टी20 वर्ल्ड कप का आठवां एडिशन अभी डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया में खेला जा रहा है। वहीं अभी तक हुए 7 एडिशन में फैंस के दिमाग में कई नेल-बाइटिंग मैच और पल रहे हैं।
प्रतियोगिता में एक ओवर में छह छक्कों से लेकर कई और उतार-चढ़ाव देखने को मिले है। इस साल के एडिशन में भी कुछ यादगार पल देखने को मिल गए है।
वहीं कुछ आगे चलकर मिलेंगे। तो इसी चीज को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको टी20 वर्ल्ड कप के इतिहास के 5 सबसे बेहतरीन पलों के बारे में बताने जा रहे है।
1. टी20 वर्ल्ड कप 2007 में जिम्बाब्वे ने ऑस्ट्रेलिया को दी मात
2007 में टी20 वर्ल्ड कप का पहला एडिशन खेला गया था। ऑस्ट्रेलियाई टीम में गिलक्रिस्ट, हेडन, साइमंड्स, हसी आदि जैसे खिलाड़ी मौजूद थे फिर भी जिम्बाब्वे जैसी टीम ने उन्हें हरा दिया।
लोगों ने सोचा होगा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम को इस मैच में आगे बढ़ना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जिम्बाब्वे ने शानदार फील्डिंग और गेंदबाजी का प्रदर्शन किया।
जिस वजह से ऑस्ट्रेलियाई टीम 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 138 रन ही स्कोरबोर्ड पर टांग पायी। लख्य का पीछा करने उतरी जिम्बाब्वे की टीम ने मैच को 19.5 ओवर में 5 विकेट खोकर अपने नाम कर लिया।
टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन ब्रेंडन टेलर ने बनाये। उन्होंने 45 गेंद में 4 चौको और 2 छक्कों की मदद से 60* रन की पारी खेली। टेलर को उनकी मैच जिताऊ पारी के लिए मैन ऑफ द मैच के अवार्ड से नवाजा गया।
2. 2007 टी20 वर्ल्ड कप में एक ओवर में 6 छक्के देखने को मिले
युवराज सिंह ने 2007 के वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ लगाए गए छह छक्कों के लिए भारत के विजयी अभियान को हर कोई याद करता हैं। ब्रॉड के ओवर डालने से पहले फ्लिंटॉफ ने युवराज को उकसाया था।
उन्होंने उस समय उन्हें जवाब देने के बजाय अपने बल्ले से जवाब दिया। उन्होंने स्टुअर्ट ब्रॉड की 6 गेंदों पर 6 छक्के जड़ दिए। धोनी और युवराज दोनों ने इस पल का जमकर लुत्फ उठाया।
इन छक्कों की मदद से भारत को 218-4 के लक्ष्य तक पहुंचने में मदद की। अंत में भारत ने इस मैच को 18 रन से अपने नाम कर लिया। युवराज ने इस मैच में 16 गेंद में 3 चौके और 7 छक्के की मदद से 58 रन की शानदार पारी खेली थी।
3. नीदरलैंड ने लॉर्ड्स में मेजबान इंग्लैंड को हराया
2009 के टी20 वर्ल्ड कप में सबसे बड़ा उलटफेर तब देखने को मिला जब नीदरलैंड ने शुरुआती मैच में इंग्लैंडको हराया था। इंग्लैंड ने इस मैच में ल्यूक राइट की 46 गेंदों में 71 रन की पारी की बदौलत 5 विकेट खोकर 162 रन बनाए।
डच को आखिरी गेंद पर दो रन चाहिए थे। बल्लेबाज, रयान टेन डोशेट और एडगर शिफेरली भागे और स्टुअर्ट ब्रॉड ने रन-आउट का मौका गंवा दिया और 4 विकेट से मैच भी हार गए।
नीदरलैंड के लिए टॉम डी ग्रोथ ने सबसे ज्यादा रन बनाये। उन्होंने 30 गेंद में 6 चौके और एक छक्के की मदद से 49 रन की पारी खेली। उन्हें उनकी मैच जिताऊ पारी के लिए मैन ऑफ द मैच का अवार्ड भी दिया गया।
4. कार्लोस ब्रेथवेट ने लगाए लगातार चार छक्के
2016 के टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में, वेस्टइंडीज को रिकॉर्ड दूसरी बार ट्रॉफी उठाने के लिए आखिरी छह गेंदों में 19 रन बनाने की जरुरत थी।
इंग्लैंड ने जो रूट के अर्धशतक की मदद से 9 विकेट खोकर 155 रुका स्कोर खड़ा किया था। ट्रॉफी उठाने वाली टीमों के बीच केवल 19 रन थे। स्ट्राइक पर बल्लेबाज कार्लोस ब्रेथवेट थे और गेंदबाज बेन स्टोक्स थे।
ब्रेथवेट ने ईडन गार्डन्स में खेले गए फाइनल मैच में स्टोक्स की गेंद पर लगातार चार गेंदों में 4 छक्के मारकर अकेले दम पर टीम को 4 विकेट से जीत दिलवा दी।
5. भारत के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान ने हासिल की पहली जीत
एकमात्र आईसीसी टूर्नामेंट जिसमें उन्होंने भारत पर अपनी पकड़ बनाई, वह चैंपियंस ट्रॉफी थी। वहीं 50 और 20 दोनों ओवरों के प्रारूप के वर्ल्ड कप में भारत हमेशा जीतता आया था।
यह सूखा पिछले टी20 वर्ल्ड कप में समाप्त हुआ जब उन्होंने भारत पर दस विकेट से जीत हासिल की। बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान के पहले विकेट के लिए 152 रनों की नाबाद साझेदारी की और टीम को ऐतिहासिक जीत दिलवा दी।