के हरफनमौला खिलाड़ी चमिका करुणारत्ने को “अनुशासनात्मक जांच” के बाद श्रीलंका क्रिकेट द्वारा एक साल के लिए निलंबित कर दिया गया है।
SLC ने पाया कि करुणारत्ने ने कई धाराओं का उल्लंघन किया है। हरफनमौला खिलाड़ी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को स्वीकार किया। यह जांच तीन सदस्यीय टीम द्वारा की गई थी।
करुणारत्ने को क्रिकेट के सभी रूपों से एक साल का निलंबित कर दिया गया और उनके अनुशासनहीन व्यवहार के लिए 5000 डॉलर (4 लाख रुपये के करीब) का जुर्माना भी लगाया गया।
“करुणारत्ने द्वारा किए गए उल्लंघनों की गंभीरता को देखते हुए, जांच पैनल ने अपनी रिपोर्ट के द्वारा एसएलसी की कार्यकारी समिति को सिफारिश की है कि खिलाड़ी को आगे उल्लंघन से बचने के लिए कड़ी चेतावनी दी जाए।”
“पैनल ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा कि करुणारत्ने को सिर्फ ऐसी सजा दी जाए जिसका प्रभाव उनके क्रिकेटिंग करियर पर ज्यादा न हो,” श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने कहा।
“उक्त निष्कर्षों और जांच पैनल की सिफारिशों के बाद एसएलसी की कार्यकारी समिति ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों में भाग लेने से एक साल का प्रतिबंध लगा दिया है, और उक्त प्रतिबंध एक साल की अवधि के लिए निलंबित कर दिया जाएगा।”
करुणारत्ने ने ऑस्ट्रेलिया में हाल ही में समाप्त हुए टी20 विश्व कप में सात मैचों में भाग लिया। उन्हें कम बल्लेबाजी के अवसर मिले जबकि गेंद के साथ उन्होंने तीन विकेट लिए।
मैच फिक्सिंग के आरोपों की भी जांच करवाएगा श्रीलंका बोर्ड
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी से अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करवाने के लिए सिफारिश की है।
हाल ही में संसद में विपक्ष के नेता नलिन बंदारा और पूर्व खेल मंत्री द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने यह कदम उठाया था।
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने आरोपों को संगीन माना। उनके अनुसार उन्हें एक निष्पक्ष जांच आईसीसी से करवाने की जरूरत है क्योंकि यही सबसे उत्तम रास्ता होगा। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड खेल की गरिमा बनाये रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
गौरतलब है कि कुछ हफ्तों पहले श्रीलंका के विपक्षी नेता ने श्रीलंका और पाकिस्तान की टेस्ट सीरीज को फिक्स बताया। जुलाई में हुई सीरीज में दोनों टीमों ने 1 मैच जीता और दो मैचों की सीरीज बराबरी पर खत्म हुई।
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड पर आरोप लगाते हुए पूर्व खेल मंत्री में कहा था कि श्रीलंका आईसीसी की नजरों में सबसे भ्रष्ट क्रिकेट खेलने वाला देश बन गया है।
श्रीलंका का क्रिकेट राजनीति की वजह से काफी प्रभावित रहा है। टीम के बुरे दिनों के पीछे सबसे बड़ा कारण राजनीति ही है।