अगर किसी भी टूर्नामेंट में जीत हासिल करनी हो तो टीम के प्रत्येक खिलाड़ी को बेहतरीन प्रदर्शन करना होता है। अकेले एक के अच्छा प्रदर्शन करने से टीम को जीत नहीं मिलती है।
यदि आईपीएल की बात की जाए तो अब तक 6 अलग-अलग फ्रेंचाइजी ने आईपीएल ट्रॉफी अपने नाम की है लेकिन, अब भी कुछ ऐसे स्टार खिलाड़ी हैं जो आईपीएल ट्रॉफी नहीं जीत सके है जबकि उन्होंने अन्य खिलाड़ियों की तुलना में ज़्यादा मैच खेले है।
तो चलिए आज हम आपको ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे। जिन्होंने आईपीएल में मैच तो काफ़ी खेले है लेकिन ट्रॉफी जीतने में नाकाम रहे है।
विराट कोहली
आईपीएल इतिहास में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड विराट कोहली के नाम है। विराट शुरू से ही रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ़ से खेलते हुए आ रहे है।
विराट ने आईपीएल में 207 मैचों की 199 पारियों में 129.94 के स्ट्राइक रेट के साथ 6283 रन बना चुके हैं लेकिन आईपीएल ट्रॉफी उनके नाम एक भी नहीं है।
इस साल बतौर कप्तान उनका आखिरी आईपीएल था लेकिन इस बार उनकी टीम प्लेऑफ तक ही पहुंच पायी। विराट आईपीएल ट्रॉफी कब जीतेंगे ये आने वाला समय ही बताएगा।
एबी डिविलियर्स
मिस्टर 360 डिग्री के नाम से मशहूर साउथ अफ्रीका के पूर्व खिलाड़ी एबी डिविलियर्स रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की ओर से खेलते थे। उन्होंने कई बार अपने दम पर बैंगलोर को मैच जिताया है लेकिन आईपीएल ट्रॉफी नहीं जितवा सके।
एक खिलाड़ी आपको मैच जिताये ये बहुत ही ज़्यादा मुश्किल काम है। उसके लिए पूरी टीम को मिलकर खेलना होता है। डिविलियर्स 2008 से 2010 तक दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेले थे और उसके बाद से 2021 तक रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए ही खेलते रहे।
एबी डिविलियर्स ने आईपीएल में 184 मैचों की 170 पारियों में 151.68 के स्ट्राइक रेट के साथ 5162 रन बनाये है। बैंगलोर ने 2009 और 2011 और 2016 में फाइनल तक तो पहुंची थीं लेकिन आईपीएल ट्रॉफी नहीं जीत सकी।
अमित मिश्रा
अमित मिश्रा आईपीएल के इतिहास में सबसे ज़्यादा विकेट लेने के मामलें में तीसरे नंबर पर आते है। उन्होंने आईपीएल में 154 मैच खेले हैं और 7.35 की इकॉनमी से 166 बल्लेबाज़ों को आउट किया है।
लेकिन फ़िर भी इस अनुभवी लेग स्पिनर के नाम एक भी आईपीएल की ट्रॉफी नहीं है। अमित मिश्रा 2008 से 2010 तक दिल्ली कैपिटल्स फ़िर 2011 से 2012 तक डेक्कन चार्जर्स उसके बाद 2013 से 2014 तक सनराइजर्स हैदराबाद का हिस्सा रहे।
2015 में दोबारा दिल्ली कैपिटल्स की टीम में शामिल हुए और अब तक उसी टीम के लिए खेलते हुए आ रहे है। हैदराबाद और डेक्कन चार्जर्स ने जब आईपीएल का ख़िताब जीता तब मिश्रा उस टीम का हिस्सा नहीं थे।
अजिंक्य रहाणे
अजिंक्य रहाणे 2008 से लेकर 2010 तक मुंबई इंडियंस का हिस्सा थे। 2011 से 2015 तक राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा रहे।
उसके बाद राजस्थान पर 2 साल का बैन लगने के बाद वो राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स की तरफ़ से 2016 से लेकर 2017 तक खेले। 2018 में वापस राजस्थान रॉयल्स की टीम में आये और 2019 तक रहे।
2020 से और अब तक वो दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेल रहे है। रहाणे 2 से 3 टीमों के लिए खेले लेकिन अनलकी रहे क्योंकि आईपीएल ट्रॉफी वो नहीं जीत पाए। अजिंक्य रहाणे के बल्ले से आईपीएल में 151 मैच में 121.33 के स्ट्राइक रेट के साथ 3941 रन निकले है।
क्रिस गेल
टी-20 क्रिकेट के बादशाह क्रिस गेल का बल्ला जिस मैच में चल जाए तो विपक्षी टीम की हार तय है। आईपीएल के दो सीज़न में ऑरेंज कैप अपने नाम करने वाले गेल कभी भी आईपीएल ट्रॉफी नहीं जीत सके है।
क्रिस गेल ने आईपीएल के पहली सीज़न 2008 में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए डेब्यू किया और 2010 तक उसी टीम के लिए खेलते रहे। 2011 में क्रिस गेल रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम में शामिल हुए और 2017 तक बैंगलोर की तरफ़ से ही खेले।
गेल ने आईपीएल में 142 मैच खेले है और 148.96 के स्ट्राइक रेट के साथ 4965 रन बनाए है। गेल दो बार आईपीएल फाइनल भी खेले है लेकिन दोनों मौकों पर वो कुछ अच्छा करने में नाकाम रहे। इस तरह से क्रिस गेल भी आईपीएल ट्रॉफी से वंचित रहे।