क्रिकेट की लोकप्रियता दिन प्रतिदिन तेजी से बढ़ती जा रही है। इस वजह से इसमें कॉम्पिटिशन भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। इस दौरान कई खिलाड़ी ऐसे रहे है जिन्होंने घेरलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है।
उन्हें इंटरनेशनल लेवल पर खेलने का मौका नहीं मिल पाता। प्रवीण कुमार, सुदीप त्यागी, आरपी सिंह, अभिमन्यु मिथुन जैसे खिलाड़ी मौक़ों के अभाव में 31 की कम उम्र में संन्यास ले चुके है।
वहीं कुछ ऐसे खिलाड़ी देखने को मिले है जिन्होंने संन्यास लेने की उम्र में अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपना डेब्यू किया है।
तो इसी चीज को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको उन 5 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने संन्यास की उम्र में अन्तर्राष्ट्रीय डेब्यू करके सबको आश्चर्यचकित कर दिया।
1. इमरान ताहिर
इस लिस्ट में टॉप पर इमरान ताहिर अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे है। 1998 में हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप में वो पाकिस्तान की तरफ से खेलते हुए दिखाई दिए थे।
इसके बाद उन्हें पाकिस्तान की तरफ से खेलने का मौका नहीं मिला। इसके बाद इस दिग्गज स्पिनर ने इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया। हालांकि यहाँ पर भी उन्हें मायूसी हाथ लगी।
ताहिर इसके बाद क्रिकेट खेलने के लिए दक्षिण अफ्रीका शिफ्ट हो गए। वहां उन्होंने घरेलु क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए 2011 के वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका के लिए अपना डेब्यू किया।
लेग स्पिनर ताहिर के इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 165 मैच खेले है और 293 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाने में सफलता हासिल की है।
2. माइकल हसी
इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेटर माइकल हसी अपना नाम दर्ज करवाने में सफल हो गए है।
बाएं हाथ के इस दिग्गज बल्लेबाज ने घेरलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करते हुए 28 साल की उम्र में वनडे और 30 साल की उम्र में टेस्ट में डेब्यू किया था।
उन्होंने इस उम्र में भी डेब्यू करते हुए इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना दबदबा बनाया है। हसी की गिनती दुनिया के टॉप बल्लेबाजों में होती है। इसका अंदाजा उनके आकंड़ों को देखकर लगाया जा सकता हैं।
हसी के इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 302 मैच खेले है और 12,398 रन बनाये है। इस दौरान उनके बल्ले से 22 शतक और 72 अर्धशतक देखने को मिले है।
3. डेवोन कॉन्वे
इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर न्यूजीलैंड के डेवोन कॉन्वे भी अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे है। कॉन्वे ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका से की थी।
उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए घेरलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है लेकिन उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट में खेलने का कभी मौका नहीं मिल पाया।
इसके बाद उन्होंने 26 साल की उम्र में न्यूजीलैंड की ओर रुख किया। इसके बाद वहां घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बाद नवंबर 2020 में 30 साल की उम्र में अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया।
बाएं हाथ के बल्लेबाज के इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 42 मैच खेले है और 1,989 रन अपने नाम किये है। इंटरनेशनल क्रिकेट में उनके नाम 4 शतक, एक दोहरा शतक और 10 अर्धशतक दर्ज है।
4. सूर्यकुमार यादव
इस लिस्ट में चौथे स्थान पर सूर्यकुमार यादव अपनी जगह बनाने में कामयाबी हासिल की है। सूर्या ने 2010 में मुंबई की ओर से फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू करते हुए अपने करियर की शुरुआत की थी।
हालांकि इंटरनेशनल लेवल पर खेलने के लिए उन्हें काफी लंबा इंतजार करना पड़ा है। उन्होंने घेरलू क्रिकेट और आईपीएल में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन इंटरनेशनल लेवल पर डेब्यू करने का उन्हें मौका नहीं मिल पाया।
आखिरकार लंबे इंतजार के बाद साल 2021 में 30 साल की उम्र में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल मैच में अपना डेब्यू किया। उन्होंने जबसे डेब्यू किया है तबसे वो टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे है।
दाएं हाथ के बल्लेबाज सूर्या के इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 47 मैच खेले है और 1,385 रन अपने खाते में जोड़ने में कामयाब रहे है। इस दौरान उनके बल्ले से एक शतक और 11 अर्धशतक देखने को मिले है।
5. हर्षल पटेल
सूर्यकुमार यादव की तरह तेज गेंदबाज हर्षल पटेल को भी इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के लिए काफी लंबा इंतजार करना पड़ा है। हालांकि उन्होंने मेहनत करना नहीं छोड़ा।
उन्होंने आईपीएल और घेरलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हुए 31 साल की उम्र में टी20 इंटरनेशनल में अपना डेब्यू किया। वो इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए चुनी गयी भारतीय टीम का हिस्सा है।
दाएं हाथ के तेज गेंदबाज हर्षल के टी20 इंटरनेशनल करियर की बात की जाए तो उन्होंने 23 मैच खेले है और 9.2 के इकॉनमी रेट की मदद से 26 विकेट लिए है।