क्रिकेट के तीन प्रारूपों के साथ, मैनेजमेंट को प्रत्येक प्रारूप के बीच स्पष्ट रूप से अलग-अलग खिलाड़ियों को चुनना पड़ता हैं और ये उनके लिए काफी मुश्किल होता हैं।
कुछ खिलाड़ी ऐसे होते है जो वर्कलोड की वजह से तीनों फॉर्मेट में खेलते है लेकिन अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं। वहीं कुछ मामलों में, जब खिलाड़ियों को फॉर्मेट की स्पष्टता दी जाती हैं, तो उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है।
यदि खिलाड़ियों को चोट की समस्या है, तो वे आमतौर पर एकफॉर्मेट चुनते हैं और केवल उसी पर फोकस करते हैं। ऐसा पहले भी कुछ क्रिकेटरों के साथ हो चुका हैं।
चूंकि वे सफल रहे हैं, इसी वजह से कुछ अन्य खिलाड़ी भी उसी राह पर चलना शुरू कर देते हैं। तो आज हम आपको उन 4 खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जिन्होंने टेस्ट से बाहर होने के बाद टी20 में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
1) जोस बटलर
जोस बटलर उन खिलाड़ियों में से एक हैं जो टेस्ट से बाहर होने के बाद टी20 में बेहतरीन बल्लेबाज बने। लगभग एक साल पहले, बटलर टेस्ट इलेवन का लगातार हिस्सा थे।
हालांकि, उनकी फॉर्म खराब होने के बाद उन्हें टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया था। उनकी गैरहाजिरी में बेन फॉक्स टेस्ट टीम में विकेटकीपर की भूमिका निभा रहे है।
इस बीच, बटलर एक बेहतरीन सलामी बल्लेबाज बन गए हैं और टेस्ट से बाहर होने के बाद, वो आईपीएल 2022 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए और अब क्रिकेट के सबसे खतरनाक टी20 बल्लेबाजों में से एक हैं।
2) हार्दिक पांड्या
हार्दिक के टेस्ट से बाहर करने का एक कारण चोट है। टी20 में जिस तरह से वह प्रदर्शन कर रहे हैं, उसे देखते हुए हो सकता है कि उनका जल्द ही टेस्ट के लिए चयन न हो।
इसके अलावा, विदेशी टेस्ट में, भारत को एक अच्छा कॉम्बिनेशन मिला है जिसे मध्यम गति के ऑलराउंडर के रूप में हार्दिक की सेवाओं की आवश्यकता नहीं हो सकती हैं।
भारत का यह स्टार ऑलराउंडर वह एक टी20 क्रिकेटर के रूप में अपने चरम पर पहुंच रहे है और इसलिए, वो टेस्ट में शामिल नहीं हो सकते हैं।
3) भुवनेश्वर कुमार
भुवनेश्वर कुमार भी उन खिलाड़ियों में से एक हैं जो टेस्ट से बाहर होने के बाद टी20 में बेहतरीन गेंदबाज बने। भुवी ने आखिरी बार टेस्ट 2018 में खेला था। हार्दिक की तरह उनके लिए भी चोट के कारण टेस्ट में जगह नहीं बन पाई है।
भुवी ने इस साल टी20 इंटरनेशनल में शानदार प्रदर्शन किया है और चोटों की चपेट में आने के कारण, उन्हें टेस्ट के लिए नहीं चुना जा सकता हैं। भारत के पास वैसे भी टेस्ट क्रिकेट के लिए एक अच्छा तेज गेंदबाजी आक्रमण है।
4) दुष्मंथा चमीरा
श्रीलंका के इस तेज गेंदबाज ने आखिरी बार पिछले साल नवंबर में टेस्ट खेला था। तब से, वह या तो चोट के कारण टेस्ट नहीं खेले है या उन्हें पूरी तरह से बाहर कर दिया गया है।
कम से कम हाल ही में हुई टेस्ट सीरीज में उन पर विचार ही नहीं किया गया। हालांकि इस दौरान वह एक महान टी20 गेंदबाज के रूप में विकसित हुए हैं।
यहां तक कि आईपीएल में भी उन्होंने कुछ ऐसे ओवर फेंके थे जिन्हें नहीं खेलना था। अगर वह चोट से बचे रहते हैं तो चमीरा और भी खतरनाक गेंदबाज बनकर उभरेंगे।